अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस की एनआर-II/अपराध शाखा की टीम द्वारा किए गए निरंतर और अथक प्रयासों से जुलाई, 2024 में थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा में दर्ज एक ब्लाइंड हत्याकांड का मामला सुलझा लिया गया है। इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मृतक की पत्नी सोनिया (34 वर्ष), निवासी गाँव अलीपुर, दिल्ली और उसका विवाहेतर मित्र रोहित, निवासी गाँव जजी, सोनीपत, हरियाणा शामिल हैं। मृतक प्रीतम प्रकाश थाना अलीपुर, दिल्ली का हिस्ट्रीशीटर था और उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। महिला आरोपित यानी मृतक की पत्नी ने अपने पति की हत्या के लिए अपने एक रिश्तेदार को सुपारी दी थी।
साजिश के तहत, मृतक की हत्या कर जुलाई 2024 में थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा के क्षेत्र में फेंक दिया गया। मृतक की हत्या के बाद, महिला आरोपित ने थाना अलीपुर, दिल्ली में गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई। हत्या के कुछ दिनों बाद, मृतक का शव गाँव अगवानपुर, थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा के पास एक नाले में मिला.मृतक की कभी पहचान नहीं हो पाई और थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा में दर्ज हत्या के मामले का कभी कोई निपटारा नहीं हुआ। महिला आरोपित ने मृतक का मोबाइल फोन अपने प्रेमी रोहित को उसे ठिकाने लगाने के लिए दे दिया, लेकिन आरोपित रोहित ने उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। आरोपित रोहित पहले भी हरियाणा में हत्या और आर्म्स एक्ट सहित 4 जघन्य मामलों में शामिल रहा है।
सूचना, टीम और कार्रवाई:
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को जबरन वसूली, हत्या, आर्म्स एक्ट आदि जैसे जघन्य मामलों में शामिल अपराधियों पर गुप्त और प्रत्यक्ष निगरानी रखने का काम सौंपा गया है। बाहरी-उत्तरी जिले के अपराधियों पर गुप्त निगरानी के दौरान, निरीक्षक संदीप तुषीर के नेतृत्व वाली उत्तरी रेंज-II, अपराध शाखा की टीम ने देखा कि अलीपुर पुलिस थाने के एक अनुपस्थित अपराधी प्रीतम प्रकाश, 42 वर्ष, निवासी दयाल मार्केट, अलीपुर, दिल्ली का लंबे समय से कोई पता नहीं चल रहा था, और उसे एक मामले में उद्घोषित अपराधी भी घोषित किया गया है।मामले की गंभीरता को देखते हुए, निरीक्षक संदीप तुषीर के नेतृत्व में उप निरीक्षक सतेंद्र, उप निरीक्षक योगेश दहिया, उप निरीक्षक परवीर सिंह, उप निरीक्षक प्रदीप गोदारा, प्रधान सिपाही प्रदीप तोमर, प्रधान सिपाही अजय पाल, प्रधान सिपाही संदीप संगरोहा, प्रधान सिपाही सिद्धार्थ, प्रधान सिपाही अश्विनी दहिया, प्रधान सिपाही विनोद बजाड़, प्रधान सिपाही अजय, प्रधान सिपाही सोहित और महिला सिपाही रजनी शर्मा, सहायक आयुक्त पुलिस, अशोक शर्मा की कड़ी निगरानी में, उपायुक्त पुलिस/अपराध शाखा, हर्ष इंदौरा, भा.पु.से. द्वारा गठित की गई थी।टीम ने मैन्युअल और तकनीकी दोनों तरह से काम करना शुरू किया। प्रधान सिपाही प्रदीप तोमर अपने गुप्त स्रोतों के माध्यम से जानकारी एकत्र कर रहे थे और पता चला कि प्रीतम की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसकी पत्नी सोनिया ने 20/07/2024 को दर्ज कराई थी कि उसका पति 5/6 जुलाई 2024 की रात से लापता है। संबंधित पुलिस स्टेशन से रिकॉर्ड की जांच करने पर, इस संबंध में जीडी संख्या 2ए दिनांक 20/07/2024 के तहत एक गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना अलीपुर, दिल्ली में दर्ज पाई गई।टीम ने तकनीकी रूप से काम करना शुरू किया और पाया कि लापता प्रीतम प्रकाश (हिस्ट्रीशीटर/पी.