अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में पीडित महिलाओं का हर सम्भव समाधान वन स्टॉप सेंटर फरीदाबाद में होता है। डीसी विक्रम सिंह ने आगे बताया कि अब तक घरेलु हिंसा की 821, गुमशुदगी की 654, दहेज़ उत्पीडन की 20, बाल यौन शोषण की 72, बलात्कार की 48,साइबर क्राइम की 87, शारारिक उत्पीड़न की 115 तथा लड़ाई झगडे व अन्य 614 शिकायते मिली है। जिनका विभिन्न विभागों से बेहतर तालमेल करके समाधान करने का काम किया है।
आपको बता दें जिला उपायुक्त फरीदाबाद विक्रम सिंह के कुशल मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली के द्वारा जिले के बी.के./ नागरिक अस्पताल में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया गया है। सखी नाम से विख्यात वन स्टॉप सेंटर के द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बच्चियों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान की जाती है। वन स्टॉप सेंटर फरीदाबाद के द्वारा घरेलु हिंसा, बलात्कार से पीडित, महिला तस्करी,बाल यौन शोषण, बाल विवाह, दहेज़ उत्पीड़न, एसिड अटैक, गुमशुदा इत्यादि प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को क़ानूनी परामर्श, क़ानूनी सहायता, मेडीकल सहायता, पुलिस सहायता, मनो सामाजिक परामर्स तथा 5 दिनों तक अस्थाई आश्रय आदि प्रकार की सहायता एक ही छत के नीचें प्रदान की जाती है।
वन स्टाप सेंटर की विशेषताएं
यह सेंटर महिलाओं के लिए काफी कारगर और हिंसाओ से छुटकारा पाने के लिए लाभकारी है। यह सेंटर महिलाओ के लिए बहुत बड़ा सपोर्ट सिस्टम है। यहाँ महिलाएं स्वयं को बहुत सुरक्षित महसूस करती है, क्योंकि यहाँ महिलाओ की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। यहाँ पर पीड़ित महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक व मानसिक तौर पर सशक्त करने के लिए उनका मार्गदर्शन व सहयोग किया जाता है। इस सेंटर के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय समय पर विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे है। इसके आलावा जिला के सभी पुलिस थानों के पुलिस कर्मचारयों के साथ भी सेंटर के अधिकारी बैठकें करते रहते है। ताकि सभी प्रकार से ज्यादा से ज्यादा पीड़ित महिलाओं को सेंटर द्वारा मदद मिल सके। इसके साथ ही जो पीड़ित महिलाऐ सेंटर तक पहुचनें में असक्षम है को केंद्र के कर्मचारियों के द्वारा उनके आवास पर जाकर आवश्यक सहायतायें प्रदान की जाती है।
वन स्टॉप सेंटर फरीदाबाद में अब तक घरेलु हिंसा की 821, गुमशुदगी की 654, दहेज़ उत्पीडन की 20, बाल यौन शोषण की 72, बलात्कार की 48,साइबर क्राइम की 87, शारारिक उत्पीड़न की 115 तथा लड़ाई झगडे व अन्य 614 शिकायतें प्राप्त हुई है। जिनके हर सम्भव समाधान भी साथ साथ करवाए गए हैं। पीडित महिलाऐ वन स्टॉप सेंटर में महिला हेल्प लाईन 181, 0129-2421006 तथा स्वयं सेंटर में हाजिर हो कर भी शिकायत दर्ज करवा सकती है। जोकि वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे X 7 दिन खुला रहता है,जिससे की पीड़ित महिलाओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।