अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद को 20वें विश्व शांति सम्मेलन में ‘विश्व शांति शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार शिक्षा के माध्यम से शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया गया है।
यह पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध विश्व शांति के लिए शिक्षकों के अंतर्राष्ट्रीय संघ (इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एजुकेटर्स – आईएईडब्ल्यूपी) द्वारा ग्लोबल पीस फाउंडेशन (जीपीएफ-इंडिया), भारतीय पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संस्थान एवं कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के संयुक्त तत्वावधान में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया। उल्लेखनीय है कि 1,400 विश्वविद्यालयों में से केवल पांच को ही इस सम्मान के लिए चुना गया था।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सुशील कुमार तोमर ने उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, आईएईडब्ल्यूपी के अध्यक्ष डॉ. प्रियरंजन त्रिवेदी सहित पैनल के प्रतिष्ठित सदस्यों की उपस्थिति में पुरस्कार प्राप्त किया।जे.सी. बोस विश्वविद्यालय द्वारा कुलपति प्रो. तोमर के नेतृत्व में सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक न्याय, सामाजिक कार्य, सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों और भगवद गीता पर केंद्रित अभिनव पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। इन पहलों को अकादमिक पाठ्यक्रम में सहजता से एकीकृत किया गया है जोकि विद्यार्थियों में शांति और सद्भाव की संस्कृति को बढ़ावा देते है।
पुरस्कार प्राप्त करने पर, प्रो. तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए ‘विश्व शांति शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार’ से सम्मानित होना गर्व और सम्मान की बात है। यह उपलब्धि छात्रों के बीच शांति और सद्भाव की संस्कृति को बढ़ावा देने तथा सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। समारोह में विश्वविद्यालय से संकाय सदस्यों डॉ. संजीव गोयल, डॉ. रेणुका गुप्ता और डॉ. भावना उत्तम ने हिस्सा लिया। रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बीटेक के छात्र दिव्यांशु पांडे भी समारोह में विश्वविद्यालय की ओर से हिस्सा लिय।
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