अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: :डीटीपी इंफोर्समेंट एंव विजिलेंस की टीम अब उन बिल्डिंगों की चेकिंग करने वाले हैं जो बीते 3-4 महीनों के अंतराल में ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (ओसी) लेने के बाद, उन बिल्डिंगों में अवैध निर्माण करके धोखे से ग्राहकों को बेच दिए या बेचने के फिराक में हैं। ऐसे बिल्डरों को या प्लाट के मालिकों को विभाग बख्शने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं। इसमें सिर्फ बिल्डर ही नहीं, इस दौरान फ्लैटों में रह रहे लोगों की मुश्किलें तय हैं,ये कार्य चंडीगढ़ में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर जल्द ही शुरू किया जाना हैं। “अथर्व न्यूज़” की इस खबर से बिल्डरों में जल्द ही जबरदस्त हड़कम मचने वाला हैं,
इसलिए ग्राहकों को चाहिए की इन दिनों बड़ी ही सूझ -बुझ के साथ और सावधानी पूर्वक नए फ्लैटों को खरीदें। जानकार बतातें हैं कि डीटीपी इंफोर्स्मेंट एंव विजिलेंस विभाग की इस तरह की कार्रवाई से संभवता एक बार फिर से दलालों की दलाली का बाजार गर्म हो सकती हैं। विभाग इन सभी बातों को विशेष ध्यान में रखते हुए बिल्डरों द्वारा किए गए अवैध निर्माण वाले बिल्डिंगों पर अपनी कार्रवाई करें। डीटीपी इंफोर्समेंट एंव विजिलेंस राजेंद्र टी शर्मा ने आज बातचीत करते हुए कहा कि ग्रीन फील्ड , अशोका फेस- 3 सहित पूरे जिले में जो डीटीपी एनफोर्समेंट का एरिया हैं,
उसमें जिन जिन लोगों ने ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (ओसी) लेने के बाद अपने अपने बिल्डिंगों में किसी प्रकार के अवैध निर्माण किए हुए हैं या उसमें चूहा फ्लैट बनाए हुए हो या बना रहे हो, इस सभी मामलों की गंभीरता से जांच की जा रही हैं, खामियां मिलने के बाद तुरंत बिल्डिंग मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना हैं कि इसमें किसी भी दोषी बिल्डरों को और प्लाट के मालिकों को बख्शा नहीं जाएगा।
एक ताजा मामला “अथर्व न्यूज़” के पास आशोका फेस-3 से आई हैं, जोकि निर्माणाधीन बिल्डिंग हैं, और कार्य तेजी से चल रहा हैं, में पार्किंग के हिस्से में एक चूहा फ्लेट बनाई जा रही हैं, इस बारे में बिल्डर से फोन पर संपर्क किया गया तो उनका कहना हैं कि मेरी जो बिल्डिंग हैं वह अभी बन रही हैं, इसमें सिर्फ एक स्टोर बना रहे हैं, सवाल के जवाब में कहा कि उनके साथ की एक बिल्डिंग में भी चूहा फ्लेट बने हुए हैं , इस तरह से यहां के लगभग सभी बिल्डिंगों में चूहा फ्लेट्स बने हुए हैं, सिर्फ यही नहीं बल्कि पूरे शहर में ऐसे बिल्डिंगों में चूहा फ्लेट्स बने हुए हैं, ये सब डीटीपी इंफोर्स्मेंट राजेंद्र टी शर्मा की जानकारी में हैं,इनके मुताबिक वैध बिल्डिंगों में जो भी अवैध निर्माण हो रहे हैं , वह सब के सब डीटीपी इंफोर्स्मेंट विभाग की मिलीभगत से हो रही हैं। इस बिल्डिंग की तस्वीर और प्लाट नंबर डीटीपी इंफोर्समेंट राजेंद्र टी शर्मा को भेज दी गई हैं, इस बिल्डिंग और अशोका फेस -3 की अन्य बिल्डिंगों में बने हुए चूहा फ्लेट्स जो कि अवैध हैं की गंभीरता से जांच करें। और सख्त कार्रवाई करें।
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