
अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
एक भाई ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी बहन की हत्या इसलिए कर दी, कि वह अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी, और आगे का जीवन उसके साथ गुजरना चाहती थी। मृत लड़की का नाम सुशीला है,और उसकी उम्र 19 वर्ष है। शुरुआत में यह मामला ब्लाइंड मर्डर था। आरोपितों ने यह कह कर अपने साथ ले गया था, कि जिसे वह चाहती है, उसी से उसकी करवा देगा,और उसे अपने बाइक बिठा कर धोखे से एक खंडहरनुमा स्थान पर ले गया। और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी , और फरार गया। यह सनसनीखेज वारदात दिनांक 13 दिसंबर -2025 को अंजाम दिया गया था। गुरुग्राम पुलिस द्वारा दिनांक 13.12.2025 को पंचगांव से पाड़ा रोड़ पर खण्डरनुमा ईंट व टीनों की झुग्गी में मिले एक युवती के शव की जांच करते हुए युवती की हत्या किए जाने का खुलासा किया तथा इस हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने वाले 02 आरोपियों को गिरफ्तार करके इस ब्लाईंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 13.12.2025 को थाना मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम को एक सूचना ग्वालियर गांव के नजदीक पंचगांव से पाडा रोड़ पर खण्डरनुमा ईंट व टीनों की झुग्गी में एक लड़की का शव पड़े होने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई। सूचना पाकर पुलिस टीम सूचना में बताए गए उपरोक्त स्थान पर पहुँची जहां सड़क से थोड़ी दूर खाली जमीन जिसमें ईट व लोहे की टिन की झुग्गी में एक अज्ञात लड़की का शव पड़ा हुआ मिला, जिसके गले में चोट का निशान था। थाना प्रबन्धक, सीन-ऑफ-क्राईम, डोग स्कार्ड व फिंगर प्रिंट की टीमों द्वारा घटनास्थल व शव का निरीक्षण किया गया तथा शव की शिनाख्त व कार्रवाई के लिए मॉर्चरी रखवाया गया। उनका कहना है कि घटनास्थल पर उपस्थित एक व्यक्ति (जिसने उपरोक्त शव की सूचना पुलिस को दी थी) ने पुलिस टीम को एक लिखित शिकायत ले माध्यम से बताया कि दिनांक 13.12.2025 को उसे पता चला कि पाड़ा-तावडु जाने वाली सड़क धीरज ट्रेड्रस से थोड़ा पहले खाली पड़ी जमीन में पुरानी खण्डहर टीनो की झुग्गी में किसी लड़की का शव पड़ा है। उसने जाकर देखा तो वहां पर एक लड़की मृत अवस्था में पड़ी थी जिसके गले पर चोट का निशान था, जिसको देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी अज्ञात द्वारा उसकी हत्या करके शव को यहां लाकर डाल दिया। मृतक लडकी के दाहिने हाथ कि कलाई पर गुड़िया नाम लिखा हुआ था। उसने अपने तौर पर व पुलिस ने भी की पहचान की कोशिश की, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। प्राप्त शिकायत पर थाना मानेसर में मुकदमा धारा 103(1) BNS में मुकदमा अंकित किया गया। उनका कहना है कि थाना मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त मृतका की पहचान के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों के परिणामस्वरूप मृतका को पहचान सुशीला (उम्र-19 वर्ष) निवासी गांव बाबसा, जिला एटा (उत्तर-प्रदेश) के रूप में हुई। अपराध शाखा मानेसर के इंचार्ज व उप-निरीक्षक मनोज कुमार व सतेन्द्र, प्रबन्धक थाना मानेसर, गुरुग्राम की पुलिस टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उपरोक्त हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपितों को आज शनिवार को रामपुर चौक, गुरुग्राम से काबू करके इस ब्लाईंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तार आरोपित का नाम 1. रविन्द्र (उम्र-28 वर्ष) निवासी गांव बाबसा, जिला एटा (उत्तर-प्रदेश) व 2. पुष्पेंद्र (उम्र-30 वर्ष) निवासी गांव एत्मादपुर, जिला आगरा (उत्तर-प्रदेश) हैं।

उनका कहना है कि आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपित रविन्द्र गुरुग्राम में निजी होटल में कुक का काम करता है व आरोपितपुष्पेन्द्र गुरुग्राम में टायर की शॉप पर हेल्पर का काम करता है। मृतका आरोपित रविन्द्र की बहन थी। आरोपित रविन्द्र को पता चला कि उसकी बहन किसी लड़के के साथ विवाह करना चाहती है तो वह उसे गुरुग्राम से गांव बाबसा, उत्तर-प्रदेश लेकर चला गया। दिनांक 1 दिसंबर 2025 को उसकी बहन सुशीला गांव बाबसा से भागकर गुरुग्राम आ गई। दिनांक 9 दिसंबर 2025 को वह अपनी बहन सुशीला से मिला और घर जाने की बात कही तो वह उसके साथ नहीं गई तो आरोपित रविन्द्र ने अपने साथी पुष्पेन्द्र को बताया कि उसकी बहन बिना परिवार की मर्जी के एक लड़के से शादी करना चाहती है,तो इन दोनों ने सुशीला की हत्या करने की योजना बनाई। योजनानुसार पुष्पेन्द्र ने सुशीला को दिनांक 10 दिसंबर 2025 को बोला कि वह उसकी (सुशीला) की शादी उसी के प्रेमी के साथ करवा देगा और ऐसा कहकर सुशीला को अपने विश्वास में लिया तथा रामपुरा चौक के पास से पुष्पेन्द्र सुशीला को अपने साथ बाईक पर बैठाकर गांव ग्वालियर नजदीक पंचगांव रोड़, गुरुग्राम में बने खंडहरों में ले गया। और फिर चुन्नी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी, फिर पुष्पेन्द्र ने फोन कर रविन्द्र को बुलाया व दोनों ने मिलकर सुशीला के शव को उपरोक्त स्थान पर फेंक दिया।पुलिस टीम द्वारा आरोपितों को न्यायालय में पेश करके पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान आरोपितों से हत्या से सम्बन्धित अन्य तथ्यों के बारे गहनता से पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी। मुकदमा का अनुसंधान जारी है।
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