अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद, गुरूकुल यमुना तट मंझावली, फरीदाबाद के तत्वाधान में आज 24वां वार्षिक महोत्सव एवं यजुर्वेद पारायण यज्ञ की पूर्णाहुति समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित वित्त मंत्री, हरियाणा कैप्टन अभिमन्यु ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में वेदों का अत्यंत महत्व है। वेदों में निहित ज्ञान और तपस्वियों के तप के बल पर ही भारत को विश्व गुरू की पहचान मिली। आज फिर से सम्पूर्ण राष्ट्र को अपनी विश्व प्रसिद्ध अनूठी संस्कृति धरोहर के प्रति जागरूक हो उससे अर्जित ज्ञान को आधुनिक परिवेश के साथ जोडक़र राष्ट्र के नव निर्माण में महती भूमिका निभाने का संकल्प लेना होगा तभी आने वाली युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक हो सकेगी।
इस अवसर पर प्रदेश के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि योग की अपनी एक अलग महिमा है। जिसका उद्भव गुरूकुल जैसी शिक्षा परम्परा में हुआ। जहां अनेकों विश्व प्रसिद्ध साधु-संतों, राष्ट्र भक्तों, समाजसेवियों ने शिक्षा, दिशा लेकर समय काल परिस्थिति अनुसार देश-दुनिया में भारत वर्ष का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि आने वाली युवा पीढ़ी को चाहिए कि वे आधुनिकता के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए अपने दैनिक जीवन में योग को अपनाने के साथ-साथ वेदों और ग्रंथों का भी अध्ययन करें और अपने से संबंधित परिवार व देश की जिम्मेवारी को निष्ठा व ईमानदारी से पूरा करें। इस अवसर पर राजस्थान के सीकर से सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, स्वामी चित्तेश्वरनंद सरस्वती, स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, धर्मपाल शास्त्री, शांतानंद सरस्वती, महाशय अजीराम, संस्थापक एवं संचालक स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, चेयरमैन अजस गौड़, सुरेन्द्र तेवतिया, भाजपा नेता राजेश नागर, गुरूकुल आचार्य जय कुमार सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति एवं महानुभाव उपस्थित थे।