अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस अकादमी में आयोजित दिल्ली पुलिस के नए भर्ती उप-निरीक्षकों, प्रधान सिपाही (लिपिक, एडब्ल्यूओ / टीपीओ, मास्टर लश्कर) और सिपाही (दमन और दीव पुलिस) (आरटीओ / एडब्ल्यूओ) की दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। प्रधान सिपाही (लिपिक) एवं प्रधान सिपाही (AWO) का सबसे बड़ा बैच, पहली बार 15 प्रधान सिपाही (लिपिक) दिव्यांग भी पुलिस सेवा में शामिल, उत्तीर्ण प्रशिक्षुओ में एक तिहाई महिलाएं भी शामिल हैं। आप इस खबर में लाइव वीडियो और तस्वीरें भी देख सकतें है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मूल प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, 4 उप-निरीक्षक 52 बैच, 708 प्रधान सिपाही (लिपिक) (462 पुरुष और 246 महिला ) 69 बैच, 640 प्रधान सिपाही (एडब्ल्यूओ/टीपीओ) (428 पुरुष और 212 महिला) 6 बैच, 1 प्रधान सिपाही (मास्ट लश्कर) व 2 सिपाही (दमन और दीव पुलिस) (आरटीओ / एडब्ल्यूओ) के दीक्षांत समारोह का आयोजन परेड ग्राउंड, दिल्ली पुलिस अकादमी, झड़ौदा कलां, नई दिल्ली में किया गया । लगभग 4 हजार व्यक्तियों जिनमें प्रशिक्षुओं के परिवार के सदस्य, मेहमान,प्रशिक्षुओं और वरिष्ठ अधिकारियों सहित) ने अपनी उपस्थिति के माध्यम से दीक्षांत समारोह के गवाह बने और आयोजन की शोभा बढ़ाई ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि आईपीएस विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक, (सुरक्षा), दिल्ली ने प्रशिक्षुओं के मार्चिंग दस्तों की सलामी ली। इन बैचों में न केवल प्रशासनिक संचालन में बल्कि साइबर सुरक्षा, ऑनलाइन अपराध,प्रभावी संचार और नए आपराधिक कानूनों के क्षेत्र में भी क्षमताओं का एक अनूठा मिश्रण है, जिन्हे 1 जुलाई, 2024 को लागू किया जा रहा है। प्रधान सिपाही संचार इकाई की सक्रियता हमेशा तेजी से संचार से संबंधित सभी कार्यों के प्रबंधन में दिल्ली पुलिस की सहायता के लिए बराबर की भागीदारी होती है। इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक प्रबंधन की रीढ़ के रूप में प्रधान सिपाही (लिपिक) दिल्ली पुलिस विभाग को अतिरिक्त ताकत प्रदान करेंगे। ये प्रशिक्षु मानसिक और शारीरिक दोनों योग्यताओं में समान रूप से उपयुक्त हैं,शक्ति और कौशल का एक आदर्श संयोजन है। इसकेअलावा , दिल्ली पुलिस अकादमी विभिन्न समुदायों, संस्कृति और शैक्षणिक पृष्ठभूमि से 450+ महिला पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित करने में गर्व महसूस कर रहे हैं। यह निश्चित रूप से नारी शक्ति की भावना को मूर्त रूप देते हुए दिल्ली पुलिस में महिला प्रतिनिधित्व को बढ़ाएंगे ।इन जत्थों में 1355 पुलिस कर्मी शामिल हैं। वे सभी अच्छी तरह से शिक्षित हैं (92 स्नातकोत्तर और 1000+ स्नातक)। देशभर के विभिन्न हिस्सों से आने वाले प्रशिक्षु दिल्ली पुलिस को विविधता के साथ समृद्ध करेंगे और दिल्ली पुलिस में राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा देंगे। यह संगठन के लिए गर्व का क्षण है।इसके अलावा, पहली बार दिल्ली पुलिस में 15 प्रधान सिपाही (लिपिक) जिनमें 10 पुरुष व 5 महिला (दिव्यांग) को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण देकर दिल्ली पुलिस विभाग में शामिल किया गया है । जितेन्द्र मणि, उप निदेशक-I, दिल्ली पुलिस अकादमी ने सभी प्रशिक्षुओं को दीक्षांत समारोह के दौरान शपथ दिलाई, आसिफ मोहम्मद अली, संयुक्त निदेशक, दिल्ली पुलिस अकादमी ने स्वागत भाषण में दिल्ली पुलिस अकादमी में दिए गए प्रशिक्षण की मुख्य रूपरेखा से अवगत करवाया । मुख्य अतिथि दीपेंद्र पाठक, आईपीएस ने अपने ज्ञान और बहुमूल्य अनुभवों को साझा किया । इसके अलावा,उन्होंने शुभकामनाओं के साथ-साथ विजेताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। भवानी सिंह राठौर, असिस्टेंट प्रोफेसर,राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, गुजरात भी इस दीक्षांत समारोह में शामिल हुए और प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए । प्रधान सिपाही (लिपिक) 69 बैच के बीच काजल दहिया ने ऑल राउंड बेस्ट और विधि विषय में प्रथम स्थान प्राप्त किया, प्रधान सिपाही (लिपिक) विक्रांत सिंह, आउटडोर, प्रधान सिपाही (लिपिक) विकास कुमार, कंप्यूटर में, प्रधान सिपाही (लिपिक) प्रीती, फायरिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया । प्रधान सिपाही (एडब्ल्यूओ/टीपीओ) के बीच प्रधान सिपाही (AWO/TPO) ज्योति यादव ने ऑल राउंड बेस्ट, प्रधान सिपाही (AWO/TPO) अंजू, इंडोर में प्रथम और प्रधान सिपाही (AWO/TPO) कविंद्र सिंह ने आउटडोर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। दीक्षांत समारोह का समापन नव प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को शुभकामनाएं देने के साथ हुआ, जो अनुशासित बल के सदस्य के रूप में पर्याप्त कौशल के साथ दिल्ली पुलिस में राजधानी की सेवा करने के लिए अग्रणी हैं।
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