अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके एक साथी के मिलकर अपने पति की गोली मार कर हत्या करने व एक खोदी हुई एक गढ्ढे में दबा कर सबूत नष्ट करने के एक सनसनी खेज मामले में एक आरोपित को थाना सेक्टर-5 पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर कर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवा दिया हैं। इस मुकदमे में हत्या, सबूत नष्ट व साजिश रचने की धाराओं को जोड़ दिया गया हैं। पुलिस की माने तो आरोपित को पांच दिन के रिमांड पर लेकर वारदात में इस्तेमाल हथियार, गाडी व बाकि के आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।
एसएचओ राजेंद्र सिंह बताते हैं कि बीते 1 सितंबर- 2020 को थाना सैक्टर-5,में राममेहर निवासी गांव रघाना,थाना सदर जीन्द, जिला जीन्द, हरियाणा ने हाजिर आकर एक लिखित शिकायत के जरिए बताया कि उसका लडका सुरेश उम्र 27 वर्ष पिछले 8 महिने से मकान नं. B-52 ग्लोबल होस्पिटल वाली गली ,शीतला माता रोड, गुरुग्राम में अपने बच्चों के साथ किराए पर रहता था जिस की पत्नी सुनीता बच्चे को लेकर अपने घर चली गई। पिछले साढ़े महिने से उसके लडके का कोई पता नही, वह ना तो अपने बच्चों के पास पहुंचा औऱ ना ही मेरे पास घर पहुंचा जो बगैर बताए घऱ से कही चला गया जिसका हुलिया-गोल चेहरा रंग सांवला, कद पांच फुट सात इन्च है और ड्राईवरी करना जानता है। इस शिकायत पर थाना सेक्टर-5 में भारतीय दंड सहिंता की धारा 346 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद उनकी टीम ने तत्परता से कार्रवाई की तो इस दौरान पता चला की शिकायत कर्ता के बेटे सुरेश का किसी ने अपहरण करने के बाद हत्या की हैं। इसके बाद इस केस में हत्या, साजिश रचने ,अपहरण , सबूत नष्ट करने व आर्म एक्ट की धाराओं को जोड़ दिया गया हैं। इस प्रकरण में एक आरोपित सुखबीर निवासी डूमरखा खुर्द, जिला जींद को नरवाना से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में बतलाया कि यह वर्ष 2011-2012 के आस पास KM कॉलेज,नरवाना मे पढता था,तब उसकी दोस्ती सुनीता निवासी गाँव खरल जो गुरुकुल मे पढती थी से हो गई। एक दो मुलाकात के बाद उसका और सुनीता में गहरा प्यार हो गया । गुरुकुल में पढाई करने के बाद सुनीता जींद मे अपने रिश्तेदार के घर रहकर कहीं और आगे की पढाई करने लगी । तब भी उसका और सुनीता का मिलना जुलना लगातार जारी रहा इसके बीच शारीरिक सम्बंध भी थे, परंतु एक दिन उसे सुनीता की सहेली ने फोन करके बताया कि सुनीता किसी और लङके से भी बात करती है। जिसके कारण यह मानसिक तनाव में आ गया और सुनीता से झगङा करके उसने उससे बातचीत करना बंद कर दिया। कुछ दिनों के बाद उसे पता चला कि सुनीता की शादी किसी और लङके के साथ गांव रधाना, जिला जींद हो गई है। परंतु उसने सुनीता से बात करना उचित नही समझा और ना ही उसे ढुंढने की कोशिश की। करीब 4/5 साल बाद सुनीता ने उसकी फेसबुक आई.डी. के माध्यम से उससे संपर्क नम्बर पता करके उसे फोन किया और उनकी फोन पर बात होना शुरु हो गई । फोन पर बात करते करते उसकी और सुनीता की फिर से मुलाकात हुई तब उसने उसे बताया कि सुनीता का पति एक अपराधी किस्म का व्यक्ति है और फिलहाल एक कत्ल मे मुकदमें मे भिवानी जेल मे बंद है। उसने उसके साथ शादी करके बहुत बङी गलती कर दी। क्योकि उसने शादी के कुछ दिन बाद ही मारना पीटना शुरु कर दिया था। इस प्रकार सुनीता की ये बाते सुनकर सुनीता के प्रति उसकी साहनु भुति बढ गई, फिर ये पहले की तरह एक दुसरे से प्यार करने लगे और इनकी फोन पर आपस में बात करना, मिलना-जुलना चलने लगा।