ओ.) का आखिरी इस्तेमाल किया गया फोन गाँव जजी, सोनीपत, हरियाणा में चल रहा था। टीम ने छापेमारी की और फोन इस्तेमाल कर रहे व्यक्ति रोहित निवासी जजी, सोनीपत को पकड़कर पूछताछ की। शुरुआत में, रोहित ने यह कहकर जांच को भटकाने की कोशिश की कि उसने किसी अनजान व्यक्ति से फोन खरीदा है। लेकिन कड़ी पूछताछ में, रोहित टूट गया और उसने खुलासा किया कि उसके सोनिया, यानी लापता प्रीतम प्रकाश की पत्नी, के साथ अवैध संबंध थे। फोन उसे सोनिया ने दिया था। उसने आगे बताया कि सोनिया ने उसे बताया था कि उसने उसके पति की सुपारी देकर पिछले साल जुलाई 2024 में गन्नौर, सोनीपत में उसकी हत्या करवा दी थी और उसके शव को ठिकाने लगा दिया था।टीम तुरंत हरकत में आई और मृतक की पत्नी सोनिया (34 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया गया। शुरुआती पूछताछ में उसने भी जांच एजेंसी को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब दस्तावेजी सबूतों के साथ उससे जिरह की गई, तो वह भी टूट गई और उसने खुलासा किया कि जुलाई 2024 में उसने अपने पति की हत्या की सुपारी विजय (उसकी बहन का देवर) निवासी गाँव गुमड़, गन्नौर, सोनीपत को दी थी। विजय ने उसकी हत्या कर दी और शव को गाँव अगवानपुर, गन्नौर, सोनीपत के पास एक नाले में फेंक दिया। बाद में विजय ने उसे सोशल मीडिया पर गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा की स्थानीय पुलिस द्वारा नाले से बरामद शव के बारे में एक समाचार लेख भेजा, लेकिन शव की कभी पहचान नहीं हो पाई। थाना गन्नौर, सोनीपत से जांच करने पर, दिनांक 10/07/2024 को नाला में अभियुक्तों द्वारा बताए गए स्थान पर एक अज्ञात शव मिला और इस संबंध में एफआईआर संख्या 292/2024 दिनांक 10/07/2024 के तहत धारा 103(1)/238(a) थाना गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा में मामला दर्ज किया गया। हरियाणा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान डीएनए के लिए नमूने वहीं सुरक्षित रखे गए थे। मृतक प्रीतम प्रकाश थाना अलीपुर का एक सक्रिय हिस्ट्रीशीटर था और पहले भी डकैती, चोट पहुँचाने आदि सहित 10 से अधिक मामलों में शामिल रहा है।
पूछताछ:
आरोपित सोनिया पत्नी लेफ्टिनेंट प्रीतम प्रकाश, निवासी अलीपुर, दिल्ली, उम्र- 34 वर्ष, ने बताया कि वह केवल चौथी कक्षा तक पढ़ी है। उसके माता-पिता जिंदपुर कॉलोनी, अलीपुर, दिल्ली में रहते हैं। जब वह 16 साल की थी, तब उसने प्रीतम प्रकाश से प्रेम विवाह किया था। इस विवाह से उसके तीन बच्चे (दो लड़कियां और एक लड़का) हैं। उसका पति प्रीतम प्रकाश नशे का आदी था और अक्सर नशे में घर आता था और मारपीट करता था। शादी के बाद से ही वह अक्सर प्रीतम से उसकी नशे की लत को लेकर झगड़ा करती थी।प्रीतम प्रकाश अवैध हथियार रखने, डकैती, चोरी, अपहरण और अन्य मामलों में कई बार जेल जा चुका था, और इस वजह से घर का माहौल अक्सर खराब रहता था। समझाने की लाख कोशिशों के बावजूद, प्रीतम नशा और अपराध नहीं छोड़ रहा था। 2023-24 में उसकी दोस्ती सह-आरोपी रोहित, निवासी गांव- जजी, सोनीपत, हरियाणा से हुई, जो उस समय दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर का काम करता था। सोशल मीडिया के ज़रिए उनकी दोस्ती हुई। रोहित कई बार जेल भी जा चुका है। वे शादी करना चाहते थे, लेकिन उसका पति इसमें रोड़ा बन रहा था। वह अक्सर अपने पति प्रीतम से लड़ती और अपनी बहन दीपा के घर, निवासी गन्नौर, सोनीपत, हरियाणा चली जाती।2 जुलाई 2024 को उसका प्रीतम से झगड़ा हो गया, और इसी वजह से वह सह-आरोपित रोहित की टैक्सी लेकर मेरी बहन दीपा के घर गन्नौर, सोनीपत चली गई और रोहित उसे वहीं छोड़कर चला गया। उसने रोहित से अपने पति की हत्या करने के लिए कहा, लेकिन रोहित ने यह कहकर 6 लाख रुपये मांगे कि वह अकेले यह काम नहीं कर सकता और उसे किसी और को भी काम पर रखना होगा। उसके पास इतने पैसे नहीं थे। इस बीच रोहित के खिलाफ कोई मामला दर्ज हो गया और वह अंडरग्राउंड हो गया।
