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दिल्ली में हर हाथ में तिरंगा देगी केजरीवाल सरकार, सीएम अरविंद केजरीवाल ने की घोषणा

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार, दिल्ली में हर हाथ में तिरंगा देगी। मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने आज त्यागराज स्टेडियम में तिरंगा सम्मान समितियों को सम्मानित करते हुए यह घोषणा की। सीएम ने कहा कि अब हमें हर हाथ में तिरंगा देना है। दिल्ली सरकार जल्द ही ‘‘हर हाथ तिरंगा‘‘ अभियान चलाएगी। हमने दिल्ली में 500 बड़े-बड़े तिरंगे लगाए हैं। आप घर से निकलिए, तो हर पांच-दस मिनट में एक तिरंगा दिख जाता है। तिरंगे के दर्शन हमारे अंदर देशभक्ति की भावना भरते हैं। यह समितियां सुनिश्चित करेंगी कि तिरंगा फ्लैग कोड और पूरे सम्मान के साथ मौजूद है।

अगर तिरंगा मैला या फट गया है, तो उसे तुरंत ठीक करवाएंगी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने आह्वान करते हुए कहा कि सभी समितियां भारत माता के लिए एक-एक हजार युवा वॉलेंटियर्स तैयार करें और यह सुनिश्चित करें कि उनके इलाके में कोई भूखा न सोए। हर बच्चे को अच्छी शिक्षा व सबको इलाज मिले। कोई बेघर न रहे और सबको साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि राजनीति ने इस देश का बेड़ा गर्क कर दिया है। राजनीति नेताओं और पार्टियों को मुबारक। हमें राजनीति से कुछ लेना-देना नहीं है। हमें तो भारत के लिए काम करना है। जिस दिन देश के 130 करोड़ लोग मिलकर केवल भारत के लिए सोचना चालू करेंगे, उस दिन सबकी गरीबी भी दूर हो जाएगी। भारत भी तरक्की करेगा और भारत विश्व गुरु बन जाएगा।

दिल्ली सरकार द्वारा आज त्यागराज स्टेडियम में आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर दिल्ली में 115 फीट ऊंचे लहराते विशाल तिरंगों की देखरेख के लिए बनी तिरंगा सम्मान समितियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा सम्मान समितियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी आन है, तिरंगा हमारी शान है, तिरंगा हमारी शान है और तिरंगा हमारी जान है। जब भी हम तिरंगे की तरफ देखते हैं, तो पूरे शरीर में एक सिहरन सी होती है। जितनी बार हम तिरंगे की तरफ देखते हैं, हमारे अंदर देशभक्ति की भावना जागती है। जिन लोगों ने देश को आजाद करने के लिए कुर्बानियां दी थीं, उन सबकी तस्वीरें सामने आ जाती हैं। शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, बाबा साहब डॉ. अंबेडकर, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल समेत कितने लोगों ने संघर्ष किया,

कुर्बान कुर्बानियां दीं। उन सबकी कुर्बानियां हमारे सामने आ जाती हैं। हमारा देश 75वी वर्षगांठ मना रहा है। देश को आजाद हुए 75 साल हो गए। इन 75 सालों में हमने खूब तरक्की भी की। कुछ कमियां भी रह गई। जब एक आदमी रोजमर्रा की जिंदगी जीता है, तो अपने परिवार और नौकरी में उलझ कर रह जाता है। देश उसके दिमाग में कहीं पीछे चला जाता है। भारत मां में उसके दिमाग कहीं पीछे चली जाती है। इस 75 साल के उपलक्ष में हमने यह तय किया कि दिल्ली को इस तरह से सजाया जाए कि जब कोई घर से बाहर निकले तो हर दो-तीन किलोमीटर के अंदर उसको एक तिरंगा दिखाई दे जाए। हर 5-10 मिनट में उसे एक तिरंगा दिखाई दे और तिरंगा को देख कर उसको वापस अपनी भारत मां की याद आ जाए। उसी विजन से हमने तय किया कि हम पूरी दिल्ली में 500 तिरंगे लगाएंगे। दिल्ली में अभी तक लगभग 400 पोल लग चुके हैं और 200 पोल पर तिरंगे भी लग चुके हैं। बाकी 200 पोल पर भी जल्द लग जाएंगे और 15 अगस्त तक 500 तिरंगे पूरी दिल्ली के अंदर लग जाएंगे। कोई भी बाहर से दिल्ली देखने आता है और बहुत से लोग मेरे से मिलने आते हैं, तो वे कहते हैं कि दिल्ली में जहां देखो, वहां तिरंगे ही तिरंगे ही दिखाई देते हैं, जबकि अभी तो 200 तिरंगे ही लगे हैं। दिल्ली देश की राजधानी तो है ही, अब तिरंगो की राजधानी भी बन गई है।मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि आज ‘तिरंगा सम्मान समितियों’ की घोषणा की जा रही है। हर तिरंगे के ऊपर पांच लोगों की समिति बनाई गई है। उन 5 लोगों की समिति का काम यह सुनिश्चित करना होगा कि तिरंगा फ्लैग कोड के मुताबिक मौजूद है, तिरंगा अपने पूरे सम्मान के साथ मौजूद है, कहीं मैला तो नहीं हुआ है, कहीं फट तो नहीं गया है। अगर ऐसा होता है, तो तुरंत उसकी सूचना संबंधित अधिकारी को देकर उसको ठीक करवाया जाए। मेरा सुझाव है कि सभी सम्मान समितियों को हर रविवार को सुबह 10 बजे तिरंगे के पास आकर राष्ट्रगान गाना चाहिए। वहां आसपास के जितने लोग इकट्ठा हो सके, उनको इकट्ठा करें। कई बार ऐसा हुआ, जब भारत और पाकिस्तान के बीच मुठभेड़ होती है और जब हमारा सिपाही सियाचिन के ऊपर जाकर तिरंगा गाड़ता है, उसको कितनी गोलियां लगी हुई हैं और कितना मुश्किल से वो चढ़ते-चढ़ते तिरंगा गाड़ता है, तो पूरे देश का सीना चौड़ा हो जाता है। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा सम्मान समितियों के सामने दो प्रस्ताव भी रखा। पहला, तिरंगा केवल कोई कपड़ा या कोई पोल नहीं है, बल्कि तिरंगा भारत का प्रतिनिधित्व करता है। तिरंगा भारत नाम और भारत मां का प्रतिनिधित्व करता है। हर तिरंगा समिति समाज समिति को यह मेरा पहला प्रस्ताव है कि असली सम्मान तब होगा, जब आप भारत मां की सेवा की भावना अपने-अपने इलाके के अंदर घर-घर तक पहुंचाएंगे। हर इलाके में घर-घर जब यह बात पहुंचेगी, जब एक-एक आदमी कहेगा कि मैं भारत के लिए क्या कर सकता हूं, मैं देश के लिए क्या कर सकता हूं, मेरा देश के लिए क्या योगदान हो सकता है? यह भावना हमें घर-घर तक पहुंचा नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी समितियों से निवेदन करते हुए कहा कि आप अपने-अपने इलाके में कम से कम एक हजार भारत माता के लिए नौजवान वॉलंटियर्स तैयार करें। जो-जो समितियां एक-एक हजार वॉलेंटियर्स तैयार कर लेंगी, उन समितियों के साथ में डिनर करूंगा। अपने घर पर आमंत्रित करके उनके साथ मैं डिनर करूंगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने समितियों द्वारा तैयार किए जाने वाले एक-एक हजार वालंटियर्स को पांच काम दिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमें एक हजार वालेंटियर्स का इंतजार नहीं करनी है। अगर 100 या 200 वालेंटियर्स तैयार हो गए, तो उनसे भी काम शुरू कर दें। लेकिन एक हजार वालेंटियर्स तैयार होने के बाद हम आप सीधे मुलाकात करेंगे और बैठकर खाना खाएंगे। वालेंटियर्स का पहला काम यह होगा कि आपको यह सुनिश्चित करना है कि आपके इलाके में कोई भूखा न सोए। दिल्ली के अंदर अब कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोना चाहिए। हर आदमी को खाना मिलना चाहिए। अगर आपको लगता है कि कोई बहुत गरीब है, तो उनकी एक सूची बना लो और उनका फोन नंबर ले लो। उनके पास खाने को न हो तो आप अपने घर से खाना भेज दो। आपस में हाथ से हाथ बढ़ाएंगे, तभी तो भारत आगे बढ़ेगा। हर समिति को यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली में कोई भूखा न सोए। दूसरी चीज, घर-घर का मुआयना कर यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा स्कूल के बाहर नहीं होना चाहिए। सारे बच्चे स्कूल के अंदर होने चाहिए। हर बच्चे को पढ़ाई करनी चाहिए। किसी भी कारण वश कोई भी बच्चा स्कूल के बाहर नहीं होना चाहिए। चाहे वो प्राइवेट में पढ़े या सरकारी स्कूल में पढ़े, लेकिन हर बच्चे को शिक्षा मिलनी ही मिलनी चाहिए। 
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरी चीज यह कि सबको अपने फोन नंबर दे देना। किसी के घर में कोई बीमार हो, उसको अच्छे से अच्छा इलाज मिला चाहिए। उसको दवाइयों कमी नहीं होनी चाहिए। अब दिल्ली में सारे सरकारी अस्पतालों में दवाइयों की कोई कमी नहीं है। सब इलाज फ्री में होता है। लेकिन कई लोग वहां तक जा नहीं पाते हैं। आपको यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी घर के अंदर कोई भी बीमार आदमी को स्वास्थ्य सेवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए, जरूरत पड़े तो आप उसको हॉस्पिटल लेकर जाएं। जरूरत पड़े तो आप मेरे को भी फोन कर सकते हैं। जिस भी तरह की मदद की जरूरत हो, हमें उसकी मदद करनी है। अगर किसी का एक्सीडेंट हो जाए और उसको अस्पताल पहुंचाना है। अब तो हमने दिल्ली में फरिश्ते स्कीम निकाल दी है। किसी का एक्सीडेंट हो जाए, तो उसे किसी भी अस्पताल में ले जाओ, सारा इलाज मुफ्त होता है। आपको सिर्फ अस्पताल लेकर जाना है। फरिश्ते स्कीम में अब तक हम लोग 13 हजार से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं। साथ ही, जनता का सहयोग भी चाहिए। सारी जनता को मिलकर इसमें साथ देना है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चौथी चीज यह कि कोई भी व्यक्ति बेघर नहीं होना चाहिए। जितने लोग बेघर हैं और सड़कों पर सो रहे हैं, आप उनको नाइट शेल्टर में भेज दीजिए। जब मैं दिल्ली की झुग्गियों में काम किया करता था, तब मैंने यह बहुत किया है। जितने स्ट्रीट चिल्ड्रन है, सड़कों पर रह रहे हैं और भिखारी हैं, उनकी लिस्ट बना लीजिए। अगर हो सके तो स्कूल में भर्ती करवा दो। अभी मैं और मनीष जी मिलकर बेघर और स्ट्रीट चिल्ड्रन बच्चों के लिए एक शानदार रेजिडेंशियल स्कूल बना रहे हैं। आप लिस्ट बनाकर रख लो, उस स्कूल में इन सारे बच्चों को भर्ती कराकर गरीब से गरीब बच्चे को भी शानदार, इंजीनियर और वकील बनाएंगे। ट्रैफिक लाइट के ऊपर जो भीख मांग रहा था, कल मैं उसको इंजीनियर और डॉक्टर बना हुआ देखना चाहता हूं। यह हम सबकी जिम्मेदारी है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पांचवीं चीज यह कि हमें अपने इलाके की सफाई सुनिश्चित करनी है। सरकारें भी कर रही हैं। हमें भी इसकी थोड़ी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। अक्सर हमारे अंदर भावना आती है कि सफाई कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं। कभी हमने सफाई कर्मचारियों के साथ बैठकर उनकी मुसीबतों के बारे में समझाने की कोशिश की। हमने कभी नहीं की। एक बार यह समिति और इनके हजार वाले वालंटियर्स सारे सफाई कर्मियों को बुलाकर वैसे ही सम्मान कर दो, उनके साथ बैठ जाओ और पता तो करो कि उनके घर में क्या तकलीफ है। किसी भी सफाई कर्मचारी के घर में किसी भी तरह की तकलीफ हो, तो आप उनका साथ दो। आप उसके साथ झाड़ू पकड़ कर थोड़ी देर झाड़ू लगा लो। ये सफाई कर्मचारी आपका पूरा इलाका चमका देंगे। हमें सफाई कर्मचारियों को सम्मान देना है, उनका साथ लेना है, उनकी समस्याओं का समाधान करना है। यह पांच काम मैं तिरंगा सम्मान समितियों को और दे रहा हूं। आप पांच लोग अकेले नहीं कर पाएंगे, लेकिन अगर 500 समितियां एक-एक हजार वालंटियर्स तैयार करती हैं तो दिल्ली में 5 लाख युवा दिल्ली को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हो जाएंगे। यह बहुत बड़ी बात है। भगवान न करें, कल को कोरोना जैसी कोई बीमारी हो जाए, तो यह सारे वालंटियर्स कितना बड़ा काम कर सकते हैं। 5 लाख वॉलिंटियर्स कोई भी बड़े से बड़ा काम कर सकते हैं, किसी बड़ी बड़ी महामारी को झेल सकते हैं। उसका सामना कर सकते हैं। 
मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने यह स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी किस्म की राजनीति नहीं करनी है। यह जो वॉलिंटियर्स होंगे, यह यह आम आदमी पार्टी के वॉलिंटियर्स नहीं होंगे, यह बीजेपी के वालंटियर्स नहीं होंगे, यह कांग्रेस के वॉलिंटियर्स नहीं होंगे, बल्कि यह देश के वालंटियर्स होंगे, भारत माता के वालंटियर्स होंगे। यह मत सोचना कि यह बीजेपी का या कांग्रेस का है, मेरे को उससे बात नहीं करनी है। जिस दिन 130 करोड़ लोग मिलकर भारत माता के बारे में सोचने लगेंगे, आप सोचो भारत कहां से कहां पहुंच जाएगा। हमें वो माहौल पैदा करना है, हमें उस स्थान पर जाना है, हमें वहां पहुंचना है। राजनीति ने इस देश का बेड़ा गर्क कर दिया है। राजनीति नेताओं और पार्टियों को मुबारक। राजनीति से हमें कुछ नहीं लेना-देना नहीं है। मैं तो बार-बार कहता हूं कि मेरे को राजनीति आती ही नहीं है। राजनीति वो लोग करें, अपने को तो भारत के लिए काम करना है। जब आप अपने इलाके में काम करने जाओ, तो सबको जोड़ना। चाहे वो किसी भी पार्टी, धर्म, जाति का हो, गरीब हो या अमीर हो। आपसे जो भी जुड़ना चाहे, इसमें उसको जोड़ना है। इसमें राजनीति बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। मेरा दूसरा प्रस्ताव, अभी हमने 500 तिरंगे लगाए हैं। आप घर से निकलते हैं, तो हर तीन-चार किलोमीटर पर एक तिरंगा मिलेगा। अब हमारा मकसद है हर हाथ में तिरंगा होना चाहिए। हर दिल्लीवासी के हाथ में तिरंगा होना चाहिए। कुछ दिन के बाद दिल्ली सरकार एक कार्यक्रम ‘‘हर हाथ तिरंगा‘‘ लांच करेगी। हमारा मकसद है कि 24 घंटे आदमी यह सोचे कि मैं भारत के लिए क्या कर सकता हूं, मेरा तन, मन, धन सब कुछ देश के लिए है और जब रात को वो सोए तो यह सोचे कि आज मैंने पूरे दिन में भारत माता के लिए क्या किया। जैसा मैंने कहा कि जिस दिन 130 करोड़ लोग मिलकर केवल और केवल भारत के लिए सोचना चालू करेंगे, सबके परिवार भी ठीक हो जाएंगे, गरीबी भी दूर हो जाएगी, भारत भी तरक्की करेगा और भारत विश्व गुरु बन जाएगा। इस अवसर पर डिप्टी सीएम  मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल  ने हमें निर्देश दिया कि जब देश आजादी के 75वें साल में प्रवेश करें तो दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर 500 ऊँचे तिरंगे गर्व से लहरा रहे हों और दिल्ली में जब भी कोई व्यक्ति अपने घर से निकले तो उसे 1-2 किलोमीटर के दायरे में आसमान में लहराता ऊँचा तिरंगा दिखाई दे। उसे हमेशा याद रहे कि मेरा आस्तित्व और वजूद इसी तिरंगे की वजह से है। उसे हमेशा ये ध्यान रहे कि उसे तिरंगे के लिए ही जीना-मरना है और जो भी काम करना है अपने तिरंगे के लिए करना है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को हमने मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर दिल्ली में 75 स्थानों पर 115 फीट ऊँचे तिरंगे लगाए और 15 अगस्त से पहले दिल्ली में 500वां तिरंगा फ़हराया जाएगा।  उन्होंने कहा कि तिरंगे की आन-बान-शान में कोई कमी न आए, इसकी जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने कहा कि तिरंगे के रख-रखाव की ध्यान रखने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशन में 375 ‘तिरंगा सम्मान समिति’ का गठन किया गया है। आने वाले समय में समितियों की संख्या 500 होगी और हर समिति में 5 वालंटियर्स शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हमें उन देशभक्तों के कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए, जिन्होंने अपने जान अपने परिवार की फ़िक्र न करते हुए देश को आजादी दिलवाई और हमें तिरंगा लहराने का अधिकार दिया।  डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने समिति को संबोधित करते हुए कहा कि अब हर समिति की जिम्मेदारी है कि उन्हें अपने क्षेत्र में लगे तिरंगे का हर समय ध्यान रखना है और यदि उसके रखरखाव से संबंधित किसी भी मुद्दे पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को रिपोर्ट करना है, ताकि उसपर तुरंत काम किया जा सके और हमारे तिरंगे की शान में कोई कोताही न हो। साथ ही हर समिति अपने सुविधानुसार साप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक तौर पर इन तिरंगा स्थलों पर राष्ट्रगान या अन्य देशभक्ति कार्यक्रम का आयोजन करें।—-

भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उत्सव को मानते हुए दिल्ली सरकार ने पूरे दिल्ली में 500 हाई मास्ट राष्ट्रीय ध्वज लगाने की घोषणा की है। इनमें से 75 झंडों का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 27 जनवरी को प्रमुख स्थानों पर किया था। अब तक, शहर भर में 325 फ्लैग पोस्ट लगाए गए हैं, जिनमें से 187 से अधिक पर झंडे लगाए गए हैं। चूंकि तिरंगे राष्ट्रीय महत्व को दर्शाते हैं, इसलिए इन्हें सावधानीपूर्वक रखरखाव करने और सर्वाेच्च सम्मान देने की आवश्यकता है। पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों के निरंतर प्रयासों के बावजूद, कुछ झंडे कभी-कभी खराब स्थिति में होते हैं। क्योंकि प्रत्येक पीडब्ल्यूडी अधिकारी के पास देखरेख के लिए कई परियोजनाएं हैं। इसलिए हर दिन हर झंडे की लगातार देखरेख करना आसान नहीं है। इसलिए, उनकी मदद के लिए, प्रत्येक झंडे के लिए एक ‘तिरंग सम्मान समिति’ बनाई गई है, जिसमें स्वयंसेवकों की एक टीम है जो पीडब्ल्यूडी को साइटों की निगरानी करने में मदद करेगी। साथ ही इन से संबंधित किसी भी तरह के मुद्दे को एई/जेई के ध्यान में तुरंत लाएगी। हर समिति यह सुनिश्चित करें कि झंडा, फ्लैग मास्ट, मोटर और लाइट फिक्स्चर काम करने की स्थिति में हैं। साफ-सफाई के साथ अच्छे से मेंटेंड हो। आसपास के क्षेत्र में गंदगी न फैली हो। प्रत्येक समिति के सदस्य ध्वज स्थल पर हर सप्ताह एकत्रित होंगे और राष्ट्रगान गाकर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देंगे। एक वॉलेंटियर ऐसी प्रत्येक समिति में कॉर्डिनेटर के रूप में काम करेगा और इस उद्देश्य के लिए बनाए गए  व्हाट्सएप ग्रुप पर साप्ताहिक गतिविधियों की रिपोर्ट साझा करेगा। लोक निर्माण विभाग को संलग्न सूची में से वॉलेंटियर्स के नामों का प्रयोग करते हुए इन समितियों के गठन को लेकर आदेश जारी करने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली में 500 झंडे लगाने का काम 15 अगस्त पर पूरा कर लिया जाएगा। दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर लगाए जा रहे ये झंडे दिल्ली वासियों को अपने देश पर गर्व का अहसास कराएंगे। राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। तिरंगे को उसकी पूरी शान में लहराने के लिए अनगिनत भारतीयों ने वर्षों से अपने प्राणों की कुर्बानी दी है। पूरी दिल्ली में इतने सारे राष्ट्रीय झंडे होना दिल्ली के नागरिकों के लिए बहुत गर्व की बात है। इसका मतलब यह भी है कि हम पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारा तिरंगा हमेशा सही स्थिति में बना रहे और भारतीय ध्वज संहिता द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार फहराया जाए। इस संबंध में, दिल्ली सरकार ने पूरी दिल्ली के निवासियों से सहयोग की अपील की है। नागरिकों अपील है कि वे अपने स्थानीय क्षेत्र में लगे एक तिरंगे की रक्षा करें। अपने प्रिय तिरंगे का सम्मान और भव्यता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने नागरिकों के सहयोग के लिए ‘तिरंगा सम्मान समिति’ बनाई है।

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