अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जे.सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद का चयन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के लीडरशिप इन टीचिंग एक्सीलेंस (लाइट) प्रोग्राम यानी शिक्षण में उत्कृष्टता लाने के लिए नेतृत्व करने वाले संस्थान के रूप में हुआ है। जे.सी. बोस विश्वविद्यालय कार्यक्रम के तहत चयनित होने वाला हरियाणा का एकमात्र राज्य सरकार का विश्वविद्यालय है। कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 में प्रस्तावित ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग पद्वतियों को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय को एआईसीटीई ब्रांड एंबेसडर ऑफ चेंज के रूप में अपग्रेड किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंतर्गत कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग की दो सहायक प्रोफेसर डॉ. पायल गुलाटी और अमिता अरोड़ा का चयन कार्यक्रम के तहत शिक्षा नीति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किया गया है, जिन्हें नेतृत्व प्रशिक्षण के माध्यम से तैयार किया जायेगा। लीडरशिप इन टीचिंग एक्सीलेंस शिक्षा मंत्रालय की पहल है जोकि एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों का चयन कर उन्हें सॉफ्टवेयर उद्योग मानकों के अनुरूप शिक्षण उत्कृष्टता के लिए सक्षम बनाना है ताकि ऐसे शिक्षण उत्कृष्टता के अनुरूप देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों को तैयार किया जा सके।
कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय के चयन पर प्रसन्नता जताते हुए प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय ने डिजिटल टीचिंग एवं लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल की हैं। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर विश्वविद्यालय को देशभर के अन्य संस्थानों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करने और नई शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहयोग देने लिए एक उपयुक्त मंच प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने हमेशा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देने की पहल की है और उच्च मानदंड स्थापित किये है। उन्होंने आशा जताई कि कार्यक्रम का हिस्सा बनकर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक क्षमताओं का विस्तार होगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कंप्यूटर इंजीनियरिंग के अध्यक्ष प्रो. कोमल कुमार भाटिया ने बताया कि लीडरशिप इन टीचिंग एक्सीलेंस प्रोग्राम के लिए देशभर से 28 राज्यों के 475 शैक्षणिक संस्थानों ने आवेदन किया था और इनमें से 22 राज्यों के 136 संस्थानों का चयन हुआ है, जिसमें हरियाणा से जे.सी. बोस विश्वविद्यालय एक मात्र राजकीय विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के अगले चरण में विश्वविद्यालय को प्यूपिल फस्र्ट प्राइवेट लिमिटेड जोकि एक शैक्षणिक प्रौद्योगिकी संगठन है, के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे। प्यूपिल फस्र्ट केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की प्रौद्योगिकी हेतु राष्ट्रीय शैक्षिक गठबंधन योजना का संस्थापक सदस्य है, जिसे एआईसीटीई द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा ।
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