अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम : खिड़की दौला थाना पुलिस प्लाट व जमीन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले नकली आईपीएस को गिरफ्तार किया हैं। पकड़े गए नकली आईपीएस ऑफिसर लोगों को यह भी बताता था कि उसकी पत्नी एक आइएएस अधिकारी हैं। नकली आईपीएस के खिलाफ उत्तरप्रदेश के नॉएडा, हापुड़ व गुरुग्राम में कुल 5 मुकदमें ठगी के दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक हैं कि 8 सितंबर 2018 को पुलिस चौकी वाटिका, थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से शिकायतकर्ता लोकेश शर्मा निवासी प्लाट संख्या-1, सैक्टर-82,गुरुग्राम ने बतलाया कि गौरव मिश्रा जोकि उसके साथ वर्ष 2009 में कंपनी थाई सुनील ऑटो रुद्रपुर में कार्य करता था। सन् 2014 में दीपावली के समय उसके मोबाईल पर फोन आया जिसने अपने आप को इंस्पेक्टर आर.के.सिंह बतलाया और जय हिंद संबोधित करते हुए कहने लगा कि आईपीएस गौरव मिश्रा जी आपसे बात करना चाहते हैं। बातचीत में गौरव शर्मा ने बताया कि वह 2001 में कंपनी छोड़ने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी करने के बाद वो सफल हुए तथा 2012 बैच केआईपीएस बने तथा वर्तमान में आई. एन.ए.हेड क्वार्टर, दिल्ली में कार्यरत है।
उसके बाद गौरव शर्मा का फोन लगातार उनके पास आने लगा तथा वह आर के सिंह (जोकि यूपी पुलिस की दरोगा वर्दी में) के साथ दो बार लाल बत्ती की गाड़ी में उसके घर पर भी आए तथा हर बार वह अपनी सर्विस रिवाल्वर भी साथ लाए गौरव शर्मा ने बताया कि वो रिवाल्वर जिसकी कीमत करीब दस लाख रूपए है उन्हें ट्रेनिंग पूरी होने पर गृह मन्त्री ने दी है। इस दौरान गौरव शर्मा ने एक बार उसे मिलने के लिए गुरुग्राम एमजी रोड स्थित वेपर बार में बुलाया और वह अपने पी.आर.ओ. आर के सिंह के साथ आए आर. के. सिंह यू.पी. पुलिस के दरोगा की यूनिफार्म में थे और गौरव शर्मा पुलिस के जूते पहने हुए थे उनकी बातचीत के दौरान गौरव शर्मा ने अपने रिवाल्वर मेज पर रखी हुई थी बिल पेमेंट के दौरान गौरव शर्मा ने अटेंडेंट से कहा कि बिल में डिस्काउंट के लिए क्या यहां की डी.एस.पी. को फोन करूं जिस पर उसने फोन के लिए यह कहते हुए मना कर दिया कि बिल ये पे कर देगा और 2-4 हजार के लिए डीएसपी को क्यों फोन किया जाए। गौरव शर्मा ने बताया कि अपने बैच की आई.ए.एस. अधिकारी श्रीमती अनिकेता से उसकी शादी हुई है तथा श्रीमती अनिकेता जोकि हरियाणा कैडर के अधिकारी है एवं मोहाली में कार्यरत है फोन पर जब गौरव शर्मा ने श्रीमती अनिकेता से बात करवाई तो उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की उन दिनों श्रीमती अनिकेता से कई बार बात हुई बातचीत के दौरान श्रीमती अनिकेता ने कहा कि हरियाणा भास्कर मोहाली से संबंधित कोई भी काम हो तो वह मदद के लिए तैयार हैं। इसी दौरान गौरव शर्मा का परिचय इसके दोस्त नसीब सिँह से हुआ तथा गौरव शर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में सोसाइटी गोल्फ लिंक-1 जिसमें कि गौरव की पत्नी श्रीमती अनिकेता मिश्रा तथा साला आशुतोष राठी निवासी एच. 271, बीता-1 ग्रेटर नोएडा पार्टनर है एक प्लाट रक्बा 100 वर्ग गज कीमत 1500000 रुपए (पन्द्रह लाख रुपये) में दिलवा सकता है। गौरव शर्मा एवं नसिब के बीच सहमति होने पर गौरव ने नसीब को प्लाट दिलवाने के लिए नसीब के साथ एक करार किया जिसके तहत 900000 एन.ई.एफ.टी./नगद के माध्यम से देना तय हुआ तथा शेष 600000 रजिस्ट्री के समय देना तय हुआ था। उपरोक्त प्लाट की के लिए जो कि दिनांक 23.जून .2015 को मुबलिक 499500/-रूपए (4 लाख निन्यानवे हजार पाँच सो रूपये) व दिनांक 24.जून .2015 को मुबलिक 100000/-रूपए (एक लाख रूपये) गौरव मिश्रा के साले के खाता संख्या 15174422471 बैंक HDFC ग्रेटर नोएडा में एनईएफटी के द्वारा जमा करवाए गए।
