संवाददाता : खान मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार ने संयुक्त रूप से रायपुर में 4-5 जुलाई, 2016 को खदान और खनिजों पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन को खनन क्षेत्र के सभी हितधारकों का भरपूर समर्थन मिला। सम्मेलन आयोजन और सम्मेलन के परिणामों पर भागीदारों ने संतोष व्यक्त किया।पहले सम्मेलन के बाद खान मंत्रालय द्वारा अनेक पहल की गई है। इनमें स्टार रेटिंग योजना, खनन निगरानी प्रणाली, निजी अन्वेषकों को आकर्षित करना। इन पहलों को लागू करने में नियामक संस्थाओं तथा खनन उद्योग के बीच समझदारी और तालमेल आवश्यक है। इसके लिए सभी हितधारकों के बीच विस्तृत संवाद होना चाहिए।प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था के मैन्यूफेकचरिंग क्षेत्र में सभी महत्वपूर्ण पक्षों को मिलाते हुए ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम लांच किया। प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ विजन में खनन क्षेत्र को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। आने वाले वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी में आने की आशा के साथ बुनियादी संरचना तथा मैन्यूफेकचरिंग में नए तरीके से बल दिया जाएगा। यह तभी संभव होगा तब खनिजों की समय पर सप्लाई सुनिश्चित की जा सकेगी।पहले राष्ट्रीय खनन सम्मेलन की सफलता को देखते हुए खान मंत्रालय 15 फरवरी, 2017 को होटल अशोक, चाणक्य पुरी, नई दिल्ली के सम्मेलन कक्ष में खदान और खनिजों पर दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है। यह सम्मेलन केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों, खनन उद्योग, उद्योग संघ, वित्तीय तथा अदाकमिक संस्थान के प्रतिनिधियों तथा अन्य हितधारकों को क्षेत्र की समस्याओं, चुनौतियों और अवसरों पर सार्थक संवाद का मंच उपलब्ध कराएगा।इस सम्मेलन से केंद्र सरकार को नीति वातावरण में सुधार करने तथा श्रेष्ठ व्यवहारों को प्रोत्साहित करने और खनन क्षेत्र के विभिन्न विषयों पर विचार करने में मदद मिलेगी।
सम्मेलन के चार तकनीकी सत्रों में निम्नलिखित चर्चा की जाएगी –
तकनीकी सत्र | महत्वपूर्ण विषय |
I | खदान ब्लाकों की नीलामी और पीएमकेकेकेवाई को लागू करना |
II | खोज पर बल देना |
III | खान मंत्रालय की पहलों को दिखाना |
IV | सतत विकास ढांचा-श्रेष्ठ व्यवहारों को साझा करना |
सम्मेलन के दौरान सर्वश्रेष्ठ कार्य प्रदर्शन वाले खदानों को 5 स्टार रेटिंग और स्वच्छता के लिए पुरस्कार दिये जायेंगे।