अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:जे.सी.बोस विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा महर्षि नारद मीडिया स्टूडियो में एक प्रभावशाली मॉक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को पत्रकारिता, जनसंपर्क तथा मीडिया संचालन की वास्तविक प्रक्रिया से परिचित कराना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला जनसंपर्क अधिकारी मूर्ति दलाल तथा विशेष अतिथि प्रोफ़ेसर नीलम तुर्क रहीं। मुख्य अतिथि जिला जनसंपर्क अधिकारी मूर्ति दलाल ने इस मॉक प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और इस आयोजन को और बेहतर बनाने के लिए महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। यह एक जिम्मेदारी, तथ्य एवं सत्य के साथ राष्ट्रहित में किए जाने वाला कार्य है।
कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने भी विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की व्यावहारिक पहल विद्यार्थियों को जनसंपर्क और मीडिया क्षेत्र की वास्तविक दुनिया से जोड़ती है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में कहा कि राष्ट्रीय आपदा के दौरान पत्रकारिता राष्ट्रहित में सजग प्रहरी की तरह होती है। पत्रकारिता भी एक प्रकार की देशभक्ति है।विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पवन सिंह ने इस मॉक प्रेस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए बताया कि विभाग पिछले चार वर्षों से इस मॉक कॉन्फ्रेंस का नियमित रूप से आयोजन करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों से विद्यार्थियों को अपने भविष्य की दिशा अधिक स्पष्ट रूप से समझने का अवसर प्राप्त होगा।कार्यक्रम समन्वयक सहायक प्रोफेसर डॉ. सोनिया हुड्डा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए उपस्थित विद्यार्थियों की टीमों की जानकारी दी तथा मॉक प्रेस कॉन्फ्रेंस के उद्देश्य की विस्तृत जानकारी देते हुए पुरस्कार वितरण की प्रक्रिया का संक्षिप्त परिचय भी कराया। कार्यक्रम की शुरुआत विभिन्न टीमों द्वारा प्रस्तुत परियोजनाओं से हुई, जिनमें पत्रकारिता, डिज़ाइन, जनसंपर्क तथा मीडिया नवाचार के क्षेत्र में विविध पहलुओं पर कार्य किया गया।
बॉक्स
टीम 1 ने स्थानीय कारीगरों और आधुनिक ग्राफिक डिजाइन को जोड़ने की अभिनव परियोजना पर कार्य किया, जिसमें एक परिचयात्मक वीडियो भी प्रस्तुत किया गया।
टीम 2 “आयुर्वेद ब्लिस” नामक परियोजना के माध्यम से पारंपरिक औषधीय पद्धति को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। इस टीम ने गुलाब जैसे प्राकृतिक तत्वों के प्रयोग को प्रमुखता दी।
टीम 3 की परियोजना “मीडिया स्टडी रूम (तैयारी कल की)” का उद्देश्य मीडिया विद्यार्थियों के लिए एक डिजिटल अध्ययन मंच तैयार करना है, जो यूट्यूब और वेबसाइट के माध्यम से विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
टीम 4 “इन्फ्लूरा” एक जनसंपर्क कंपनी के रूप में प्रस्तुत हुई, जो व्यवसायों को उनकी संचार रणनीतियों में सहायता प्रदान करती है। इस टीम ने बताया कि वे रचनात्मक विचारों और रणनीतियों से व्यवसायों की छवि निर्माण में योगदान देते हैं।
टीम 5 “निटिंग ड्रॉप्स” की ओर से महिलाओं, विशेषकर गृहिणियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक अभिनव पहल की गई। टीम ने ऑक्सीडाइज़्ड आभूषणों के स्थान पर टिकाऊ और पर्यावरण-हितैषी विकल्प प्रस्तुत किए, जिससे न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी संभव हो सकेगा।
इस अवसर पर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया। साहिल कौशिक को “विजनरी जर्नलिस्ट”,कीर्ति को “मीडिया मल्टीटास्कर”, प्रांजल को “बेस्ट ट्रेंडसेटर”, आस्था को “बेस्ट स्पोक्सपर्सन” तथा सोनाली को “बेस्ट ग्राफिक डिजाइनर” के पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त, भावना कौशिक को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए विशेष रूप से सराहना पत्र प्रदान किया गया। इस आयोजन में विभाग के शिक्षक गण डॉ. राहुल आर्य, डॉ.के.एम. ताबिश विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी जितेन्द्र सिंह यादव, वरिष्ठ प्रशिक्षक दुष्यंत त्यागी, प्रॉडक्शन सहायक पंकज सैनी व अंजू सिंह और विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन उपस्थित अतिथियों, शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों के एक सामूहिक स्मृति चित्र के साथ किया गया।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments