अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चण्डीगढ: हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने आज कैथल में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में पांच साल पहले हुए एक मर्डर केस में सीबीआई जांच की अनुशंसा करने सहित एक युवती द्वारा उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई न करने पर पुलिस कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर के आदेश जारी किए। वहीं, चार मामलों में कमेटी गठित कर अगली बैठक तक जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिए। विज आज कैथल में जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में 15 शिकायतों की सुनवाई की गई और इसमें नौ पुरानी व 6 नई शिकायतें शामिल रही। बैठक में पुरानी शिकायतों में शामिल पहली शिकायत में सीवन गेट निवासी मनजीत सिंह की उसकी बेटी को विदेश भेजने में धोखाधड़ी संबंधी शिकायत पर मंत्री अनिल विज ने एसपी को निर्देश दिए कि वे आरोपियों के खिलाफ चंडीगढ़ की बजाए जिला कैथल में ही जीरो एफआईआर दर्ज करें। मंत्री ने एसपी कैथल को कष्ट निवारण समिति की बैठक में जारी किए गए आदेशों की दृढ़ता से पालन करने के आदेश जारी किए। उन्होंने पहले इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए। इस शिकायत को लंबित रखा गया।कसान निवासी कुसुम की मनरेगा की 5600 रुपये की राशि को उसके खाते से काटे जाने संबंधी शिकायत पर एलडीएम ने शिकायतकर्ता की राशि वापस करने बारे जानकारी दी। जिस पर मंत्री ने कहा कि यह राशि नकद में दी गई है,जो नियमानुसार गलत है। उन्होंने एडीसी की अध्यक्षता में विजिलेंस कमेटी को इस मामले की जांच करवाने के आदेश दिए। अगली शिकायत चीका निवासी लक्ष्मी चंद की थी। जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की गई थी तथा उसके द्वारा दी गई जवाबी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस विभाग द्वारा बताया गया कि यह क्रिप्टो करंसी से संबंधित मामला है। इसमें मंत्री अनिल विज ने पुलिस को आदेश दिए कि वे संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखे। अगली शिकायत में ऋषि नगर निवासी नीतू मौण ने वर्ष 2020 में अपने भाई की हत्या के मामले में किसी की गिरफ्तारी न होने बारे शिकायत की थी। पिछली बैठक में मंत्री के आदेशानुसार पुलिस ने विदेश गए संदिग्ध आरोपी की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू करने बारे जानकारी दी। जिस पर शिकायतकर्ता पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थी। इसके बाद मंत्री अनिल विज ने इस मामले को सीबीआई जांच करवाने की अनुशंसा की। उन्होंने डीसी को निर्देश दिए कि वे मुख्य सचिव को इस मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने बारे आवश्यक कार्रवाई के आदेश जारी करें। हेमू माजरा निवासी बलविंद्र सिंह की बिजली कनेक्शन संबंधित शिकायत थी। विभाग द्वारा कनेक्शन जारी कर दिया गया। शिकायतकर्ता की संतुष्टि के बाद इस मामले का निपटान कर दिया गया।इसी प्रकार, अगली शिकायत कैथल निवासी संध्या की परिवार पहचान पत्र में किसी अन्य महिला का नाम जोड़े जाने संबंधी शिकायत में मंत्री को बताया गया कि संबंधित सीएससी सेंटर संचालक व विभागीय कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिख दिया गया है और परिवार पहचान पत्र ठीक कर दिया गया है और संबंधित महिला से रिकवरी भी कर ली गई है। मंत्री अनिल विज ने सीएससी संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पुलिस को आदेश दिए कि संबंधित सीएससी संचालक का पूरा रिकॉर्ड चेक किया जाए। जिस-जिस की भी इसमें मिलीभगत है, उसके खिलाफ भी नियमानुसार कार्रवाई की जाए। इसी प्रकार, अगली शिकायत गांव कैलरम निवासी टीका राम की थी। उसने आरोप लगाया कि काडा विभाग द्वारा खाल को कागजों में पक्का दिखाया गया है, जबकि खाल मौके पर करीब एक एकड़ पर कच्चा है। इस पर मंत्री अनिल विज ने कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर शिकायत का निपटारा कर दिया गया।धनौरी निवासी संतोष की उसके खेत के नहरी खाल पर कब्जे की शिकायत पर सुनवाई करते हुए मंत्री अनिल विज ने सिंचाई विभाग, बीडीपीओ की रिपोर्ट सहित काडा के एक्सईएन द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर चर्चा कर जानकारी हासिल की। चर्चा में संगतपुरा पुलिस चौकी द्वारा कब्जा छुड़वाने की मांग के बावजूद कोई कार्रवाई न किए जाने की बात सामने आने व सिंचाई विभाग द्वारा मामले में कार्रवाई में देरी पाए जाने पर दोनों विभागों के आला अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। मंत्री ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि वे मामले की तह तक जाएंगे। चाहे उन्हें मौके पर ही क्यों न जाना पड़े। पुरानी शिकायतों में अंतिम शिकायत गांव क्योड़क निवासी राजपाल आर्य की नेट हाउस की सब्सिडी न दिए जाने बारे थी। जिसमें पिछली बैठक में जांच के आदेश दिए थे। डीसी ने मंत्री को मामले की जांच रिपोर्ट दी। इसके बाद मंत्री अनिल विज ने शिकायतकर्ता की मांग पर इस मामले में एडीसी, एसडीएम एवं तहसीलदार मौके का दौरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश जारी किए।