अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद : होम लोन दिलानें के नाम पर लाखों रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच के साइबर सैल ने गिरफ्तार किया हैं, यह गिरोह अब तक फरीदाबाद में 2, दिल्ली में 5, उत्तरप्रदेश में 3 व पटना बिहार में 2 में भी इसी तरह से लोगों के साथ ठगी कर चुकें हैं,पकडे गए दोनों ठगों के पास से मैजिक पैन,पीड़ितों के हस्ताक्षर किए हुए ब्लैंक चेक, मोबाइल फोन के साथ आदि सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस की मानें, तो दोनों आरोपियों को आज अदालत में पेश कर , पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
क्राइम ब्रांच, साइबर सैल प्रभारी सुरेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल 9 जून 2016 को सेक्टर- 7 थाने में भारतीय दंड सहिंता की धारा 420 व 406 के तहत एक मुकदमा दर्ज की गई थी, जिसमें शिकायतकर्ता राजरानी ने कहां था कि उनसे होम लोन दिलाने की बात अजय शर्मा नामक शख्स से हुई थी, जिसमें उनसे 3 प्रतिशत के हिसाब से कमीशन देना तय हुआ था, जिसके दो दिन के बाद उनके घर पर वह लोग आए, उन से अग्रिम राशि के तौर पर उनसे 15000 /- का सेल्फ चेक ले लिया और आई.डी.बी.आई बैंक के फार्म उनसे भरवा लिए, के बाद उनसे 500 -500 रूपए के दो चेक व 1350 रूपए के एक चेक फ़ाइल चार्ज के नाम पर ले लिए, उसके बाद उन लोगों ने शिकायत कर्ता के खातें से 15000, 80000, 95000 रूपए गलत तरीकें से तीन बार में निकल लिए, उनका कहना हैं कि शिकायतकर्ता को ना तो लोन मिला, नाही उसके लिए हुए पैसे लौटाएं, उनका कहना हैं कि इस मामलें की जांच साइबर सैल को सौपी गई थी, जिसमें साइबर सैल ने तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दो ठगी करने वालों को पकडनें में सफलता हासिल की हैं, जिनके नाम अनिल सहगल निवासी फ़्लैट नंबर -6, गली नंबर -3, गुरुराम दास नगर, लक्ष्मी नगर, दिल्ली व विनय उर्फ़ बबलू निवासी थनकपुरवा, जिला इटावा, उत्तरप्रदेश हाल गाजियाबाद उत्तरप्रदेश हैं। उनका कहना हैं कि पूछताछ में उन्हें पता चला कि इस गिरोह में 4 से 5 सदस्य हैं, यह लोग पहले अख़बार में होम लोन दिलानें का बिज्ञापन छपवातें और उस पर अपना फोन नंबर लिखवा लिया करतें थे, उस नंबर पर जब लोग फोन करके उनसे संपर्क किया करतें थे, जिन लोगों के बैंकों से लोन नहीं होते थे, उस बैंक से वह लोग स्वंय जा कर उनका डाटा निकलवा लिया करतें थे, उनका कहना हैं कि यह लोग लोन लेने के इच्छुक व्यक्तियों के घर या कार्यलयों में जा कर उनसे बैंक स्टेटमेंट, फोटो, हस्ताक्षर किए हुए ब्लैंक चेक ले लेते थे और चेक पर अपने मैजिक पेन से हस्ताक्षर करवातें थे, ताकि मैजिक पेन से लिखे हुए शब्दों को मिटा कर स्वंय स्टेटमेंट पढ़ कर, उसमें अपने हिसाब से चेक में अमाउंट भर लेते थे और बैंक खातें से अवैध रूप से निकाली गई रकम को आपस में बांट लिया करतें थे। उनका कहना हैं कि पकडे गए आरोपी गणों के पास से एक मैजिक पेन, मोबाइल फोन व पीड़ितों के हस्ताक्षर किए हुए कई चेक बरामद किए गए हैं, उनका कहना हैं कि आज दोनों ठगों जिला अदालत में पेश किया जाएगा। उनका कहना हैं कि यह गिरोह अब तक फरीदाबाद में 2, दिल्ली में 5, उत्तरप्रदेश में 3 व पटना बिहार में 2 में भी इसी तरह से लोगों के साथ ठगी कर चुकें हैं