अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
नई दिल्ली:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान के तहत दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हर स्तर पर पूरी गंभीरता से काम रही है। इसी के अंतर्गत चलाए जा रहे ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन के तहत आज पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के सभी निगम पार्षदों ने बाराखंभा रोड स्थित चौराहे पर वाहन चालकों को जागरूक किया।आगे सातों लोकसभा में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस कैंपेन में पूरी दिल्ली सहयोग कर रही है और लोग रेड लाइट पर अपने वाहन बंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति रोजाना औसतन 8 से 10 रेड लाइट से गुजरता है। रेड लाइट पर अगर वह अपना वाहन चालू रखता है, तो करीब 20 से 25 मिनट बेवजह तेल जलाता है। इस कैंपेन का मकसद रेड लाइट पर वाहनों को चालू रखने से रोकना है, जिससे वाहन प्रदूषण में कमी आए और लोगों को प्रदूषण से राहत मिले।
‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन के तहत बाराखंभा रोड स्थित चौराहे पर पार्षदों के साथ वाहन चालकों के लिए चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण मंत्री श्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर अपना जो प्रदूषण है, उसको दिल्ली सरकार कम करने की लगातार कोशिश कर रही है। इसके अलावा, धूल प्रदूषण के खिलाफ भी लड़ाई लड़ रहे हैं। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन के जरिए जो वाहनों का प्रदूषण है, उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। पूरे दिल्ली के अंदर पराली पर बायो डी-कंपोजर घोल का छिड़काव किया जा रहा है। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन का मकसद है कि रेड लाइट ऑन होने पर लोगों को अपने वाहन चालू रखने से रोका जाए। ऐसा करने से रेड लाइट पर वाहनों से प्रदूषण नहीं होगा और इससे निश्चित रूप से प्रदूषण से राहत मिलेगी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरी दिल्ली के लोग इस कैंपेन में सहयोग कर रहे हैं। दिल्ली सरकार की भी यही कोशिश है कि दिल्ली के अंदर जो प्रदूषण पैदा होता है, उसको कम किया जाए। इसलिए ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन पूरे दिल्ली के अंदर चलाया जा रहा है। पिछले दिनों इस कैंपेन में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने हिस्सा लिया था और आज निगम पार्षदों ने लिया है। हमने यह तय किया है कि अब सातों लोकसभा क्षेत्र में जन भागीदारी के माध्यम से अलग- अलग जगहों पर इस कैंपेन को आगे बढ़ाएंगे। रेड लाइट ऑन होने पर जो लोग अपने वाहन को बंद नहीं कर रहे हैं, उन्हें जागरूक करने के लिए हमने वहां पर ग्रीन मॉर्शल तैनात किए हैं। यह ग्रीन मॉर्शल वाहन चालकों से रेड लाइट ऑन होने पर अपनी गाड़ी को बंद करने की अपील कर रहे हैं।पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस कैंपेन का निश्चित रूप से असर पड़ रहा है। दिल्ली में हर व्यक्ति औसतन 8 से 10 रेड लाइट पर रुकता है। अगर वह हर रेड लाइट पर औसतन 2 मिनट भी अपने गाड़ी को चालू रखता है, तो वह प्रतिदिन 20 से 25 मिनट तक रेड लाइट पर अपनी गाड़ी चालू रख कर बेवजह तेल जला रहा है। इस कैंपेन से प्रभावित होकर लोग अब अपनी गाड़ी रेड लाइट पर बंद रखने लगे हैं और इससे धुंआ नहीं पैदा हो रहा है, जो लोगों की सांसों में जाता है।
