अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पानीपत: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज समालखा में आयोजित 75वें वार्षिक निरंकारी संत समागम में शामिल हुए। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस विधायक भारत भूषण बतरा, जगबीर मलिक, धर्म सिंह छौक्कर, सुरेंद्र पंवार और इंदुराज नरवाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। यहां हुड्डा ने कई और सामाजिक कार्यक्रमों में भी शिरकत की। इसके बाद जारी बयान में हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में पलटू प्रवृत्ति की सरकार चल रही है, जो बार-बार अपने वादे को तोड़ती है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की समाप्ति के लिए सरकार ने सभी मुकदमे वापस लेने का वादा किया था। लेकिन इतने महीने बाद भी सरकार ने अपने वादे को नहीं निभाया। इसलिए किसानों ने एक बार फिर सड़क पर उतरने का फैसला लिया है। यह सरकार जानबूझकर बार-बार किसानों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर रही है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों की मांग पूरी तरह जायज है। उन पर दर्ज सभी मुकदमे फौरन वापस होने चाहिए। मौजूदा सरकार ने अगर ऐसा नहीं किया तो कांग्रेस सरकार बनने पर यह फैसला लिया जाएगा। साथ ही आंदोलन के दौरान जान कुर्बान करने वाले किसानों को शहीद का दर्जा देकर उनके परिवारों को आर्थिक मदद व 1-1 सरकारी नौकरी दी जाएगी। हुड्डा ने कहा कि गन्ने का सीजन शुरू हो चुका है। लेकिन अब तक प्रदेश सरकार ने भाव तय नहीं किया है। उन्होंने मांग की कि प्रदेश में गन्ने का भाव कम से कम ₹400 प्रति क्विंटल होना चाहिए। क्योंकि लगातार किसान की लागत बढ़ती जा रही है और अब तो गन्ने के अवशेष से पेट्रोलियम पदार्थ तक बनने लगे हैं। हरियाणा में सामने आए ताजा धान घोटाले पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में गठबंधन की नहीं बल्कि घोटालों की सरकार चल रही है। बिना गेटपास के अकेले करनाल में 4000 क्विंटल धान की बिकवाली हुई। प्रदेश के अन्य जिलों में भी यही सब देखने को मिला। पोर्टल के सहारे चल रही मंडियों में फसल बेचने के लिए किसानों को कई-कई घंटे और कई-कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। फिर भी किसानों को उनकी फसल की एमएसपी नहीं मिल पाती। इन सब आपाधापी के बीच लगातार सरकार कभी धान तो कभी गेहूं घोटाले को अंजाम दे रही है।
प्रदेश में कभी शराब, कभी रजिस्ट्री तो बिजली मीटर, धान और गेहूं जैसे अनेकों घोटाले सामने आते रहते हैं। लेकिन आज तक भी किसी मामले में सरकार ने उच्च पद पर बैठे हुए व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं की। छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है। घोटालों की जांच के लिए जो एसआईटी बनाई जाती है, उसकी रिपोर्ट भी कभी सामने नहीं आती।भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार ने हरियाणा को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अपराध और नशे में नंबर 1 बना दिया है। जबकि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार सृजन, किसानों की खुशहाली और खिलाड़ियों के मान-सम्मान में नंबर वन था। आज स्थिति यह है कि हरियाणा का युवा देश में सबसे ज्यादा 31.8% बेरोजगारी दर झेल रहा है। युवाओं को पक्की नौकरी देने की बजाय सरकार कौशल निगम के नाम पर ठेका प्रथा को बढ़ावा दे रही है।
शिक्षा विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के मेडिकल विद्यार्थी भी सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर है।
उन्होंने रोहतक पीजीआई में मेडिकल की फीस बढ़ोतरी और बांड पॉलिसी के खिलाफ धरना दे रहे विद्यार्थियों से मुलाकात भी की थी। इस मुद्दे को कांग्रेस विधानसभा में उठाएगी क्योंकि सरकार के इस फैसले से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चे मेडिकल शिक्षा से वंचित हो जाएंगे। खुद सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस तरह से शिक्षा का व्यवसायीकरण नहीं किया जा सकता। आदमपुर उपचुनाव के नतीजों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पूरी बीजेपी, जेजेपी द्वारा पूरी ताकत लगाने और सरकारी मशीनरी व धनबल का दुरुपयोग करने के बावजूद कांग्रेस ने उपचुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। उपचुनाव के नतीजे ने बता दिया कि जनता कांग्रेस को विकल्प के तौर पर देख रही है। उपचुनाव के नतीजे ने यह भी बता दिया है कि हरियाणा में मुकाबला सीधे कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। वोट काटने के लिए चुनाव में उतरने वाली आम आदमी पार्टी और इनेलो का प्रदेश में कोई जनाधार नहीं है। हुड्डा ने दावा किया कि हरियाणा में आने वाली कांग्रेस सरकार की होगी जो प्रदेश को फिर से विकास में नंबर वन बनाने का काम करेगी।