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फरीदाबाद वीडियो

ग्रीन फिल्ड कालोनी में यूआईसी व निवासियों के बीच नाला बंद करके जबरन चारदीवारी करने पर जबरदस्त विवाद: देखिए वीडियो  

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
फरीदाबाद; अर्बन इम्प्रूवमेंट कंपनी प्रशासन की तानाशाही रवैये के कारण ग्रीन फील्ड कालोनी के निवासी सहमे और डरे हुए हैं का नजारा शनिवार के दिन ए ब्लॉक में देखने को मिला। यूआईसी द्वारा नाले में मिटटी डाल कर चारदीवारी करने और आने वाले समय अवैध निर्माण करने का खतरा बनने के विरोध में आसपास के लोगों ने जमकर विरोध किया। मौके पर पहुंचे यूआईसी के अधिकारीयों को उनके विरोध के चलते वापिस जाना ही उचित समझा।  इस खबर प्रकाशित वीडियो को स्वंय सुन और देख सकते हैं। 

ग्रीन फिल्ड कालोनी आरडब्लूए के प्रधान वीरेंद्र भड़ाना का कहना हैं कि शनिवार को तक़रीबन 12 बजे दिन में ग्रीन फिल्ड कालोनी के ए ब्लॉक की काफी संख्या में महिलाएं उनके पास आई थी, जिनके आँखों से आंसू टपक रही थी, ने बोली यूआईसी के स्टाफ के लोग एक तो गलत तरीके से नाली में मिटटी डाल कर बंद कर दिया और उसमें इस वक़्त जबरन चार दीवारी का कार्य कर रहा हैं के बनाने से साथ लगते बिल्डिंग के फ्लैटों में सीलन का खतरा बन गया हैं। उनका कहना हैं कि बारिश के मौषम में इस जगह पर बारिश का पानी अक्सर भर जाता हैं जोकि नाली के सहारे थोड़ी बहुत देर में निकल जाया करती थी। अब वह पानी यहां से कैसे निकलेगा। इन्होनें तो नाली तो गलत तरीके से  बिल्कुल बंद कर दिया। सवाल के जवाब में उनका कहना हैं कि ग्रीन फिल्ड कालोनी के नक़्शे में भी इस जगह पर नाला दर्शाया गया हैं, इस बाबत उन्होनें इससे पहले भी यूआईसी के हाईकमान को शिकायते दी थी और आज भी एक शिकायत इस संबंध में यूआईसी को दी हैं पर उन्हें नहीं लगता की यूआईसी के लोग उनकी इन शिकायतों पर कोई अमल कर पाएगी। क्यूंकि यूआईसी किसी के दवाब में हैं।



जब कोई इंसान किसी दवाब में कार्य करता हैं तो अपना उल्लू सीधा करने के चक्कर में सामने वाले इंसान को कुछ नहीं समझता हैं। इन दिनों इन महिलाओं के साथ ऐसा ही कुछ हो रहा हैं। वहीँ, महिलाओं का कहना हैं कि उनके पति क्लास 1 ऑफिसर रहे हैं,उनके रिटायर्ड होने के बाद जो पैसा मिला उनसे एक फ्लैट लिया था। अब लोग उनके फ्लैट के बगल में जो वैध नाली थी को यूआईसी ने अवैध रूप से बंद करके चार दीवारी का कार्य कर रहा हैं। और आगे कोई बड़ा निर्माण बनाने के फिराक में हैं.इससे उनके बिल्डिंग में सीलन का खतरा बन गया हैं और अब उनका फ्लैट ज्यादा समय तक नहीं रह पाएगा। एक न एक दिन उनकी बिल्डिंग अवश्य गिर जाएगी और वह लोग उसमें दब कर मर जाएंगे। बोलते वक़्त इन महिला के आँखे आंसू से  भर आई। उनका कहना हैं कि इस बारे में यूआईसी के अधिकारियों को शिकायत की थी और वह लोग मौके पर भी आए थे पर वह लोग उनकी बातों को सुनने के बजाए उल्टा उन्हें धमकाने लगे। इस प्रकरण में यूआईसी के महाप्रबंधक प्रवीण चौधरी को फोन किया गया पर उनका फोन व्यस्त जा रहा था। इससे पहले भी इस प्रकरण में फोन पर बातचीत करने हेतु संपर्क किया गया था पर उन्होनें अपना फोन बंद कर दिया था। के अलावा डीटीपी इंफोर्स्मेंट नरेश कुमार ने भी अपने ब्यान में कहा था कि वह अपने जई को मौका देखने  के लिए भेजेगें और तुरंत इस मसले पर कार्रवाई करेंगें पर वह अभी तक उन्होनें भी कोई कार्रवाई नहीं की। इस से प्रतीक होता हैं कि इस प्रकरण में सम्बंधित गैर सरकारी और सरकारी अधिकारी किसी निजी स्वार्थ के चलते मिले हुए हैं। अगर ऐसा हुआ तो आम जन कहा जाएंगें। इन्हें इंसाफ कौन दिलाएगा।    

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