अजीत सिन्हा / नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज शनिवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय से ‘नमो नवमतदाता अभियान’ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, सह मीडिया प्रभारी डॉ संजय मयूख सहित पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहली बार मतदान का प्रयोग करने जा रहे नव मतदाता युवा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में ‘नमो मतदाता अभियान के प्रतीक चिह्न और टीशर्ट का अनावरण किया गया तथा इस अभियान से जुड़ने के लिए एक मिस्ड कॉल नंबर भी जारी किया गया। ‘नमो नवमतदाता अभियान’ का शुभारंभ करते हुए नड्डा ने कहा कि 25 जनवरी को नव मतदाता दिवस है। उस दिन देश के 5,000 विभिन्न स्थानों पर हजारों युवाओं को मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संबोधित भी किया जाएगा। भाजपा ने तय किया है कि 1 करोड़ नव मतदाताओं का पंजीकरण करवाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि ‘नमो नवमतदाता अभियान’ में शामिल प्रत्येक युवा के भीतर एक नई ऊर्जा का संचार होगा। आज का युवा अत्यंत सौभाग्य शाली है कि उन्हें भारत को मजबूत और विकसित बनाने का अवसर मिला है और इसके लिए सभी युवाओं को नवमतदाता अभियान में पंजीकृत होना है एवं देश के हर युवा को 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने मत का प्रयोग कर भारत को और मजबूत बनाना है।
युवाओं और भारत के विकास की और काफी तेजी से बढ़ जा रहा है। नव मतदाता सबसे ताकतवर होते हैं, इसलिए आज केंद्र सरकार ने नव मतदाता के पंजीकरण का शुभारंभ किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एजेंडा विकसित भारत का है। युवा, आंत्रप्रिन्योर और किसानों को आगे बढ़ाने व महिलाओं को ताकत देने का है, साथ ही देश से गरीबी को समाप्त करने का है। इसके उलट घमंडिया गठबंधन का एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ है। घमंडिया गठबंधन के दो ही एजेंडे हैं – पहला परिवार बचाना और दूसरा प्रॉपर्टी बचाना। नड्डा ने घमंडिया गठबंधन के हर दल की पारिवारिक राजनीतिक और वंशवाद की सच्चाई बताते हुए कहा कि फारुख को उमर अबदुल्ला की चिंता है,मुफ्ती
मोहम्मद महबूबा की चिंता करते चले गए, प्रकाश सिंह बादल को सुखबीर की चिंता थी, मुलायम को अखिलेश की चिंता थी, अखिलेश को डिंपल की चिंता है, लालू को राबड़ी की चिंता है, राबड़ी को तेजस्वी यादव की चिंता है, ममता दीदी को भतीजे अभिषेक की चिंता है, वाइएस राजशेखर को जगन मोहन की चिंता थी, केसीआर को केटीआर की चिंता है, केटीआर को के कविता की चिंता है, करुणानिधि को स्टालिन की चिंता थी, स्टालिन को उदयनिधि की चिंता है, शरद पवार को सुप्रिया की चिंता है और उद्धव को आदित्य की चिंता है। इसमें सोने पर सुहागा ये है कि ऊपर से लेकर नीचे तक सभी पर भ्रष्टाचार के मामलों में सीबीआई, ईडी के केस चल रहे हैं। सभी बेल पर बाहर हैं और सबको तारीख पर जाना पड़ता है। घमंडिया गठबंधन के नेताओं द्वारा खुद भ्रष्टाचार करने के बाद कार्यवाही करने पर प्रवर्तन निदेशालय को कोसना कहीं से भी तर्क संगत नहीं है। इन भ्रष्टाचारी नेताओं की सूची में अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन भी शामिल हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों मां- बेटा बेल पर बाहर हैं। भ्रष्टाचार और घपला करना ही इनका एजेंडा है और इसी एजेंडे को ये लोग आगे बढ़ा रहे हैं। नड्डा ने सनातन विरोधियों पर प्रहार करते हुए कहा कि उधर स्टालिन को सनातन से डर लगता है, इधर विपक्ष को भगवा से डर लगता है। दूसरी ओर ममता दीदी के राज में साधुओं को पीटा जा रहा है। जब पूरा देश राममय हो रहा है, उस समय I.N.D.I. घमंडिया गठबंधन को भगवा से समस्या हो रही है। इंडी गठबंधन पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन एक वर्चुअल गठबंधन है इसलिए वह वर्चुअल मीटिंग ही करेंगे और उससे ज्यादा वह कुछ नहीं कर सकते।
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