अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: ग्रीन फिल्ड कालोनी में बिल्डर लोग इतने शातिर हैं जिन्हें कानूनी नियमों का बिल्कुल खौफ नहीं हैं। यही कारण हैं कि घर का सपना देखने वाले लोग इन शातिर बिल्डरों के शिकार हो जाते हैं। एक ऐसा ही मामला फ़िलहाल सामने आया हैं। डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने कुछ दिन पूर्व वैध निर्माण में किए गए अवैध निर्माणों को तोड़ दिया था। इनके जाने के कुछ दिनों के बाद फिर से बिल्डर ने उसमें टूटे हुए निर्माण को बना लिया। इस खबर तोड़े गए निर्माण व फिर से बना लिए गए निर्माण की फोटो प्रकाशित की गई हैं। जोकि आप स्वंय देख सकतें हैं। इस मामले में डीटीपी नरेश कुमार का कहना हैं कि इस निर्माण को एक फिर से चेक करवा कर उस बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जाएगा।
खबर के मुताबिक फरीदाबाद के ग्रीन फिल्ड कालोनी के प्लाट नंबर -1948 पर बिल्डर ने चार मंजिला बिल्डिंग बनाया गया हैं और इसके पिछले हिस्सों में बिल्डरों नक़्शे से अलग अवैध रूप से निर्माण किया हुआ हैं। इसमें लेट्रिन व बाथरूम जैसे कमरे अवैध रूप से बनाएं हुए हैं, जिसे डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने बीते 22 जुलाई 2020 को एक अर्थमूभर मशीन की सहायता से बिल्कुल बुरी तरह से तोड़ दिया था। आप इस खबर में टूटे हुए बिल्डिंग की तस्बीर को भी स्वंय देख सकते हैं। अब उसी बिल्डर ने फिर से टूटे हुए अवैध निर्माण को फिर से बड़ी तेजी के साथ बना लिया हैं, ताकि ग्राहकों को धोखे में रख कर लूटा जा सकें।
जब बिल्डर टोनी जिंदल से फोन पर पूछा गया की डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार द्वारा तोड़ी गई निर्माण को फिर से बनाया हैं, क्या आप ने इसके लिए सम्बंधित विभाग से कोई परमिशन ली हैं या नहीं। एक बार तो उसने कहा कि हैं उसने परमिशन ले ली हैं। फिर से उसने इस खबर को ना लिखने के लिए कहने लगा। हालत बता रहे हैं कि अभी तक टूटे हुए अवैध निर्माण की कोई परमिशन नहीं ली गई हैं। खबर से बचने के लिए ये बिल्डर झूठ बोल रहा हैं। इस प्रकरण में डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार का कहना हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी के प्लाट नंबर -1948 जो बिल्डिंग बनी हैं उसमें टॉयले ट व बाथरूम जैसे निर्माण अवैध रूप से किए गए थे,को उन्होनें अर्थमूभर मशीन से तोडा था। यदि उसने फिर से उस निर्माण को बना लिया हैं। एक बार वह फिर से चेक करवा कर उस बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा देंगें।