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ‘रेड लाइट ऑन,गाड़ी ऑफ’ कैंपेन शुरू किया है। अधिकारिक तौर पर यह कैंपेन 18 अक्टूबर को शुरू किया गया और 18 नवंबर तक चलेगा। कैंपेने के तहत दिल्ली के अंदर 100 प्रमुख चौराहों पर सिविल डिफेंस वालेंटियर तैनात किए गए हैं। इन 100 प्रमुख चौराहों पर तैनात करीब 2500 सिविल डिफेंस वालेंटियर रेड लाइट ऑन होने पर अपने वाहन को बंद करने के लिए चालकों को पंपलेट्स और बैनर आदि के जरिए जागरूक कर रहे हैं। इसके अलावा, 10 मुख्य चौराहों पर 20-20 सिविल डिफेंस के पर्यावरण मार्शल तैनात किए गए हैं। यह कैंपेन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक चलाया जा रहा है। पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और दूसरी दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक की होती है। इस दौरान सिविल डिफेंस वालेंटियर टी शर्ट व टोपी पहनकर जागरूकता के लिए प्ले कार्ड लेकर खड़े रहते हैं, ताकि इन्हें देखकर वाहन चालक जागरूकता हो सकें। साथ ही, कैंपेन को सफल बनाने के लिए आरडब्लूए, मार्केट एसोसिएशन, क्लब और पर्यावरण से संबंधित एनजीओ की भी मदद ली जा रही है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर काबू पाने में दिल्ली वालों से भी सहयोग की अपील की है। स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपने हिस्से का प्रदूषण कम करने की कोशिश करने के लिए तीन अपील की है। पहला- रेड लाइट ऑन होने पर अपने वाहन को बंद रखें। इसके तहत हर वाहन चालक से अपील की है कि रेड लाइट ऑन होने पर अपनी गाड़ी ऑफ दें। इससे तेल भी बचेगा और प्रदूषण भी नहीं होगा। दूूसरा- सप्ताह में एक या अधिक दिन अपनी गाड़ी या स्कूटर का इस्तेमाल न करें। अक्सर हम रोज दफ्तर, मार्केट या किसी भी काम से बाहर जाते हैं, तो अपनी गाड़ी या स्कूटर से जाते हैं। अगर हर दिल्ली वासी हफ्ते में एक या अधिक दिन अपनी गाड़ी का इस्तेमाल न करें और वह मेट्रो या बस का इस्तेमाल कर अपने दफ्तर या अन्य आवश्यक गंतव्य तक जाए, तो इससे तेल भी बचेगा और प्रदूषण भी नहीं होगा। तीसरा- ग्रीन दिल्ली एप पर प्रदूषण फैलाने वालों की शिकायत करें। दिल्ली सरकार ने किसी भी तरह से प्रदूषण पैदा करने वालों की शिकायत करने के लिए ग्रीन दिल्ली एप लांच किया है। हर दिल्ली वासी इस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लें और कहीं पर भी प्रदूषण होता दिखे, तो उसकी फोटो लेकर एप पर शिकायत करें, ताकि दिल्ली सरकार की ओर से गठित टीमें मौके पर पहुंच कर तत्काल कार्रवाई कर सके।केजरीवाल सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण के खिलाफ चलाए जा रहे ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान में जन सहभागिता को अधिक से अधिक बढ़ावा दे रही है। सरकार का मानना है कि जब सरकार और समाज दोनों मिल कर साथ लड़ेगा, तभी हम प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को जीत पाएंगे। अगर हर दिल्लीवासी जिम्मेदारी के साथ अभियान में अपनी सहभागिता कर योगदान देता है, तो दिल्ली में वाहन प्रदूषण को 15 से 20 फीसद तक कम किया जा सकता है। यह पूरा अभियान स्वैच्छिक है। दिल्ली के लोगों को अपनी स्वेच्छा से पूरी जिम्मेदारी के साथ इस अभियान में अपना योगदान देने के लिए शामिल होना है। दिल्ली सरकार को यकीन है कि जिस तरह से दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन सफलता पूर्वक संचालित किया जा रहा है, उसी तरह वाहन प्रदूषण को कम करने का यह अभियान भी सफलता पूर्वक आगे बढ़ेगा और एक दिन दिल्ली प्रदूषण के खिलाफ अपनी लड़ाई को अवश्य जीतेगी।इससे पहले, गत 21 अक्टूबर को ‘रेड लाइट ऑन,गाड़ी ऑफ’ कैंपेन में सक्रिय भागीदारी कर आम आदमी पार्टी के विधायकों ने वाहन चालकों को जागरूक किया था। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के नेतृत्त में यह जागरूकता कार्यक्रम चंदगी राम अखाड़ा रेड लाइट पर किया गया था। इस जागरूकता कार्यक्रम में विपक्षी दलों के विधायकों को भी शामिल होने के लिए सूचना दी गई थी, लेकिन वे नहीं आए।
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