अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
थाना फेस-1 पुलिस ने सक्रिय मोबाइल स्नैचरों के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह को दबोचा है जो धार्मिक पहचान बदलकर और भीड़ का फायदा उठाकर मोबाइल चोरी और स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने इनके कब्जे से लगभग 2 करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं।पुलिस की गिरफ्त में खडे फिरोज, फरदीन और सलीम जैसे अपराधी शामिल थे, जो भीड़भाड़ वाले इलाकों से मोबाइल स्नैचिंग करते थे। लेकिन इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड था दानिश, जो चोरी के मोबाइलों को खरीदता था, अपनी दुकान पर इकट्ठा करता था और फिर उनकी मांग के अनुसार उन्हें सप्लाई करता था, या उनके पार्ट्स निकालकर बेच देता था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है. डीसीपी, नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से की गई गहन पूछताछ में जो खुलासे हुए, वो बेहद चौंकाने वाले थे। ये अपराधी न सिर्फ दिल्ली-एनसीआर, बल्कि हापुड़, बुलंदशहर और मथुरा जैसे अन्य शहरों में भी सक्रिय थे। सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि ये भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे मॉल, जनसभाओं या धार्मिक गतिविधियों में शामिल हो जाते थे। खुद को सामान्य दिखाने के लिए ये अपने नाम बदल लेते थे, यहां तक कि धार्मिक दुपट्टे और कलावे भी पहन लेते थे ताकि किसी को इन पर शक न हो.
पुलिस ने ने इन आरोपितों से जो बरामदगी की है, वो भी आपको हैरान करने वाली है। इनके पास से 70 से अधिक मोबाइल फोन, 28 आईपैड, एक टैबलेट, 265 मोबाइल फोन के पार्ट्स और एक एप्पल टीवी बरामद हुआ है। इन सभी सामानों की तात्कालिक कीमत लगभग 2 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह दर्शाता है कि यह गिरोह कितने बड़े पैमाने पर काम कर रहा था। इस गिरोह ने सैंकड़ों नहीं, बल्कि 500 से 600 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। इन सभी पर आदतन अपराधी होने के मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें मुख्य आरोपित पर 2011 से ही मामले दर्ज हैं। फिलहाल इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है।

