अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना योद्धा डाॅक्टर जावेद अली के निधन पर बृहस्पतिवार को उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा। संविदा पर तैनात करीब 42 वर्षीय डॉक्टर जावेद अली का कोविड-19 के चलते 20 जून को निधन हो गया था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना काल में हमारे डाॅक्टर्स अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन- रात मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे ही एक कोरोना योद्धा डाॅक्टर जावेद अली का हाल ही में कोरोना से निधन हो गया था। आज उनके परिवार से मिल कर एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी। भविष्य में भी उनके परिवार का ख्याल रखेंगे।’’ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश में केवल दिल्ली सरकार ही है, जो कोरोना योद्धाओं को इस तरह आर्थिक मदद कर रही है।
डाॅ. जावेद के मालवीय नगर स्थित घर जाकर परिजनों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि डाॅक्टर जावेद अली हमारे दिल्ली सरकार में डाॅक्टर थे। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना के मरीजों का इलाज किया। उन्होंने कोरोना के मरीजों की सेवा में पिछले तीन-चार महीने में काफी मेहनत की थी। लोगों की सेवा करने के दौरान उनको भी कोरोना हो गया। इस बीमारी से हम उन्हें बचा नहीं पाए और उनकी मौत हो गई। उनकी मौत का हमें बहुत ज्यादा अफसोस और दुख है। पूरी दिल्ली के लोग उनकी शहादत को सलाम करते हैं और उनके परिवार के साथ हम लोग खड़े हैं। आज मैने उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की। हमने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता दी है। वैसे तो किसी की जान की कोई कीमत नहीं होती है, लेकिन यह छोटी सी एक राशि है। हम उनके परिवार की परवाह करते हैं और पूरी दिल्ली व पूरा समाज उनके साथ खड़ा है। मैंने उन्हें भरोसा दिया है कि भविष्य में भी यदि कोई जरूरत पड़े तो हमें बताएं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर कोरोना से निपटने में थोडे-थोड़े हम लोग कामयाब नजर आ रहे हैं। उसमें हम लोग अपने कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देते हैं। इसका भी अपना एक महत्व है। क्योंकि सभी कोरोना पर काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को यह लगता है कि सरकार हमारा ख्याल रखती है और वे बढ़-चढ़ कर काम कर रहे हैं। सभी डाॅक्टर्स, नर्सेंज और कर्मचारी सभी लोग बढ़ चढ़ कर मेहनत कर रहे हैं। पूरे देश में कोई भी राज्य सरकार ऐसा नहीं कर रही है। केवल दिल्ली सरकार आर्थिक मदद कर रही है। मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में कोरोना को कम करने में कामयाब होंगे। उल्लेखनीय है कि डॉ. जावेद अली मूलरूप से उत्तर प्रदेश के चंदौसी जिले के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनका 6 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है. जबकि उनकी पत्नी डाॅ. हीना कौसर एक नर्सिंग होम में बतौर डॉक्टर कार्यरत हैं। मार्च महीने से डाॅ. जावेद कोविड-19 की ड्यूटी पर थे। उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि 24 जून को हुई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। एम्स ट्रॉमा सेंटर में 20 जून को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।