खेमचंद पटेल की रिपोर्ट
मथुरा : मथुरा की मांट तहसील के गांव सामौली के समीप यमुना नदी से बालू खनन का पट्टा सतयुग फ्रूट प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को दे दिया गया जहां भाजपा नेता द्वारा खनन का नारियल फोड़ कर उद्घाटन किया था शुक्रवार को उप-जिलाधिकारी मांट वरुण पांडे इस खनन के ठेके की जांच करने सामोली खादर पहुंचे जहां ओवरलोड बालू से भरकर आ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को उप-जिलाधिकारी माट ने रोक लिया और उनसे बालू की रॉयल्टी मांगी जिसे ट्रैक्टर चालक दिखा नहीं पाए उप जिला अधिकारी ने इलाका पुलिस को बुलाकर दोनों ट्रैक्टरों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया और कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए उप -जिलाधिकारी मांट ने मीडिया को बताया कि सामोली खादर गांव है जहां खनन का पट्टा मिला हुआ है मुझे जानकारी मिली थी कि बिना रॉयल्टी के यहां ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के माध्यम से ओवरलोडिंग होकर बालू का खनन होता है मैं मौके पर आया हूं मैंने दो ट्रैक्टर पकड़े हैं जिनके पास रॉयल्टी नहीं मिली है दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी
आइए आपको हम यमुना नदी का नजारा दिखाते हैं कैसे खनन माफियाओं ने यमुना के कलेजे को चीर दिया है खनन का पट्टा कहीं है और खनन यमुना नदी के कलेजे में हो रहा है यमुना के कलेजे को चीर रहे हैं धन्य है वह अधिकारी जिन्होंने यमुना नदी में खनन का पट्टा करने के बाद सीमांकन कराने की विधि जरूरत नहीं समझी और ना ही कागजी कार्यवाही पूरी की उससे पहले ही भाजपा नेता के संरक्षण में खनन चालू भी हो गया और ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली से खनन का कारोबार बड़ी जोर से चल रहा है सवाल यह उठता है जिस समय खनन का टेंडर हुआ था उस समय क्या मानकों को पूरा नहीं किया गया था या कहीं किसी दबाव में अधिकारी कार्यवाही करने से डर रहे हैं अब हम आपको उस व्यक्ति से मिलाते हैं जो टेंडर प्रक्रिया में भी शामिल था जिसने टेंडर प्रक्रिया में 2200000 रुपए की बोली लगाई थी सुरीर निवासी भूपेंद्र राजपूत से हम बात करते हैं
मीडिया के सवालों का जवाब उप-जिलाधिकारी उनसे जब पट्टे के सीमांकन के बारे में पूछा गया तो वह जवाब ही नहीं दे पाए जब उनसे स्टॉक के बारे में बात की गई की खनन माफिया बिना प्रपत्र सी के खनन स्टॉक कर रहे हैं तो उन्होंने कहा की खनन स्वामी ने स्टाक करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है लेकिन अभी उन्हें स्टॉप करने का आदेश नहीं मिला है और ना ही उन्होंने अभी स्टाक किया है उप -जिलाधिकारी महोदय की बात पर विश्वास करके मीडिया बंधु आगे बढ़े ही थे कि दूर से एक बालू का ढेर दिखाई दिया जब हम लोग वहां पहुंचे तो देखा कि खनन के दो दो ढेर हैं जिनमें लगभग 2 से 3 हजार घन मीटर बालू का स्टॉक है एक ओर यमुना नदी में POP लाइन मशीन तो वहीं खादर में छुपी हुई यह दो POP लाइन मशीन आप देखिए क्या है यह पट्टा होने के बाद भी क्या यह मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं या कहीं यह चोरी तो नहीं कर रहे इसे जानने के लिए हमने वहां मौजूद एक किसान से बात की तो किसान बनवारी लाल ने हमें बताया कि इन लोगों ने चारागाह की जमीन पर बालों का स्टाक कर रखा है जो कि सरकारी खड़ी है 105 बीघा की चारागाह पर आज खनन माफियाओं का कब्जा है कुछ तो बात रही होगी तभी तो खनन में सहयोग कर रहे लोग वहां नजर भी नहीं आ रहे थे