आरोपित ने पुलिस पूछताछ में यह भी बतलाया कि सुनीता व उसकी बातचीत के दौरान उसे पता लगा कि सुनीता का पति जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर अपने घर आ गया। कुछ दिन बाद ही उसको उसका व सुनीता के साथ अफेयर होने का व उनके बीच शारीरिक सबंधो के बारे में पता चल गया। इनके बीच के सम्बन्धों का पता चलने के बाद सुनीता को बुरी तरह पीटा और सुनीता के मोबाईल से उसका नम्बर लेकर उसे भी गंदी गंदी गालियां दी और उसके साथ भी झगङा किया। फिर सुनीता ने एक दिन उसे फोन पर कहा कि जेल मे जाने से पहले उसका पति सुरेश टैक्सी चलाने का काम करता था। तु उसका टैक्सी वाला ही काम धंधा शुरु करवा दे फिर शायद हम दोनो के सम्बंधो को वह स्वीकार कर ले। उसके बाद उसने 5/4 बार सुनीता के पति सुरेश को फोन करके अपना दोस्त बना लिया और उसने तीन लाख रुपये देकर सुनीता की मां के नाम एक गाङी स्वीफ्ट डिजायर फाईंनैंस करवा कर सुरेश को गुङगांव टैक्सी चलाने के लिए दे दी। सुरेश टैक्सी चलाने के लिए घर से बाहर चला जाता और यह पीछे से सुनीता के पास जाता रहा और शारीरिक सम्बंध बनाता रहा। यह सिलसिला कुछ दिन चला फिर सुरेश ने इसको बात-बात पर पैसो के लिए तंग करना शुरु कर दिया। जब यह कभी पैसों के लिए मना कर देता था तो वो सुनीता को पीटता था और उसे भी फोन पर जान से मारने की धमकी देता था, जो उसे अच्छा नही लगता। उसने सुनीता का उससे परमानैंट पीछा छुङाने की सोची और मौका मिलते ही उसे जान से मारने की ठान ली। सुरेश को जान से मारने के लिए उसने अपने एक दोस्त से भी बात की और सुरेश को मारने की योजना बनाई। फिर एक दिन सुरेश ने उससे खर्चा पानी के लिए पैसो की मांग की और उसके द्वारा मना करने पर सुनीता को बुरी तरह पीटा औऱ उसको घर से ये कहकर चला कि आज वह उसके आशिक को जान से मारकर ही आएगा। तब उसे सुनीता ने फोन करके बतलाया कि उसका पति सुरेश उपरोक्त बाते कहकर घर से निकला है । वो तुझे मारे इससे से पहले तु ही उसका काम तमाम कर दे, फिर ये दोनो सदा सदा के लिए साथ रहेंगे। सुरेश करीब 4 महीने पहले उसके द्वारा फाईनैंस करवाकर दी गई गाङी में उसके ढाबा सुखी ढाबा के नाम डुमरखां कलां है वहां पर आया और उसके साथ झगङा करने लगा।
तब उसने उसको प्यार से समझाया और दो-दो पैग लगाने के लिए बैठा लिया और यह कह कर कि झगङा मे कुछ नही रखा है तु अपना खर्चा पानी भी लेते रहना ये बात कहकर सुरेश को राजी कर लिया। यह व सुरेश दोनो उसके ढाबा के पीछे बैठ कर दारू पीने लगे। इस बीच उसने फोन करके अपने एक अन्य साथी को भी बुला लिया जिसने सुरेश को मारने के लिए हथियार का इतंजाम पहले से कर रखा था। जब सुरेश नशे में हो गया तब उसने और उसके साथी ने योजना के मुताबिक सुरेश को गाङी मै बैठा कर हाईवे से ढाबे की तरफ भट्ठे वाले रास्ते पर ले गए और उसने अपने साथी से कट्टा लेकर एक गोली सुरेश के मारी, सुरेश को जैसे ही गोली लगी वह गाङी से उतर कर भागने लगा और थोङी दूर जाकर गिर गया। तब उसके साथी ने उससे कट्टा लेकर लोड करके दुसरी गोली सुरेश के मुंह पर मारी। जिस कारण उसने मौका पर ही दम तोङ दिया। इन्होनें सुरेश के शव को उठा कर गाङी मे डाला और सुरक्षित स्थान पर ठिकाने लगाने के लिए वापिस हाईवे पर आकर उकलाना की तरफ चल दिए , परंतु पुरी तरह लाकडाउन होने के कारण पुलिस का आना जाना लगा हुआ था। जिस कारण इन्होनें गाङी वापिस मोङकर ढाबे की तरफ रोङ की तरफ औदी के पास सुरेश के शव को पाईप के लिए खुदी हुई खाई मे डालकर उपर से मिट्टी डालकर दबा दिया और घटना बारे फोन करके सुनीता को तभी बता दिया। उसके बाद सुनीता उसे फोन पर कई बार ये कहती थी कि सुरेश के मां-बाप इस पर दबाव बना कर सुरेश बारे पुछते है । तब उसने उसको सलाह दी कि उसके मां बाप को थाना भेज कर गुमशुदा का पर्चा करा देने के बारे में दी। जो सुरेश के लापता होने का पर्चा थाना सैक्टर-5, गुरुग्राम में अंकित कराया गया। इस मुकदमे में कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा आरोपित द्वारा मृतक के शव को खुर्दबुर्द करने की नियत से जिस स्थान पर गोली मारकर दबाया था आरोपित ने पुलिस को उस स्थान की निशान देही कराई, जहां से ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में *मृतक सुरेश के शव को कंकाल के रुप में कल शुक्रवार को जमीन खोदकर 5 फुट गहरे गढ्ढे से निकाला* गया।