अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फील्ड कॉलोनी में बनाए जा रहे 3-4 मंजिलों के नए बिल्डिंगों की पहचान की जा रही है,जिनमें एक्स्ट्रा कवरेज करके और पुरे बिल्डिंग में जाली लगा कर,होने वाले हादसे में,फ्लैट्स में रहने वाले लोगों के मौत का कारण बन सकती है। इसके लिए डीटीपी एनफोर्समेंट, फरीदाबाद ने एक विशेष टीम गठित की, जो सर्वे करके ऐसे नए बिल्डिंगों की आकड़े जुटाएगी। ऐसे सभी बिल्डिंगों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी, जो फ्लैट्स में रहने वाले लोगों के लिए मौत का कारण बन सकती है।
कुछ महीने पूर्व में ग्रीन फील्ड के एक बिल्डिंग के निचली मंजिल के एक फ्लैट में लगी भीषण आग के चलते,इसके ऊपर पहली मंजिल पर रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यह फैसला “अथर्व न्यूज़” पर दो दिन पूर्व हुई एक खबर के प्रकाशित पर ली गई है। इस मामले में फरीदाबाद, डी टीपी एनफोर्समेंट यजन चौधरी का कहना है कि जब ग्रीन फील्ड के एक चार मंजिला बिल्डिंग के निचली फ्लैट में रात के वक़्त भीषण आग लगी थी,और उस मेंपहली मंजिल के एक फ्लैट में रहने वाले एक परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई, उस दौरान भी उन्होंने सर्वे करवाया था, अब फिर से उनकी गठित विशे टीम ऐसे नई बिल्डिंगों की पहचान करके, उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उदाहरण के तौर पर आप ग्रीन फील्ड कॉलोनी के प्लॉट नंबर-1843 पर बनी 4 मंजिल की तस्वीर देखें जो इस खबर में प्रमुखता से प्रकाशित की गई है। जल्द ही इस बिल्डिंग पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। खबर के अनुसार ग्रीन फील्ड में प्रति फ्लैट लगभग ढेड़ करोड़ से लेकर दो करोड़ रुपए के बीच की है, इसमें कहीं 4 और 3 मंजिलों की बिल्डिंगे है। लगभग इन सभी बिल्डिंगों में एक्स्ट्रा कवरेज की हुई, जो कि नक़्शे में नहीं हैं, पर ग्राहकों को धोखे में रख कर ग्राहकों को बिल्डर लोग बेच देते है। और सभी ग्राहकों को 8-10 लाख रुपए का चुना लगा देते है। जब बिल्डिंग की किसी एक फ्लैट में हादसा होती है, तो इसमें चारों फ्लेट्स के अंदर रहने वाले लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती है।

अगर बिल्डिंग के अगले हिस्से में कोई भी हादसा होती है, तो फ्लेट्स के अंदर रहने वाले लोग बचने के लिए पीछे की ओर या ऊपर की तरफ भागते है, और पीछे होता एक्स्ट्रा कवरेज और जालियों से पैक, ऐसे उनके जीवन को सुरक्षित रहना बहुत ही मुश्किल हो जाती है, और फंसे हुए लोगों को निकालने दमकल कर्मियों और पुलिस कर्मियों की सभी कोशिश थोड़ी देर के लिए थम जाती हैं। यहां ज्यादात्तर बिल्डर 4 मंजिल गैर-कानूनी और अवैध तरीके से बनाई हुई है। जहां नहीं बन सकती है वहां भी अवैध रूप से चार मंजिल बनाई हुई है। डीटीपी एनफोर्समेंट यजन चौधरी कहना है कि उसकी भी पहचान की जा रही है। और कहा कि उनके पास काफी बिल्डिंगों के नंबर आ चुके है जिस पर वह अपनी कार्रवाई कर रहे है, और कइयों पर कार्रवाई कर भी चुके हैं।
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