अजीत सिन्हा/नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कर्नाटक के बीदर जिले में सिविल ठेकेदार सचिन मोनपा पंचाल आत्महत्या केस में कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे के करीबी राजू कपनूर की संलिप्तता बताई। जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि सिविल ठेकेदार सचिन मोनपा पंचाल ने अपने सुसाइड नोट के माध्यम से राजू कपनूर द्वारा धमकी देने और 1 करोड़ रुपये की मांग करने का आरोप लगाया था।
राव ने कहा कि कर्नाटक के बीदर जिले में सिविल ठेकेदार सचिन मोनपा पंचालने 26 दिसंबर को एकट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली, जो कि बहुत दुखद है। सचिन मोनपा पंचाल ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या केकारणों का उल्लेख करते हुए लिखा था कि राजू कपनूर ने उन्हें जान से मारने की धमकी दीथी और 1 करोड़ रुपए देनेका दबाव बनाया था। इसके अलावा, उन्होंने कई अन्य लोगों को भी मारने की धमकी दी थी। मोनपा पंचाल ने यह सबअपनी आत्महत्या के कारण के रूप में अपने सुसाइड नोट में लिखा था। इस सुसाइड नोट कीजांच की गई और यह पाया गया कि यह प्रामाणिक था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री राव ने कहा कि राजू कपनूर जो कांग्रेस अध्यक्षमल्लिकार्जुन खड़गे के सुपुत्र और कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री प्रियांकखड़गे के बहुत ही करीबी है और उनके समर्थन से ही इस प्रकार का लूटपाट के काम कर रहेथे। सचिन मोनपा पंचाल ने अपने सुसाइड नोट में ये लिखा है कि राजू कपनूर द्वाराभारतीय जनता पार्टी के विधायक बसवराज मत्तीमाडु को मारने की एक साजिश रची गई है।इसका संज्ञान लेते हुए कर्नाटक पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच पड़ताल अब राज्यके सीआईडी को सौंपा गया है।
ये सब होने के बावजूद राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैयाका दावा है कि सुसाइड नोट प्रामाणिक नहीं है,लेकिन बाद में एफएसएल रिपोर्ट ने पुष्टि की कि यह वास्तव में सिविल कॉन्ट्रैक्टर द्वारा ही लिखा गया था। अगर सुसाइड नोट प्रामाणिक नहीं था, तो पुलिस ने इसका संज्ञान क्यों लिया और एफएसएल नेक्लीन चिट क्यों दी? राव ने कहा कि सुसाइड नोट अब कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेताराहुल गांधी को भेजा गया है, जो इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक की कांग्रेससरकार से प्रियांक खड़गे पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हे उनके मंत्री पद से हटानेकी मांग करती है। इसके अलावा झूठे दावे करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सेमाफ़ी की मांग करते हैं। कांग्रेस पार्टी को कर्नाटक के लोगों से राज्य के इतिहास मेंसबसे भ्रष्ट सरकार देने और अपने एक भी वादे पूरे न कर पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
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