अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: थाना सदर, गुरुग्राम पुलिस ने बलात्कार के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर एक उद्योगपति से 40 लाख रूपए की मांग करने वाली एक 24 वर्षीय लड़की को गिरफ्तार किया हैं। इस प्रकरण में आरोपी लड़की के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया हैं। पुलिस ने आरोपी लड़की के पास से शिकायतकर्ता से ली गई एक लाख रूपए नगद व एक मोबाइल फोन बरामद किया हैं। यह जानकारी आज डीसीपी चंद्रशेखर सिंह ने आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए।
डीसीपी चंद्रशेखर सिंह पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि थाना सदर, गुरुग्राम में एक व्यक्ति ने थाना में आकर एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उस की एक वर्कशॉप सैक्टर-39,गुरुग्राम में है। उसकी वर्कशॉप के सामने महादेव पीजी है। इस पीजी में रहने वाली एक शिवानी नाम की लड़की रहती है। उनका कहना हैं कि करीब 2 महीने पहले शिवानी से उसकी दोस्ती हो गई और आपस मे बातचीत होने लगी। दोस्ती के बाद आपसी सहमति से दोनों के बीच शारारिक सम्बन्ध स्थापित हो गई। इसके बाद शिवानी ने उसे कहा कि उनके बीच शारीरिक सम्बन्ध स्थापित किए जाने के फोटो उसके के पास है और इन फोटो के आधार पर वह उसे झूठे बलात्कार के केस में फंसा देगी,यदि बलात्कार के केस से बचना हैं तो उसे 40 लाख रुपए देने होंगें। उसने उससे कहा कि उसके पास 40 लाख रुपए नही है तो शिवानी ने उससे10 लाख रूपए देने की मांग की और कहा 30 लाख रूपए बाद में दे देना। शिवानी उससे लगातार झूठे केस में फसाने की धमकी देते हुए रुपयों की मांग कर रही थी।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़की शिवानी के खिलाफ सदर गुरुग्राम थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। उनका कहना हैं कि एसएचओ बसंत कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की और शिकायतकर्ता को एक लाख रूपए नगद उसे देने के लिए एक विशेष योजना बनाई और उस नोट पर पहले से नम्बरिंग की गई और शिवानी को देने के लिए भेज दिया और एक लाख रूपए देते हुए का वीडियो बना लिया और पुलिस ने उसे रंगे हाथों सेक्टर -17 गुरुग्राम के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित महिला की पहचान शिवानी त्रिपाठी निवासी मकान न.263, ब्लॉक-17,कांशीराम कॉलोनी,जिला फरूखाबाद, उत्तरप्रदेश हाल निवासी आनंद पीजी,सैक्टर-17,गुरुग्राम,उम्र 24 वर्ष के रूप में हुई।Vपूछताछ में आरोपित शिवानी त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि वह अपने पति जितेंद्र त्रिपाठी को छोड़ कर पिछले 4-5 सालों से पीजी में रह रही हैं। उसने कबूल किया कि शिकायतकर्ता से उसने बलात्कार के झूठे केस में फ़साने के नाम पर 40 लाख रूपए की मांग की थी।