अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम:हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अर्बन डेवलपमेंट व मोबिलिटी कार्यक्रम शहरी विकास का एक समेकित मॉडल तैयार करता है। समेकित मॉडल ही एक मजबूत शहर का निर्माण करता है जिसके साथ ही मजबूत राष्ट्र निर्माण की दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। इस प्रकार के सम्मेलन जहां नवाचार पद्धति के साथ बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की योजनाओं के क्रियान्वयन में कारगर हैं वहीं विजन 2047 में विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर बनाने में भी अहम है। मुख्यमंत्री शनिवार को गुरुग्राम में आयोजित 18वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधिगण को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने परिसर में लगी शहरी विकास और गतिशीलता को दर्शाती विकासात्मक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने देश भर से आए प्रतिनिधिगण का स्वागत करते हुए कहा कि यह गर्व और गौरव का विषय है कि हरियाणा को पहली बार इस राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करने का अवसर मिला है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हैं जिनके कुशल मार्गदर्शन और समर्थन से ही यह तीन दिवसीय आयोजन संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि भारत का भविष्य अब केवल मेगा सिटीज में नहीं है। वर्तमान मांग के अनुरूप टियर-टू और टियर-थ्री शहर भी तेजी से विकसित हो रहे हैं। ऐसे में समावेशी विकास के लिए टियर-टू और टियर-थ्री शहरों के अनुसार मोबिलिटी विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरों की योजना में स्थायी गतिशीलता और ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को प्राथमिकता दी जा रही है। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को शहर की योजना का मुख्य आधार बनाने की दिशा में केंद्र व प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है। सरकार की ओर से परिवहन को इस तरह से एकीकृत किया जा रहा है जिसके तहत अनियंत्रित शहरीकरण को रोक सकेंगे और संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर सकेंगे।नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी के उस मोड़ पर खड़े हैं, जहां शहरी विकास की गति और दिशा, हमारी मोबिलिटी प्रणालियों से तय होती है। इसी वास्तविकता को समझते हुए, इस वर्ष का विषय शहरी विकास और गतिशीलता का मेल चुना गया है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारे शहर, ग्रोथ के इंजन हैं लेकिन यदि शहरों में जीवन की सहजता सुनिश्चित करनी है, तो हमें गतिशीलता को विकास के हर पहलू के केंद्र में लाना होगा। उन्होंने कहा कि गतिशीलता सिर्फ एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना ही नहीं है। यह नागरिकों के सशक्तिकरण, अर्थव्यवस्था की मजबूती और पर्यावरण की सुरक्षा का आधार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्बन मोबिलिटी इंडिया प्लेटफॉर्म समस्याओं पर चर्चा करके, समाधान सुझाने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि शहरों को बेस्ट अर्बन ट्रांसपोर्ट सेवाओं से अवगत कराया जाए। यह एक ऐसा मंच है, जहां प्रमुख निर्णय कर्ताओं द्वारा अन्य प्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित किया जा रहा है। इस संवाद का लक्ष्य है कि प्रतिनिधिगण यहां से ऐसे विचार लेकर जाएं, जो उनके शहरों में शहरी परिवहन को स्थायी रूप से विकसित कर सकें। उन्होंने कहा कि शहरों की विशेष जरूरतों को पूरा करने के लिए शहरों में स्मार्ट बसें चलाने की योजना को मूर्त रूप दिया जा रहा है ताकि, परिवहन प्रणालियों को पर्यावरण के अनुकूल, अधिक कुशल, विश्वसनीय, पारदर्शी व जवाबदेही बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि शहरों के अंदर चलने वाली बसें आर्थिक विकास का आधार भी हैं। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यवसायों का विकास होता है, रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और हमारी अर्थव्यवस्था को भी गति मिलती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास ही वास्तविक प्रगति का मार्ग है। हम यह मानते हैं कि यह धरती केवल हमारी नहीं है, बल्कि आने वाली पीढिय़ों की भी है। इसलिए, हमारे सभी विकास कार्यों का उद्देश्य है कि आज के संसाधनों का उपयोग इस प्रकार हो कि हम उन्हें अगली पीढ़ी को भी सुरक्षित सौंप सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हरित और समावेशी शहरी परिवहन को अपनी प्राथमिकता में रखा है। हरियाणा में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार गुरुग्राम, फरीदाबाद, बहादुरगढ़ और सोनीपत तक किया जा रहा है, ताकि प्रमुख शहरों के बीच आवागमन सुगम और समयबद्ध हो सके। इसी के साथ, आरआरटीएस व नमो भारत रेल प्रणाली को भी हरियाणा के विकास विजन में प्रमुख स्थान दिया गया है। यह तेज रफ्तार रेल नेटवर्क दिल्ली, गुरुग्राम, करनाल और जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सीधे जोड़ेगा। इससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक नया आर्थिक गलियारा तैयार होगा और लोगों को सुरक्षित, आराम दायक तथा ऊर्जा-कुशल यात्रा का विकल्प मिलेगा। उन्होंने कहा कि बड़े बुनियादी ढांचे के साथ लास्ट माइल कनेक्टिविटी पर भी सरकार पूरा ध्यान दे रही है। शहरों में इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों, ई-रिक्शा तथा साइकिल ट्रैक्स को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम के अतिरिक्त 12 अन्य प्रमुख शहरों- फरीदाबाद, पंचकूला, रोहतक, करनाल, हिसार, पानीपत, यमुनानगर, सोनीपत, भिवानी, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र और अंबाला में आधुनिक सिटी बस सेवाएं शुरू की हैं। इसी के तहत राज्य की इलेक्ट्रिक वाहन नीति के तहत प्रदेश में चार्जिंग स्टेशनों का तेजी से विस्तार किया जा रहा है।
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