अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
पुलिस कस्टडी से 2017 से फरार चल रहे एक लाख रुपए के इनामी बदमाश को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपित को यूपीएसटीएफ और बिहार एसटीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान बीटा टू थाना क्षेत्र में एनआरआई कट के पास से पकड़ा गया है.बिहार पुलिस ने नवम्बर 2024 में इसके खिलाफ एक लाख का इनाम घोषित किया गया
ये तस्वीर है बिहार के कुख्यात बदमाश धर्मवीर यादव को लेकर बिहार एसटीएफ लगातार तलाश कर रही थी और इसको लेकर उत्तर प्रदेश एसटीएफ को भी सूचना दी गई थी। आज मुखबिर को सूचना मिली पर कि धर्मवीर यादव बीटा टू थाना क्षेत्र में एनआरआई कट के पास खड़ा हुआ है, जो कहीं जाने की फिराक में है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश और बिहार एसटीएफ की टीम तत्काल प्रभाव से मौके पर पहुंच गई और आरोपी की घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर लिया।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि धर्मवीर यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर 2014 में थाना अलौली जनपद खगड़िया बिहार क्षेत्र में ईंट भट्टे पर काम करने वाले मुंशी आलोक का अपहरण कर लिया था। इसको लेकर उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। उसके बाद धर्मवीर यादव ने अपने परिजनों के साथ मिलकर 2016 में जमीन के विवाद में अपने गांव के रहने वाले राजेश यादव की हत्या कर दी थी।
इसको लेकर भी इसके खिलाफ थाना अलौली पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में आरोपी के पिता और भाई को भी गिरफ्तार किया गया था, जबकि यह मौके से फरार हो गया था ।
एएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि उसके बाद 2017 में थाना हाजीपुर बिहार पुलिस द्वारा धर्मवीर यादव को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित ने जेल में रहते हुए जेल से भागने की योजना बनाई और एक दिन धर्मवीर यादव ने सीने में दर्द का बहाना बनाया और जब पुलिस उसको उपचार के लिए सदर अस्पताल खंगड़िया ले गई तो यह मौका पाकर वहां से फरार हो गया। आरोपित तभी से लगातार गिरफ्तारी के डर से अपना नाम छुपा कर अनमोल राय और अमित के नाम से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में रह रहा था।
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