अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम करवाने का दावा कर भारत का अपमान कर रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं। पत्रकारों से बात चीत में मल्लिकार्जुन खरगे ने सवाल उठाया कि क्या नरेंद्र मोदी ट्रंप की गुलामी करना चाहते हैं? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश सबसे महत्वपूर्ण है और इसी लिए कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने मोदी सरकार का समर्थन किया था। ऐसे में यदि ट्रंप बार-बार भारत का अपमान करते हैं, तो प्रधानमंत्री को उसका डटकर जवाब देना चाहिए। ऐसा न कर पाने को उन्होंने प्रधानमंत्री की कमजोरी बताया।वहीं खरगे ने जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे पर कहा कि मोदी सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्यों इस्तीफा दिया? ऐसा लगता है कि दाल में कुछ काला है।
मोदी सरकार को विफल विदेश नीति पर घेरते हुए लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ट्रंप 25 बार कह चुके हैं कि उन्होंने संघर्ष विराम करवाया है। उन्होंने सवाल किया कि संघर्ष विराम करवाने वाले ट्रंप कौन होते हैं? ये उनका काम नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक तौर पर यह स्वीकार नहीं कर सकते हैं, मगर सच्चाई यही है कि ट्रंप ने संघर्ष विराम करवाया है, जो बात पूरी दुनिया जानती है। उन्होंने कहा कि जो खुद को देशभक्त कहते हैं, वे इस मुद्दे पर भाग गए हैं; प्रधानमंत्री मोदी एक बयान भी नहीं दे पा रहे हैं।
मोदी सरकार की पोल खोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, दूसरी तरफ सरकार जीत की बात कर रही है, इस बीच डोनाल्ड ट्रंप लगातार संघर्ष विराम करवाने के दावे कर रहे हैं। ऐसे में दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भारत की विदेश नीति की धज्जियां उड़ा दी हैं, किसी भी देश ने भारत का समर्थन नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश में बहुत सारी समस्याएं हैं, जिन पर विपक्ष चर्चा करना चाहता है, जैसे कि रक्षा क्षेत्र व रक्षा उद्योग से जुड़ी चुनौतियां और ऑपरेशन सिंदूर आदि।
राहुल ने चुनावों में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग को घेरा
वहीं राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को घेरते हुए कहा कि हिंदुस्तान में चुनाव चोरी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दा केवल बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का नहीं है, महाराष्ट्र में भी चुनाव में गड़बड़ी की गई। वहां लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच लगभग एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए थे। विपक्ष ने चुनाव आयोग से मतदाता सूची मांगी, वीडियोग्राफी मांगी, लेकिन यह नहीं दिए गए। बल्कि सरकार ने वीडियोग्राफी से संबंधित कानून ही बदल दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने खुलासा करते हुए बताया कि कर्नाटक की एक लोकसभा सीट की जांच की तो वहां बड़े पैमाने पर वोटों की चोरी मिली, इसे जल्द जनता के सामने रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा का खेल समझ गई है कि कैसे नए मतदाता बनते हैं? कौन मतदान करता है? कहां से वोट होता है? उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने भाजपा की चोरी पकड़ ली है। इसलिए अब बिहार में नए तरीके से चुनाव को चोरी करने का प्रयास हो रहा है। वहां एसआईआर के नाम पर दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के नाम मतदाता सूची से काटे जा रहे हैं।
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