अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज हमारी बहुत संतोषजनक बात हुई, बहुत अच्छी बात हुई। हम गए थे क्योंकि अब चुनाव का माहौल बन रहा है 2-4 प्रांतों में और जहां-जहां चुनाव का माहौल है, वहां पर विषय उठते हैं, हमको जो हमारे स्थानीय नेता हैं, वो वहां से भेजते हैं, कुछ आग्रह करते हैं, इलेक्शन कमीशन के सामने आप इस बात को रखें। एक तो छोटा चुनाव पंजाब में है, तो पंजाब में वहां पर लेवल प्लेइंग फील्ड को लेकर जो भी निर्णय होते हैं, उस पर एक थोड़ा सा एक बार फिर ध्यान दें लें, इलेक्शन कमीशन वाले, ऐसा हमने उनसे आग्रह किया है, लेकिन कुछ विषय, बहुत महत्वपूर्ण विषय कर्नाटक के संबंध में थे और हम बहुत संतुष्ट हैं और आभारी हैं इलेक्शन कमीशन ने कि बहुत गहराई से और बहुत सूझ-बूझ के साथ इलेक्शन कमीशन ने बहुत सुकून से हमारी बात को सुना, समझा और उसके बाद एक बहुत अच्छी, पॉजिटिव प्रतिक्रिया उस पर की, जिससे कि हमारा मनोबल बहुत बढ़ता है और मैं मानता हूं कि एक लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए ये एक बहुत अच्छा संकेत है।
कर्नाटक के संबंध में 2-3 विषय उठे थे। एक विषय ये था हमारे भाई, नासिर साहब वहीं से हैं, कर्नाटक से राज्यसभा के एमपी हैं, उन्होंने भी विस्तार से इस बात को कहा कि बहुत सारे टेंडर्स बिल्कुल चुनाव के आने के समय यानि कि कोड ऑफ कंडक्ट जारी होने से बिल्कुल आखिरी क्षणों में लास्ट माइल में बहुत सारे टेंडर्स की घोषणा की गई, जो टेंडर्स एक्सेप्ट किए गए हैं। हमने ये निवेदन किया है इलेक्शन कमीशन से कि जो इलेक्शन कमीशन का ज्यूरिस्डिक्शन है वो कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद से यानि कि इलेक्शन की घोषणा होने के बाद से उनको मिलता है, ज्यूरिस्डिक्शन जो है उनका अधिकार क्षेत्र बनता है, लेकिन जहां पर कोई ऐसी बात बिल्कुल एक दिन, दो दिन, चार दिन पहले हुई हो, जिसका प्रभाव इलेक्शन के समय और कोड ऑफ कंडक्ट के समय रहेगा, उस पर ध्यानपूर्वक जांच करने की आवश्यकता और उस पर माइंड एप्लिकेशन की आवश्यकता है। हमें बड़ा हर्ष है ये कहने में है कि इलेक्शन कमीशन ने कहा कि ऐसा कुछ होगा तो हम उस पर निश्चित ध्यान देंगे और उस पर कोई कार्रवाई करेंगे, यहां तक कि टेंडर को
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments