अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सीएम फ़्लाइंग के छापे में आज हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यालय में हुड्डा प्रशासक की कमियां उजागर होने के साथ -साथ 17 कर्मचारी नदारत मिले हैं। वहीँ,मुख्य प्रशासक की तानाशाही की वजह से पांच-छह सालों से लगातार कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कार्य कर रहे तक़रीबन 30-32 लड़कों बाहर का रास्ता दिखाए जाने से हुड्डा विभाग में कामकाज ठप्प होने का भी सनसनी खेज मामला सामने आया हैं। जिससे आमजनों का हुड्डा विभाग में कोई कार्य नहीं हो रहा हैं, इससे इन सभी युवाओं पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई हैं। ज्यादा वक़्त तक हटाए गए इन कर्मचारियों की बहाली नहीं हुई तो इन के घरों में रोटी के लाले पड़ जाएंगें
छापा मारने वाले टीम के एक अधिकारी ने बातचीत के दौरान बताया कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यालय में आज सुबह के वक़्त लगभग साढ़े नौ बजे छापेमारी की कार्रवाई की शुरुआत गई जिसमें अपने -अपने सीट से लगभग 17 कर्मचारी गैर -हाजिर मिले हैं.जांच के दौरान यह भी पता चला हैं कि कॉन्ट्रेक्क्ट बेस पर पिछले 5 -6 सालों से कार्य करने वाले तक़रीबन 32 कर्मचारियों को विभाग ने हटा दिया हैं ,जिससे हुड्डा विभाग में तक़रीबन सभी कार्य ठप्प हैं। इस दौरान यह भी पता चला हैं कि हुड्डा प्रशासक प्रदीप दहिया के कार्य करने के ढीलाढाला रवैये से आमजनों में खासा नाराजगी हैं।
आमजन अपने कार्यों को करवाने के लिए पिछले कई दिनों से लगातार हुड्डा विभाग के चक्कर काट रहे हैं और उनके फाइल हुड्डा प्रशासक प्रदीप दहिया के पास रखे हुए हैं पर हुड्डा प्रशासक प्रदीप दहिया उनके फाइलों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। एक शख्स ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके कंप्लीशन सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर के लिए हुड्डा प्रशासक प्रदीप दहिया के पास जो फाइल पहुंच जाता हैं या तो उस फाइलों में कमियां निकाल कर वापिस भेज दिया जाता हैं। बहुत से ऐसे फाइल हैं जिनपर पिछले कई दिनों से हस्तक्षर नहीं किए हैं। नाही उनका इस दिशा में कोई कार्य करने की नियत नजर आ रहा हैं। उनका कहना हैं कि कुल मिला कर फरीदाबाद की जनता इस हुड्डा प्रशासक प्रदीप दहिया के कार्य करने ढीलाढाला से रवैये से बेहद दुखी हैं।