संवाददाता, अमृतसर : अमृतसर के ब्लाइंड स्कूल में आपसी सद्भाव और धर्मनिर्पेक्षता का अनोखी मिसाल दोखने को मिल रहा है। दरअसल इस स्कूल में दो मुस्लिम बच्चे मुजफ्फर मोहम्मद और सुल्तान मोहम्मद पढ़ते हैं। दोनों नेत्रहीन हैं लेकिन समाज को देखने की इनकी शक्ति हममें से कई लोगों से काफी दूर तक है। ये सुबह-शाम दोनों वक्त की नमाज पढ़ते हैं और यहां होने वाले वैदिक आयोजनों में हवन-यज्ञ करवा कर आपसी सद्भाव तथा धर्मनिर्पेक्षता का सबूत भी पेश कर रहे हैं।
20 साल का मुजफ्फर 8वीं और 17 साल का उसका छोटा भाई सुल्तान छठी क्लास का छात्र है। दोनों ही हिमाचल प्रदेश के चंबा स्थित गांव मोड़ा के रहने वाले हैं। पिता जान मोहम्मद मेहनत मजदूरी करते हैं। बचपन में ही आंखों की रोशनी गवां चुके दोनों भाइयों ने पांचवीं तक पढ़ाई गांव में की और सात साल पहले यहां आ गए और ब्रेल लिपि से पढ़ाई कर रहे हैं।यह दोनों बच्चे अपने मजहब के हिसाब से सुबह-शाम नमाज अदा करते हैं और प्रकांड पंडित की तरह हवन-यज्ञ मंत्रोच्चारण करते हैं।