अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : बल्लभगढ़ का नाम बदलकर बलरामगढ़ किए जानेे पर छात्र संगठन युवा आगाज़ ने आज शहर भर में सर्वे कराया, जिसमें 95 फीसदी जनता सरकार से नाराज है। मात्र पांच फीसदी लोग ही इसके पक्ष में दिखाई दिए। संगठन कार्यकर्ताओं ने मुख्य बाजार में 1 हजार दुकानदार एवं कारोबारियों से संपर्क किया, जिसमें उक्त बातें निकल कर सामने आई हैं। सर्वे में लोगों ने बताया कि दस्तावेजों में नाम बदलना मुसिबत बन जाएगा, काम धंधा प्रभावित होगा, बाहरी लोग नए नाम से पूछेंगें ,तो स्थानीय लोग पुराना नाम ही बताएंगें, इससे बहुत बडी परेशानी खड़ी होने वाली है। सर्वे के दौरान शहरवासियों ने कहा कि वे जल्द ही केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, केबिनेट मंत्री विपुल गोयल, सीपीएस सीमा त्रिखा, विधायक मूलचंद शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपेंगें।
युवा आगाज संगठन द्वारा बल्लभगढ़ मार्केट व आम लोगों से लिखित रूप में पूछे गए उक्त नाम परिवर्तन में दुकानदारों, कारोबारियों ने बहुत ही तीखे व विरोधपूर्ण तरीके से इस फैसले को नकारा है। सर्वे के पहले दिन 1 हजार और सोशल मीडिया पर सैंकड़ों लोगों ने बल्लभगढ़ का नाम बदले जाने का विरोध किया है। इसके अलावा शहर के प्रबुद्ध लोगों में ललित कुमार बंसल, शिक्षाविद तेजपाल शर्मा, राकेश राव, देवराज चौधरी, अमित तेवतिया, राहुल गुप्ता, सुरेश गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, कृष्णपाल आजाद ने भी बल्लभगढ़ का नाम बलराम गढ़ किए जाने को गलत निर्णय बताया है। छात्र संगठन युवा आगाज के संयोजक जसवंत पंवार ने कहा कि सर्वे रिर्पोट बताती है कि प्रदेश सरकार किस तरह से जनविरोधी निर्णय ले रही है। श्री पंवार ने कहा कि बल्लभगढ़ में हमारी संस्था 50 हजार लोगों से संपर्क कर राय लेगी। जिसे बाद में विधायक मूलचंद शर्मा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सर्वे की कॉपी सौंपी जाएंगी। जो सर्वे सरकार का करवाना चाहिए था वह हमे करना पड रहा है।