अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
चंडीगढ़:विधायी प्रारूपण (लेजिस्लेटिव ड्राफ्टिंग) से संबंधित36 वें अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे 13 देशों के27 आज यहां हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी से मुलाकात हुई। कोट डी आइवर, इक्वाडोर, होंडुरास, ग्वाटेमाला, श्रीलंका, मंगोलिया, म्यांमार, नाजी, नाइजीरिया, कलाकार, तंजानिया, जाम्बिया और जिम्बाब्वे जैसे देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले नॉर्वेजियन डेमोक्रेटिक रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (प्राइड) के सहयोग से पांच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अपने आवेदन में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा,” किसी भी कानून के अनुयायी सभी हितधारकों की आवाज को बहुत प्रभाव शाली तरीके से तैयार किया जा सकता है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कानून की कमी और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए समाज के अपमान , भावनाओं और जरूरतों को पूरा करना चाहिए।
रस्तोगी ने कहा कि भारतीय संविधान के लिए दस्तावेज तैयार किये गये हैं और यह कानून बनाने के लिए एक व्यापक और स्पष्ट प्रक्रिया प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान एक मार्गदर्शक प्रकाश स्तम्भ के रूप में कार्य करता है। इसमें सु अरीवाल यह सुनिश्चित करता है कि कानून मजबूत होने के साथ-साथ अनुकूलन भी हो। उन्होंने भारत में हरियाणा की विशिष्ट स्थिति का ज़िक्र करते हुए कहा कि हरियाणा देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय और कर संग्रह वाला एक छोटा लेकिन प्रगतिशील राज्य है। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने श्रीमद्भगवद्गीता की एक-एक प्रति को सभी विदेशी उद्यमों से व्यक्तिगत रूप से जोड़ा। उन्होंने कहा कि महाभारत एक ऐसी कथा है, जो किसी की भी कल्पना से परे है, जिसमें कर्म का महान सिद्धांत निहित है। जीवन में ऐसी स्थितियाँ आती हैं, जब व्यक्ति को संवेदना और अनुभूति की आवश्यकता होती है। ऐसे समय में श्रीमद्भगवद्गीता हमारे लिए शक्ति-स्तम्भ का काम करती है। मुख्य सचिव ने कहा कि जब आप अपने देश लौटेंगे, तो अपने साथ न केवल पेशेवर सलाह बल्कि मेरी मित्रता और सहयोग की भावना भी लेकर जायेंगे। उल्लेख है कि 16 अप्रैल से21 अप्रैल तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य साथियों के बीच ज्ञान को साझा करना और ड्राफ्ट तैयार करने के कौशल को हासिल करना है। इसमें एडवांस्ड स्ट्रक्चरल टेक्नोलॉजी, क्रोमियम स्टाइक और स्टोअम के एकीकरण से संबंधित सत्र शामिल हैं। इक्वाडोर की वित्तीय नीति और संगठन के निदेशक श्री एलेजांद्रो निकोलस वीसन नेसेफ ने सभी सदस्यों के सम्मेलन के लिए मुख्य सचिव को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यहां मिले ट्रेनिंग ने उन्हें न केवल अधिक कुशल पेशेवर बनाया है, बल्कि बेहतर इंसान भी बनाया है। उन्होंने कहा कि भारत की मूल शक्ति उसके लोगों में निहित है। भारत के लोग बेहद प्यार करने वाले हैं और यहां आते हैं और भारत आना उनके लिए एक शानदार अनुभव है। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय में मंत्रालय विभाग के पूर्व सचिव और निदेशक निदेशक डॉ. के.एन. सिक्योरिटी ने इस अवसर पर विदेशी कंपनियों के लिए एक महीने के पाठ्यक्रम का विवरण दिया। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव श्री डी. सुरेश, कार्मिक, प्रशिक्षण एवं संसदीय कार्य विभाग के विशेष सचिव श्री आदित्य दहिया एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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