5 जुलाई 2024 को प्रीतम उसे लेने गन्नौर आया और उससे झगड़ा करने लगा और उसे बेइज्जत करके वहाँ से चला गया। उस दिन उसने अपनी बहन दीपा के देवर विजय से कहा कि प्रीतम को खत्म करना होगा, उसने उसकी जिंदगी नर्क बना दी है। विजय ने उससे कहा कि इस काम में एक लाख रुपये लगेंगे। उसने विजय से कहा कि वह 50,000 रुपये देगी। शाम को प्रीतम फिर से अपनी टीएसआर गाड़ी में उसे लेने वहाँ आया और उससे अपने घर वापस आने का अनुरोध करने लगा, लेकिन वह उसे मरवाने का मन बना चुकी थी।उसने विजय से कहा कि यही सही समय है, आज रात प्रीतम को यहीं रोक लो और रात को उसे खत्म कर दो। हमारे कहने पर प्रीतम वहीं रुकने को तैयार हो गया और सब ने खाना खाया। वह मेरी बहन और बच्चों के साथ छत पर सोने चली गई। प्रीतम और विजय घर में नीचे वाले कमरे में सो रहे थे। कुछ देर बाद उसने रात में प्रीतम के चीखने की आवाज सुनी। सुबह जब वह उठी तो देखा कि प्रीतम घर पर नहीं था। उसने विजय से पूछा कि रात में काम हुआ था या नहीं, तो विजय ने बताया कि उसने रात में ही प्रीतम की हत्या कर दी थी और उसकी लाश कपड़े में लपेटकर अगवानपुर गांव के पास नाले में फेंक दी थी। प्रीतम का फोन घर में फ्रिज पर रखा था, जिसे उसने उठाकर अपने पास रख लिया।
इसके बाद उसने किसी ड्राइवर को हायर करके प्रीतम की टीएसआर ली और 6 जुलाई 2024 को मेरे घर अलीपुर आ गई। विजय ने उसे इंस्टाग्राम पर प्रीतम की लाश का एक वीडियो और फोटो भी भेजा था, जिसमें लाश नाले में पड़ी दिख रही थी। बाद में विजय ने वह वीडियो और फोटो डिलीट कर दी। दो दिन बाद विजय उसके घर आया और पैसे मांगने लगा। उसने अपने आस-पड़ोस के लोगों से कुछ पैसे उधार लेकर विजय को कुल 50,000 रुपये दिए थे और उसने प्रीतम का टीएसआर कुल 4.50 लाख रुपये में बेचा था, जिसमें से उधार की रकम काटने के बाद उसे कुल 2,80,000 रुपये मिले थे, जिनमें से कुछ उसने रोहित को दिए और कुछ उसने खर्च कर दिए।20 जुलाई, 2024 को उसने दिल्ली के अलीपुर थाने में अपने पति की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। लगभग 2-3 महीने बाद, उसने प्रीतम का मोबाइल फोन रोहित को दिया और उससे कहा कि इसे तोड़कर कहीं नाले में फेंक दे। कुछ दिनों बाद, उसने रोहित से फिर पूछा कि उसने प्रीतम का मोबाइल फोन तोड़कर फेंका है या नहीं, जिस पर रोहित ने कहा कि उसने ऐसा किया है। जून 2025 में, विजय पुत्र प्रेम, गाँव गुम्मर, गन्नौर का निवासी है, जिसे चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में हरियाणा की जेल में है।
आरोपितों का विवरण और पिछली संलिप्तताएँ:
1. आरोपित सोनिया, 34 वर्ष, मृतक की पत्नी है। वह गाँव अलीपुर, दिल्ली की निवासी है। लगभग 15 वर्ष की आयु में, उसे मृतक से प्रेम हो गया और उन्होंने अपने परिवारों के विरुद्ध विवाह कर लिया। परिवारों या किसी अन्य द्वारा इस मामले की कभी पुलिस में रिपोर्ट नहीं की गई। बाद में, परिवारों ने विवाह को स्वीकार कर लिया। विवाह से उनके तीन बच्चे हैं (एक 16 वर्षीय लड़का और दो बेटियाँ)
पिछली संलिप्तताएँ:
1. एफआईआर संख्या 127/2021, धारा 323/354/376/506/34 आईपीसी, थाना अलीपुर, दिल्ली
2. आरोपी रोहित, निवासी वीपीओ-जाजी, जिला-सोनीपत, हरियाणा, आयु 28 वर्ष, 10वीं कक्षा तक शिक्षित है और बचपन में बुरी संगत में पड़ गया था। वह पहले हत्या, आर्म्स एक्ट आदि सहित 4 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। उसकी शादी अप्रैल, 2025 में हुई है। वह सोनीपत से दिल्ली बाईपास तक निजी टैक्सी चालक के रूप में काम करता था। सह-आरोपित सोनिया के साथ उसके विवाहेतर संबंध थे।
पूर्व संलिप्तताएँ:
i. एफआईआर संख्या 57/2016, धारा 307/148/149/188/379/427 आईपीसी के तहत, थाना मुरथल, जिला सोनीपत, हरियाणा
ii. एफआईआर संख्या 108/2019, धारा 302/365/341/346/201/120बी आईपीसी के तहत, थाना मोहना, जिला सोनीपत, हरियाणा
iii. एफआईआर संख्या 290/2019, धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत, थाना मुरथल, जिला सोनीपत, हरियाणा
i. एफआईआर संख्या 79/2024, धारा 25 शस्त्र अधिनियम, थाना मोहना, जिला। सोनीपत, हरियाणा
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