नई शिकायतों में पहली शिकायत रणधीर कालोनी निवासी निधि ने ससुराल पक्ष पर मारपीट सहित कई आरोप लगाए थे। जिसमें पुलिस ने जवाब दिया कि उसके आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिकायतकर्ता पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर नहीं आए और बताया कि उसका पति अफीम का काम करता है और अवैध हथियार रखता है। साथ ही उसने एक वीडियो भी मंत्री को दिखाया। मंत्री श्री अनिल विज ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एसडीएम अजय सिंह व डीएसपी गुरविंद्र सिंह को कैथल स्थित उसके पति के घर व जींद एसपी को नरवाना में स्थित उसके पति के दूसरे घर पर रेड के आदेश जारी किए और कहा कि यदि अफीम व हथियार मिलते हैं तो तुरंत कार्रवाई की जाए। साथ ही शिकायतकर्ता की मांग पर उसके केस को हांसी में ट्रांसफर करने के पुलिस को निर्देश दिए।ऐसे ही, अगली शिकायत में कैथल निवासी एक महिला ने उसकी पुत्री को कैथल निवासी राहुल व सौरभ द्वारा अश्लील मैसेज व्हाट्सएप व टेलीग्राम के माध्यम से भेजने व आते-जाते समय उसकी पुत्री को परेशान करने पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने की शिकायत दी। शिकायतकर्ता ने उसके मोबाइल पर भेजी गई चेट की प्रतियां भी मंत्री को दिखाईं। जिन्हें पढ़कर मंत्री अनिल विज ने सख्त लहजे में एसपी को शिकायतकर्ता महिला सुनवाई करने के आदेश जारी किए। साथ ही उस पुलिस कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए, जिस कर्मचारी को शिकायतकर्ता महिला ने प्रताड़ना संबंधी चेट उपलब्ध करवाई थी और इसके बावजूद उस कर्मचारी ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। इसके साथ ही प्रताड़ना करने के जो दो आरोपी हैं, उनके खिलाफ केस दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए। उन्होंने कहा कि महिला विरुध अपराधों में तुरंत एफआईआर दर्ज की जाएइसी तरह, अगली शिकायत में गांव कांगथली के सरपंच व अन्य ने उनके क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा संचालित की जा रही डेयरी में नकली दूध, पनीर व अन्य पदार्थ तैयार करने की शिकायत दी। जिस पर मंत्री अनिल विज ने फूड सेफ्टी ऑफिसर से जवाब मांगा। जिसमें पता चला कि उक्त डेयरी संचालक के यहां से तीन बार सैंपल लिए जा चुके हैं और उसके खिलाफ एडीसी कोर्ट में केस भी फाइल किया गया है। मंत्री अनिल विज ने फूड सेफ्टी ऑफिसर स्तर पर ऐसी फर्म को सील न किए जाने की पावर न होने की बात पता चलने पर तुरंत विभाग के एसीएस से फोन पर बात की और इस फर्म को सील करने के आदेश जारी किए। उन्होंने कहा कि जिस डेयरी का सैंपल फेल आ गया, उसे तुरंत सील करें। ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो। कई जिला कष्ट निवारण समिति सदस्यों ने भी इस कार्रवाई का समर्थन किया।

गांव दयौरा की हरिजन बस्ती के निवासियों की घरों के ऊपर से गुजर रही बिजली की हाई वोल्टेज की तार हटाने की मांग पर मंत्री अनिल विज ने जिला कष्ट निवारण समिति सदस्य द्वारा बिना विवाद की भूमि सुझाए जाने पर एक्सईएन बिजली बोर्ड को लाइन शिफ्ट करने के आदेश जारी किए। गांव नरवल निवासी राजकुमार की शिकायत थी कि उसकी पत्नी ने अमन प्राइवेट अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। जिसमें एक बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में दूसरे अस्पताल का नाम लिख दिया गया। जिस पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही। इस पर मंत्री अनिल विज ने सीएमओ कैथल को बोर्ड गठित कर जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिए। साथ ही जन्म प्रमाण पत्र में अस्पताल का नाम ठीक करने की आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के आदेश जारी किए। बैठक की अंतिम शिकायत बलराज नगर निवासी सुमन की थी। उसने विधवा पैंशन बनवाए जाने की मांग की थी। विभाग ने जानकारी दी कि शिकायतकर्ता महिला की पेंशन शुरू करवा दी गई है। जिस पर इस शिकायत को मौके पर ही निपटा दिया गया।इसके बाद मंत्री अनिल विज ने शिकायत लेकर पहुंचे आमजन की एक-एक करके शिकायत ली और डीसी व एसपी को सभी शिकायतों में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए।