इसके दोस्त नसीब सिंह के उधार मांगने पर उसने अपनी पत्नी श्रीमती सारिका शर्मा के अकाउंट से गौरव मिश्रा की पत्नी अनिकेता मिश्रा के खाता संख्या 5010007254111 Bank HDFC IFSC 00027 डी. अल्फा वन ग्रेटर नोएडा में दिनांक 7.सितंबर .2015 को 100000 रूपए (एक लाख रूपए ) एन.ई.एफ.टी के माध्यम से जमा करवाए। गौरव ने वायदा किया कि 9 लाख रूपए मिलने के 2 महिने के अंदर नसीब को प्लाट दिलवा दिया जाएगा। गौरव मिश्रा के बार-बार फोन करने पर तथा मेरे मित्र नसीब सिंह के आग्रह पर उसने अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर 200000 रूपए (दो लाख नगद) नसीब एवं श्रीमती सारिका की उपस्थिति में गौरव शर्मा को दिनांक 24 अक्टूबर 2015 को नगद दिए दिनांक 25.11.2015 को गौरव शर्मा का फोन आया और कहा कि 100000 रूपए जोकि उनकी अधिकारी पत्नी के खाते में जमा किए गए है वह उनको नगद चाहिए क्योंकि एक अधिकारी होने के कारण उनकी पत्नी को कोई समस्या ना हो इसलिए वो 100000 रूपए उसी खाते में जमा करेंगे जिससे श्रीमती अनिकेता के खाते में जमा हुए थे तथा अपने पी.आर.ओ. सत्येंद्र को भेजकर नगद मंगा लेंगे और कहे अनुसार दिनांक 26.11.2015 को 100000 रूपए एक लाख रूपए श्रीमती सारिका के खाते में जमा करवा दिए। दिनांक 27.11.2017 को उसके पास गौरव शर्मा का फोन आया तथा अपने पी.आर.ओ. सत्येंद्र को भेजने की बात बताई उसने सत्येंद्र को 100000 रूपए (एक लाख रूपए ) देकर गौरव को सूचित कर दिया।
इसके पश्चात उसने गौरव को अनेको बार फोन करके नसीब को प्लाट दिलवाने है या फिर उनके पैसे वापिस करने की प्रार्थना की परंतु वह कभी विदेश जाने की बात तो कभी अपने स्थानांतरण की बात करके उसके निवेदन को अनसुना करता रहा व फोन पर वार्तालाप एवं संदेशों के माध्यम से गौरव ने पैसे लौटाने की बात की जिसके सभी साक्ष्य उसके पास मौजूद है जब गौरव व उनकी पत्नी ने फोन उठाना बंद कर दिया तब उसने अपनी पत्नी के साथ गौरव से मिलने के लिए उनके स्थाई निवास मकान पर अनेकों बार गया परन्तु शुरु में गौरव शर्मा घर में मौजूद होने पर भी हमसे मिलने नहीं आया तथा बाद में मिलने पर मेरे तथा उसकी पत्नी के साथ अभद्रता की इस बात के गवाह उसके छोटे बच्चे भी हैं। गौरव शर्मा ने उन्हें धमकी दी कि भविष्य में यदि पैसे को लेकर उससे कोई भी संपर्क करने की कोशिश की तो उसकी पत्नी एवं बच्चों के लिए अच्छा नहीं होगा। गौरव शर्मा की धमकी पर संज्ञान लेते हुए उसके परिवार की रक्षा करें व इसके दोस्त नसीब द्वारा दिए गए पैसे ब्याज सहित वापस दिलवाने की कृपा करें। इस शिकायत पर थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम में मुकदमा नंबर – 294 दिनांक 8 सितंबर 2018 , भारतीय दंड सहिंता की धारा 406.420,120B IPC के तहत दर्ज किया गया। इस मुकदमें में पुलिस चौकी वाटिका, थाना खेङकी दौला, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए अपने गुप्त सूत्रों की सहायता से, पुलिस प्रणाली से, पुलिस तकनीकी का प्रयोग करते हुए व अपने अथक प्रयासों से उक्त मुकदमे में नकली आईपीएस गौरव शर्मा को बीते 4 सितंबर 2019 को नोएडा, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी गौरव मिश्रा निवासी मकान नं. आई/566, सैक्टर अल्फा -2 ग्रेटर नॉएडा , जिला गौतमबुद्ध नगर, उम्र 29 वर्ष हैं। आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह बी.टेक तक पढा हुआ है और ग्रोसरी सामान की होम डिलीवरी का काम करता है। उपरोक्त मुकदमे में शिकायतकर्ता के साथ वह नौकरी कर चुका है तथा फोन के माध्यम से सम्पर्क करके उससे बातचीत करते हुए उपरोक्त मुकदमे की वारदात को अन्जाम दिया था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में उपरोक्त मुकदमे सहित अपने आप को आईपीएस. अधिकारी बताते हुए *प्लाट/जमीन दिलाने के बहाने से धोखाधङी करके पैसे ठगने की कुल 5 वारदातों को अन्जाम देने का खुलासा किया है। जिनमें से 3 वारदातें नोएडा, 1 वारदात हापुङ व 1 वारदात गुरुग्राम में दर्ज है। आरोपी गौरव शर्मा को वीरवार को अदालत के सम्मुख पेश किया जहां से अदालत ने उसे जेल भेज दिया।