अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अमित खत्री के निर्देशानुसार बिजली आपूर्ति के लिए बिजली निगम के आधारभूत संरचना (इंफ्रास्ट्रक्चर) को मजबूत किया जा रहा है। निगम द्वारा ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि, कंडक्टर में बदलाव, ओवरलोड फीडरों का लोड विभाजन, क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर का बदलाव आदि समयबद्ध तरीके से किये जा रहे हैं।गत दिवस दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की पूर्णकालिक निदेशक मंडल की बैठक हुई। इस बैठक मे 11 केवी के फीडरों के प्रतिस्थापन, द्विभाजन या त्रिभाजन व ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि व संतुलन की समीक्षा की गई।
डीएचबीवीएन में एसीएसआर कंडक्टर को बदलने के लिए कुल 516 फीडरों की पहचान की गई है। उनमें से 127 फीडरों का एसीएसआर कंडक्टर बदल दिया गया है और शेष 389 फीडरों का कार्य वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूरा हो जाएगा। 11 केवी के कुल 497 फीडर ओवर लोड पाए गए हैं। जिनमें से 131 फीडरों का द्विभाजन व त्रिभाजन 31 अक्टूबर 2023 तक पूरा हो चुका है तथा 233 फीडरों का द्विभाजन वर्ष 2024-25 में पूरा हो जाएगा। शेष 11 केवी के 133 फीडरों का द्विभाजन वित्तीय वर्ष 2025-26 में आरडीएसएस योजना के तहत पूरा हो जाएगा। वित्तीय वर्ष 2023-24 में अक्तूबर 23 तक, 18263 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए, बिजली निगम द्वारा सभी क्षतिग्रस्त को बदल दिया गया है। 5055 वितरण ट्रांसफार्मर पर असंतुलित लोड पाया गया, जिनमें से 4947 वितरण ट्रांसफार्मर पर लोड संतुलन गतिविधि पूरी हो चुकी है और शेष वितरण ट्रांसफार्मर पर गतिविधि आगामी जनवरी 2024 तक पूरी हो जाएगी।अक्तूबर 23 तक 475 फीडरों को कंडक्टर के संवर्धन के लिए पहचाना गया है, जिनमें से 60 फीडर के कंडक्टर को संवर्धित किया गया है और शेष 415 फीडर का काम वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, 2676 वितरण ट्रांसफार्मर ओवरलोड पाए गए, जिनमें से 1508 ट्रांसफार्मर को संवर्धित किया गया है, शेष 1168 वितरण ट्रांसफार्मर पर काम 31 अगस्त 2024 तक पूरा हो जाएगा। बिजली निगम उपभोक्ताओं को सुचारू बिजली व्यवस्था उपलब्ध करवाने में निरंतर प्रयासरत है।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments