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दिल्ली राजनीतिक राष्ट्रीय वीडियो

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आज 96 प्रतिशत वोटिंग हुई हैं, इस वीडियो में सुने मधुसूदन मिस्त्री को।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली: इलेक्शन ऑथरिटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दोस्तों! बहुत अरसे से जो एक्सरसाइज चल रही थी,कांग्रेस पार्टी में, कांग्रेस पार्टी की जो चुनाव की प्रक्रिया है, करीब दो साल से कांग्रेस प्रेसीडेंट के चुनाव की एक्सरसाइज शुरु हुई थी, उसके बाद में कोविड आया और वो जो प्रोसेस है, थोड़े समय के लिए डिरेल रही, बाद में वापस उसने पिक-अप किया और पिछले 6 महीने के अंदर उसमें बहुत बड़ा मोमेंटम आया। सब मेम्बर्स बने, पूरे देश के अंदर चुनाव की प्रक्रिया को शुरु करने से पहले उसका पूरा स्ट्रक्चर तैयार किया गया, जिसमें प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर, असिस्टेंट प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर्स, डिस्ट्रिक्ट रिटर्निंग ऑफिसर्स, ऐसे पूरा स्ट्रक्चर तैयार हुआ।

मेम्बर बनाने की प्रोसेस आगे चली, डेलीगेट्स चुने गए और डेलीगेट्स की वो प्रक्रिया जो है, तो देश में हर एक ब्लॉक के अंदर से, हमारा कॉन्स्टीट्यूशन के मुताबिक एक-एक डेलीगेट चुना जाता है, जिसे कांग्रेस प्रेसीडेंट के इलेक्शन के अंदर वोट देने का अधिकार होता है। वो डिस्ट्रिक्ट में भी वोट देते है, वो प्रदेश में भी देते हैं और वो ऑल इंडिया प्रेसीडेंट के इलेक्शन में भी वोट देते हैं और एआईसीसी के सेशन के अंदर भी वो भाग लेते हैं। वो प्रक्रिया अब पूरी चली और उस प्रक्रिया के तहत लगभग 9,900 के करीब डेलीगेट्स पूरे देश में से चुने गए और हर एक डेलीगेट को, क्योंकि उनको प्रेसीडेंट चुनने का अधिकार है, वोट देने का अधिकार है, उनके चुनाव के अंदर तो हमारे कॉन्स्टीट्यूशन के मुताबिक कांग्रेस प्रेसीडेंट का चुनाव करने के लिए हमने पूरा प्रोग्राम वर्किंग कमेटी के सामने पेश किया। वर्किंग कमेटी ने उसको अप्रूव किया और उस हिसाब से ये पूरा कांग्रेस प्रेसीडेंट के चुनाव के कार्यक्रम को इम्प्लीमेंट किया गया।

आज का दिन, पूरे देश के अंदर चुनाव का दिन था। जो डेलीगेट चुने गए थे, उन्होंने वोट डाले थे। करीब 9,500 डेलीगेट्स ने अपने वोट डाले हैं। 9,900 में से 9,500 लोगों ने अपने वोट डाले। करीब-करीब 96 प्रतिशत वोटिंग हुई है। छोटे-छोटे जो स्टेट हैं, वहाँ पर, जहाँ पर 25 वोट या 22 वोट हैं, जहाँ 30 वोट हैं, ऐसे छोटे-छोटे जो संघ प्रदेश हैं, उनमें 100 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इसमें बड़े जो स्टेट हैं, उनमें भी 95 प्रतिशत ये सब प्रोवीजनल डेटा दे रहा हूँ, आपको पूरा डेटा कल मिलेगा, लेकिन by and large 90 प्रतिशत से ऊपर पोलिंग सभी जगह पर हुई है। हमारी सबसे संतोषजनक बात ये है कि सभी राज्यों में 36 जगहों पर जो पोलिंग बूथ हुए स्टेट के अंदर वहाँ से कोई भी एडवर्स इंसीडेंस, एक भी इंसीडेंस हमारा हुआ नहीं है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी अचीवमेंट है और पॉलिटिकल पार्टी डेमोक्रेटिकली, ये सब पूरे ओपन प्रोसेस के साथ में, मीडिया के सामने, सब चीज ओपन, होते हुए और करते हुए, पूरे इलेक्शन की प्रोसेस शांतिपूर्वक हिसाब से की गई है। जो कोई ऐसा बोलता है, कहे कि पार्टी में डेमोक्रेटिक नहीं है, तो डेमोक्रेसी का एक उदाहरण है कि पार्टी में इंटरनल डेमोक्रेसी क्या होती है, वो कांग्रेस पार्टी ने आज फिर से एक बार प्रूव करके दिया है, यदि दूसरी पार्टियाँ इससे सबक लेना चाहे तो ले सकती है।

मैं आपको फिर से बता रहा हूँ कि सभी राज्यों से चुनाव के जो आंकड़े हैं, वो अभी आ रहे हैं औऱ आएंगे इसमें तीन बैलेट बॉक्स आ गए हैं, हमारे पास। अभी दिल्ली के दो बैलेट बॉक्स अभी आकर जमा करके गए हैं, दिल्ली स्टेट के। एक यहाँ का है। यहाँ पर एआईसीसी का जो बूथ था, इसके अंदर 87 लोगों ने मतदान किया है, यहाँ पर। जितने वर्किंग कमेटी के मेम्बर थे, वो और बाहर से जो आए थे, वो लोग, एआईसीसी के बूथ के अंदर और यात्रा के अंदर का जो बूथ अलग से लगा था, पोस्टल बैलेट के हिसाब से वहाँ पर किया गया था। यात्रा में 50 लोगों ने वहाँ मतदान किया है। यात्रा के अंदर राहुल जी ने भी मतदान किया है। यहाँ एआईसीसी के बूथ पर हमारी प्रेसीडेंट श्रीमती सोनिया गांधी, एक्स प्राईम मिनिस्टर, मनमोहन सिंह जी, प्रियंका जी, चिदम्बरम जी और काफी सीनियर लीडर्स, सब ने यहाँ पर पोलिंग किया है। पूरी प्रोसेस कैमरा के सामने ओपन थी। हमने 5-7 कैमरामैन को अलाऊ किया था, सुबह से लेकर शाम तक और उनके सामने तो पूरी वोट डालने की प्रक्रिया वहाँ पर उनके कैमरे में रिकॉर्ड की गई है और मेरे ख्याल से ये पहला ऐसा इंसीडेंस है, जो कैमरा के सामने, फुल व्यू के साथ उनके अंदर वोटिंग हुई है। इतना मुझे आपके साथ में शेयर करना है।

एक प्रश्न पर कि एआईसीसी में कितने डेलीगेट्स थे, जिन्होंने मतदान किया है, मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि एआईसीसी में 87 थे, 87 लोगों ने मतदान किया है।

मतगणना के बाद क्या हमें अलग-अलग प्रदेशों से मिले वोटों का पता चलेगा? मिस्त्री ने कहा कि मतगणना का व्यू, जो हमारे पास में है, वही है। ये सब बैलेट बॉक्स एक-एक करके, ये पूरी चादर है, इसके अंदर एक बैलेट बॉक्स के मत डाले गए, फिर उसके ऊपर दूसरा डाला गया, तो उसको हम मिक्स करेंगे। फिर तीसरा डालेंगे, तो फिर से मिक्स करेंगे, फिर चौथा डालेंगे, तो फिर से मिक्स करेंगे। इसी से संबंधित एक अन्य प्रश्न पर कि कितनी बार मिक्स करेंगे, मिस्त्री ने कहा कि 36 बार। किसी को कोई संदेह रखने की जरुरत नहीं है, ये सीक्रेट बैलेट है औऱ कोई भी पिन प्वाइंट नहीं कर सकेगा कि किसने किसको वोट दिया और कौन से स्टेट में से ज्यादा मिला और कौन से स्टेट में से कम मिला। एक अन्य प्रश्न पर कि अब तक कितने वोट पड़े हैं, मिस्त्री ने कहा कि मैं आपको बता रहा हूँ 9,500 के करीब हैं और कल डेटा और भी आ जाएगा, उसके अंदर। इसमें हुआ क्या कि जो हमारे सेक्रेटरी दूसरी स्टेट से गए थे, तो उन्होंने भी उसमें वोट डाला है, तो वो ऊपर आते हैं, तो कल बिल्कुल फिगर साफ हो जाएगा।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मिस्त्री ने कहा कि नहीं, बिल्कुल आज चुनाव का दिन था, तो सब वोट डालने में बिजी थे, तो आज किसी ने कंप्लेन नहीं की है।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मिस्त्री ने कहा कि आप इस इलेक्शन को उस इलेक्शन से कंपेयर मत करिए, यहाँ पर है, तो उसमें अपने जो कैनवस (Canvass) लीडर्स है, ये कैंडिडेट हैं, उनके हाथ में कैनवास है, वो बाहर भी कैनवास करते हैं, जिस तरह से पार्लियामेंट के अंदर, है तो प्रेसीडेंट के इलेक्शन में होता है, उस तरह से इसलिए उसका कोई बात नहीं है कि आप नहीं कर सकते आज, ऐसा नहीं है।

एक अन्य प्रश्न पर कि इस चुनाव में आपका क्या अनुभव रहा, मिस्त्री ने कहा कि मेरा अनुभव मैं बुरा थोड़े ही बताऊँगा। मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा। मेरे सभी साथियों ने मिलकर काम किया, इसी की वजह से ये पॉसिबल हो चुका है। छोटे से छोटे डीआरओ से लेकर, एपीआरओ से लेकर सब लोग उसमें जुटे और आपको जानकर बड़ा ताज्जुब होगा जैसे कि कोई उत्सव हो रहा है, इस तरह पोलिंग बूथ को सजाया भी गया, मंडप भी बांधे गए, चाय-नाश्ते की भी व्यवस्था लोगों ने वहाँ पर की, जो भी उसके अंदर उनके लिए और बिल्कुल सजाकर, नंबर के साथ, बूथ नंबर फलां, पोलिंग स्टेशन है, बगैरह, वो सब लिखकर, तैयार करके बोर्ड बगैरह बनाकर वो वहाँ पर किया गया। इसलिए हमारा अनुभव बहुत अच्छा रहा और मेरे ख्याल से प्रेस को भी हमने अच्छा अनुभव कराया क्योंकि आपने जो भी इंफोर्मेंशन मांगी, हमने सब दी है।

एक अन्य प्रश्न पर कि चुनाव के संदर्भ में कुछ सुझाव मिल रहे हैं, मिस्त्री ने कहा कि वो सुझाव हमारे इंटरनल हैं, वो हम देंगे, वहाँ पर पार्टी को सुझाव।

On another question that whether CWC election will take place, Madhusudan Mistry said- It depends on the President and the plenary session of the Congress Party. When the Plenary meet, if they decide to have an election of the CWC, then there will be elections, but, the President has to take a call of the CWC as well as the CEC, but, I am not in a position to comment on it today.

On another question, Mistry said- I told you, I have just said that In Bharat Jodo Yatra, there were 50 people who voted; in AICC, 87 people voted, there were 87 here. Total number is 9,915, As per the provisional data, it is 9,497 people voted, which is around 9,500, the delegates have voted for, which comes to around 95 per cent and so on. These are provisional data, we will correct it.

कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा क्या कोई चुनाव के संदर्भ में टिप्पणी की गई? मिस्त्री ने कहा कि कांग्रेस प्रेसीडेंट आईं, उन्होंने सब देखा और अपने मतदान किया और बाहर आकर मेरे ख्याल से किसी ने मुझे बताया कि मीडिया को ऐसा कहा गया है, ‘this is the time that I was waiting for’.

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मिस्त्री ने कहा कि दो चीजें हैं इसमें। लेवल प्लेइंग फील्ड का ऐसा है, there are something which affect also, so which we have rectified immediately. Now, there are certain complaints which were relating to the behavior of the voters. If I like you, I will go in your meeting. If I don’t like, I will not go in your meeting. There, the CEA has no role. CEA can’t force you go to ‘X’ meeting and ‘Y’ meeting, and you go to both the meetings and so one and so far. It is up to the, you need, as well as the individuals. PCC President is not just President, but, voters also. So, you forget that category.On another question, Shri Mistry said- What do you think, we should do? We are nowhere, that’s what I am saying. It can’t be. It is a question which is you can’t answer it, in reality you can’t implement it. You can’t have a kind of है तो डिक्टेशन कि नहीं, आपको सबको जाना ही है, आप सबको हाजिरी वहां देनी ही है।

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