अरविन्द उत्तम की रिपोर्ट
ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण के बीच जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता बरत रहा है। इसलिए विदेशों से आने वाले हर व्यक्ति की लिस्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी हुई है। जैसे ही कोई यात्री जिले में प्रवेश करता है तो सबसे पहले उनकी जांच कराई जा रही है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बीते 24 घंटों में 8 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की है, जिनमें से 5 लोग विदेशों से आए है जिनका इलाज नोएडा के सेक्टर-39 कोविड-अस्पताल मे किया जा रहा है.
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.सुनील दोहरे ने बताया कि सिंगापुर से लौटी मां बेटी में और इंग्लैंड से लौटे एक परिवार के बच्चे समेत तीन सदस्यों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. विदेश से लौटने के बाद उनकी उनकी आरटी पीसीआर की जांच कराई गई थी रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उन्हें सेक्टर- 39 के कोविड-अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी के जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, अभी तक सभी की हालत सामान्य बनी हुई है. डॉ. दोहरे ने बताया कि एक सप्ताह में डॉक्टर की रिपोर्ट आने बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. इससे पहले विदेश से लौटने के दौरान इन सभी लोगों की जांच इंग्लैंड और सिंगापुर में भी हुई थी जहां उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के बीच नोएडा सेक्टर- 123 की एक सोसाइटी में रहने वाली 30 वर्षीय महिला और उसकी बच्ची कोरोना संक्रमित मिली हैं, दोनों हाल में ही सिंगापुर से लौटी थी. दोनों की आरटी पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें सेक्टर- 39 स्थित कोविड-19 कराया गया है,जबकि महिला के पति की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वही सेक्टर-44 निवासी पति, पत्नी और उनके 4 साल की बेटी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह परिवार को कुछ समय पहले इंग्लैंड से लौटा था, तब परिवार के किसी सदस्य में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं मिले थे.विदेश से लौटने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उनकी जांच कराई जिसमें यह पॉजिटिव पाए गए हैं. विदेश से लौटे सभी पॉजिटिव मरीजों का इलाज सेक्टर -39 के कोविड-अस्पताल में किया जा रहा है, अस्पताल में सामान्य कोविड-मरीजों और विदेश से लौटे मरीजों का इलाज अलग-अलग फ्लोर पर बने वार्डों में किया जा रहा है. कोविड-अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर सुभाष चंद्रा ने बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट की आशंका के कारण विदेशों से लौटे मरीजों को अन्य कोविड-मरीजों से अलग रखा जा रहा है, साथ ही किसी आपात स्थिति में बचने के लिए सभी अस्पतालों पर अलर्ट का आदेश दिया गया है. डॉक्टर सुभाष चंद्रा बताती है कि जो नया वैरिएंट आया है, इसमें बहुत सारे म्यूटेशन हैं इसलिए यह बहुत तेजी से फैल रहा है इससे बचाव के लिए जो कोविड-19 प्रोटोकॉल हैं जैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, मास्क लगाना, हाथ धोना यह सब सावधानियां बड़े ध्यान से करना बहुत जरूरी है. इसके लक्षण तो वही हैं, फीवर आएगा, सांस लेने में दिक्कत होगी गई. लेकिन ये वैरिएंट यह बहुत तेजी से फैलता है. जिले में 20 से ज्यादा सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट भी लगाए गए हैं जिससे मरीजों के बढ़ने से पर भी ऑक्सीजन की कमी का सामना न करना पड़े.