अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: डिप्टी कमिश्नर यशपाल यादव ने आज फरीदाबाद में एक कोरोना वायरस केस की पुष्टि की हैं। फरीदाबाद में अब तक का यह पहला केस हैं। कोरोना ग्रस्त मरीज एक महिला हैं, जिसकी उम्र करीब 65 साल हैं, जोकि सेक्टर -15 की रहने वाली हैं। बताया गया हैं कि 12 मार्च 2020 को स्पेन से लौटी थी फरीदाबाद। अभी उनका इलाज सेक्टर -16 स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा हैं। आप स्वंय इस खबर में प्रकाशित वीडियो में यशपाल यादव , डिप्टी कमिश्नर, फरीदाबाद को सुनिए। वही, स्वास्थ्य विभाग के उप -सिविल सर्जन एवं नोडल अधिकारी कोरोना डा. रामभक्त ने बताया कि जिला फरीदाबाद में अभी तक बाहर से आए हुए कुल 232 यात्रियों की सूचना मिली थी। इनमें से 28 यात्रियों को अलग रखने का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 204 अभी निगरानी में है। अभी तक एक मामला संदिग्ध है,जिसके सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। इसके अलावा 64 अन्य व्यक्ति भी निगरानी में अलग रखे गए हैं।
इसके अलावा खाद्य एवं औषधि प्रशासन के वरिष्ठ औषधि नियंत्रक अधिकारी करण गोदारा ने लोगों का आह्वान किया है कि वह किसी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास ना करें। जिले में विभाग द्वारा समुचित मात्रा में हैंड सैनिटाइजर तथा मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि विभाग की टीमें लगातार बाजार में छापेमारी कर रही है ताकि कोई भी दवा विक्रेता इन दोनों ही वस्तुओं की न तो कालाबाजारी कर पाए और न ही इनको मूल्य से अधिक बेच पाए।आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में करण गोदारा ने बताया कि मास्क उत्पादकों से पिछले दिनों बातचीत के बाद यह साफ कर दिया था कि बाजार में किसी भी कीमत पर 8 रुपए से अधिक कीमत पर कोई भी खुदरा दवा विक्रेता तीन लेयर वाला तथा एन 95 मास्क 250 रुपए से अधिक सभी करों सहित नहीं बेचेगा। जिसके बाद मास्क उत्पादक लगातार खुदरा दवा विक्रेताओं को मास्क उपलब्ध करा रहे हैं तथा इसी प्रकार से विभाग यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि बाजार में हैंड सैनिटाईजर की कमी न हो और उनको उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की जा रही है।
गोदारा के अनुसार यदि कोई भी खुदरा दवा विक्रेता तीन लेयर मास्क 8 और एन 95 मास्क 250 रुपए से अधिक और हैंड सेनीटाइजर उस पर लिखे अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक बेचता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गोदारा ने लोगों का भी आह्वान किया कि वह भी यह सुनिश्चित कर लें कि यदि कोई भी दवा विक्रेता इस निर्धारित मूल्य से अधिक मास्क या फिर एमआरपी से अधिक हैंड सैनिटाइजर देता है तो उसकी शिकायत विभाग के किसी भी अधिकारी से कर सकते हैं। उनके अनुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीमें लगातार फील्ड में छापेमारी कर रही है। उन्होंने साथ ही चेताया कि यदि कोई भी दवा विक्रेता इन मूल्यों से अधिक किसी भी वस्तु पर वसूलता पाया गया तो उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। गोदारा ने लोगों से अपील भी की कि जिले में समुचित मात्रा में हैंड सैनिटाइजर व मास्क उपलब्ध कराए जा रहे है इसलिए किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें साथ ही उन्होने आमजन से अपील भी की है कि विभाग समूचित मात्रा में दोनों आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है लेकिन इसमें आप सभी के सहयोग की जरूरत है। आप भी इन दोनों ही आवश्यक वस्तुओं का घर में संग्रह न करें जिसकों जितनी जरूरत है केवल उतना ही हैंड सेनेटाईजर खरीदे ताकि दूसरे व्यक्ति को भी वह उपलब्ध हो सकें।