अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कायर करार देते हुए कहा कि 11 साल के कार्यकाल में उन्होंने बार-बार सरेंडर किया है। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में हुई पत्रकार वार्ता में मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने सरेंडर कर देने वाली टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा-आरएसएस के लोगों का इतिहास हमेशा से ही कायरता का रहा है। कांग्रेस पार्टी देश के सैन्य बलों पर गर्व करती है। इस देश की सेना मजबूत है, यह देश मजबूत है, लेकिन देश का प्रधानमंत्री और सरकार कायर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी भारत नहीं हैं और भारत मोदी नहीं है।
पवन खेड़ा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटनों के बल पर ला दिया था। अचानक ट्रंप का फोन आया और नरेंद्र मोदी ने सरेंडर कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर मोदी ने ट्रंप के दबाव में संघर्ष विराम नहीं किया होता, तो पाकिस्तान मुंह के बल गिर जाता और कई समस्याएं हमेशा के लिए हल हो गई होतीं। उन्होंने ट्रंप के व्यापार की धमकी देकर संघर्ष विराम कराने वाले बयानों पर नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते थे कि काला धन लाएंगे, बेरोजगारी हटाएंगे, किसानों की आमदनी दोगुनी कर देंगे, चीन को लाल आंख दिखाएंगे।लेकिन प्रधानमंत्री ने बार-बार सरेंडर किया और अपने किसी वादे को पूरा नहीं किया। खेड़ा ने मोदी सरकार की विदेश नीति को सरेंडर नीति बताते हुए बांग्लादेश का उदाहरण दिया, जहां चीन भारत की सीमा से 12 किलोमीटर दूर एक पुराने एयरबेस को अपग्रेड कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि संकट की घड़ी में एक भी देश ने भारत के सुर में सुर मिलाकर पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित नहीं किया। उन्होंने कुवैत का भी जिक्र किया, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान से वीजा प्रतिबंध हटा दिए और अब पाकिस्तान के साथ श्रम समझौता कर रहा है, जबकि कुवैत की 21 प्रतिशत आबादी और 30 प्रतिशत श्रमिक भारतीय हैं। उन्होंने आगे कहा कि नेपाल में भारत-विरोधी भावना बढ़ी है, जो दस साल पहले नहीं थी। उन्होंने सवाल उठाया कि आज नेपाल चीन के इतना करीब क्यों आ गया है। उन्होंने याद दिलाया कि बीते महीने ही आईएमएफ ने पाकिस्तान को ऋण दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री की एशियन डेवलपमेंट बैंक के चीफ के साथ तस्वीर भी दिखाई और कहा कि दो दिन बाद तीन जून को एडीबी ने पाकिस्तान को 800 मिलियन डॉलर दे दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी कि वे नीति बनाकर चीनी माल के आयात पर प्रतिबंध लगाएं। उन्होंने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे चीन से बहुत डरते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार अब तक इस बारे में चुप है कि पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादियों का क्या हुआ? संघर्ष विराम किन शर्तों पर हुआ? देश के आत्मसम्मान के साथ ये सौदा क्यों हुआ? हाफिज सईद, अजहर मसूद जैसे आतंकी कहां हैं?
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