अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
पंचकूला:हरियाणा सरकार द्वारा नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान को प्रभावी और सफल बनाने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर शिबास कविराज के मार्ग दर्शन में पंचकूला पुलिस निरंतर सक्रियता से कार्य कर रही है। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने सभी क्राइम ब्रांच को ड्रग सप्लायर्स के जरिए मुख्य ड्रगमाफियाओं तक पहुंचने की दिशा में कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जिसके तहत एंटी नारकोटिक्स सेल पंचकूला की टीम ने अफीम तस्करी से जुड़ी एक बड़ी चेन के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के साथ-साथ पुलिस द्वारा “नशा और हिंसा मुक्त – मेरा गांव मेरी शान” अभियान के अंतर्गत आमजन को नशे से बाहर निकालने हेतु निरंतर जन जागरूकता और सख्त कार्रवाई की जा रही है।
गत 29 मई 2025 को एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर पंजाब निवासी ड्रग सप्लायर सुनील कुमार को पंचकूला के चंडीमंदिर क्षेत्र से अफीम के साथ गिरफ्तार किया। सुनील को न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया, जिससे पूछताछ कर मुख्य ड्रग सप्लायर तक पहुंचने की दिशा में जुट गई।पुलिस रिमांड के दौरान की गई पूछताछ में आरोपित सुनील ने खुलासा किया कि वह अफीम हरिओम नामक व्यक्ति से खरीदता था। इस सूचना के आधार पर गत 31 मई 2025 को पुलिस टीम ने हरिओम पुत्र ठाकुर दास, निवासी ग्राम मोहम्मद सदीकपुर, बिलारी, जिला संभल (उत्तर प्रदेश) को यूपी के संभल जिले से गिरफ्तार किया। हरिओम की निशानदेही पर पुलिस ने उसी दिन रामपुर (उत्तर प्रदेश) से दीपक पुत्र सतबीर सिंह, निवासी जिला संभल (यूपी) को भी गिरफ्तार किया, जिससे हरिओम अफीम प्राप्त करता था।दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना चंडीमंदिर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 18 व 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आज दिनांक 31 मई को दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब रिमांड के दौरान गहन पूछताछ कर इस ड्रग सप्लाई चेन से जुड़े अन्य आरोपितों और मुख्य ड्रग माफियाओं तक पहुंचने के लिए सक्रियता से प्रयास कर रही है।
“हमारी कार्रवाई का उद्देश्य सिर्फ सप्लायर्स को पकड़ना नहीं, बल्कि उस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना है जो समाज में जहर घोल रहा है। पंचकूला पुलिस मुख्य ड्रग तस्करों तक पहुंचने के लिए हर स्तर पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है इसके अलावा, आरोपितों के बैंक खातों और मोबाइल की गहन जांच की जा रही है ताकि उनके पूरे नेटवर्क और लेन-देन की जानकारी जुटाई जा सके। जांच के दौरान पुलिस उनके नशे के कारोबार से अर्जित की गई संपत्तियों का भी पता लगाएगी और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्हें जब्त किया जाएगा।
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