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प्रियंका गांधी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, हर साल 1 लाख युवाओं को नौकरी देने की घोषणा- वीडियो सुने।

अजीत सिन्हा की रिपोर्ट 
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मेरा सौभाग्य है कि मैं बाबा भूतनाथ के मंदिर में गई, मैंने दर्शन किया। जाते वक्त मैं देख रही थी कि आप सब यहाँ पर बैठे हैं और काफी धूप भी है। आपने इतना इंतजार किया, इसके लिए मैं आपकी बहुत-बहुत आभारी हूं। भूपेश बघेल जी , प्रतिभा सिंह जी, मुकेश अग्निहोत्री जी, सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जी, प्रताप सिंह बाजवा जी, श्री कौल सिंह ठाकुर जी, सोहन लाल जी, प्रकाश चौधरी जी, चंपा ठाकुर जी, चेतन ठाकुर जी, चन्द्रशेखर जी, पवन ठाकुर जी, सुरेंद्र सिंह ठाकुर जी, नरेश चौहान जी, महेश राज जी और यहाँ पर उपस्थित तमाम कांग्रेस के नेतागण, वरिष्ठ नेता और आप सब कार्यकर्ता गण, आप सबका इस सभा में बहुत-बहुत स्वागत है।आज जैसे आप सबने कहा हम दो महापुरुषों को याद करते हैं।

सरदार पटेल जी, जिनकी आज जयंती है, जिन्होंने देश को जोड़ने के लिए अपने कर्तव्य को निभाने के लिए दिन-रात एक किया और इंदिरा जी, जो मेरी दादी जी थी, आज उनकी शहादत का दिन है।देखिए, मैंने अपने पिछले भाषण में बोला सोलन में कि हिमाचल प्रदेश के साथ और मैं कहूंगी कि देश के साथ इंदिरा जी का एक आध्यात्मिक रिश्ता था। प्रेम का रिश्ता था, समर्पण का रिश्ता था, कर्तव्य का रिश्ता था और एक बहुत गहरा ऐसा रिश्ता था, जो आजकल की राजनीति में कम ही दिखता है। अगर आज उनकी शहादत के 40 साल बाद अगर मैं यूपी के किसी छोटे गांव में जाती हूं, जहाँ आज के आधुनिक समय में भी पहुंचना मुश्किल होता है और वहाँ मुझे कोई मिलता है और कहता है कि दीदी आपकी दादी आई थी, हमने उनके लिए यहाँ पर खीर बनाई थी, आपके लिए भी वही खीर बनाकर हम आपको देना चाहते हैं। यहाँ हिमाचल के किसी गांव में मैं जाती हूं, तो कोई कहता है कि हमने आपकी दादी जी को देखा था और आदर के साथ, प्रेम के साथ ये बातें कही जाती हैं।

तो ये क्यों हैं, मैं आपसे पूछना चाहती हूं? क्या खासियत थी इंदिरा जी में कि आज 40 साल बाद भी देशभर में उनके प्रति सम्मान, आदर की भावना है? उनके गुजर जाने के बाद देश की राजनीति बहुत बदल चुकी है। आप सब मुझसे अच्छी तरह जानते हैं। आज की राजनीति में पैसों का बोलबाला है, स्वार्थ का बोलबाला है, मीडिया के सामने वायदे किये जाते हैं, लेकिन उस समय इंदिरा जी के समय ऐसा नहीं था, इसलिए आज भी जब देशवासी उस समय को देखते हैं, तो उनके मन में इंदिरा जी के लिए आदर है, सम्मान है।जब हिमाचल बना, इंदिरा जी आई थी शिमला, उन्होंने भाषण दिया, बर्फ पड़ रही थी, फिर भी आप सब, शायद आपमें से कोई है, जिनके दादा- दादी, नाना- नानी उस समय थे, खड़ी रही जनता उनकी बातों को सुनने के लिए। जो विश्वास उनके बीच और जनता के बीच में था, वो टूटा नहीं। उस समय शायद आप जानते नहीं होंगे, लेकिन देश में माहौल ये था कि लोग कह रहे थे कि ये प्रदेश बना रहे हैं, प्रदेश चल नहीं पाएगा। चलाने के लिए पैसा नहीं है। ये इंदिरा जी गलत कर रही हैं। लेकिन इंदिरा जी को विश्वास था आप पर। वो जानती थीं कि हिमाचल प्रदेश को हिमाचल की जनता बनाएगी। तो इंदिरा जी को पूरा विश्वास था कि आप ही हिमाचल प्रदेश को बनाएंगे। उस समय परमार जी, मुख्यमंत्री बने और उन्होंने आपके लिए काम करके दिखाया, उसके बाद वीरभद्र सिंह जी आए, तमाम कांग्रेस के मुख्यमंत्री आए, आपने देखा कि काम क्या-क्या हुआ। यहाँ हिमाचल को बनाने वाले हिमाचल के किसान, हिमाचल के कर्मचारी, हिमाचल के युवा, जो सीमा पर हमारे लिए खड़े होकर अपनी जान पर खेलते हैं, उन सबने हिमाचल को बनाया। तो जब चुनाव आता है, तो आपको कहा जाता है कि यहाँ की परंपरा बदलिए। अब देखिए, ये सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं का प्रदेश है, उसी की भूमि है।मैं जानती हूं मंडी में शिवरात्रि का 7 दिन का उत्सव होता है, कूल्लू में दशहरे की परंपरा है, नाटी लोक नृत्य की परंपरा है। देश के प्रति समर्पण की परंपरा है। यहाँ के युवा जैसे मैंने कहा सेना में भर्ती होते हैं, देश की रखवाली करते हैं। यहाँ के कर्मचारी देश के लिए दिन-रात एक करते हैं, सेवा करते हैं, मेहनत करते हैं। यहाँ की परंपरा ये भी है कि पढ़-लिखकर आगे बढ़ते हैं लोग, कुछ बनाते हैं अपने जीवन को। आप खुद्दार लोग हैं, आपने ये प्रदेश बनाया है, आपको गर्व होना चाहिए इस प्रदेश पर और अपनी परंपराओं पर।जब आपको कहा जाता है कि परंपरा बदलिए तो मैं इससे सहमत नहीं हूं और इसकी एक वजह है। मैंने आपसे कहा कि आज की राजनीति बदल चुकी है। आज की राजनीति में स्वार्थ बहुत देखा जाता है। कई नेता ऐसे होते हैं कि जो आपके सामने आकर कुछ बोल देते हैं, लेकिन उसके कुछ मायने नहीं होते। लेकिन ये जो परंपरा, जो आपने बनाई है कि हर बार 5 साल बाद सरकार बदले, इससे नेता सीखता है। इससे नेता को समझ में आता है कि मेरे 5 साल है, या तो मैं करके दिखाऊं या मुझे खदेड़ा जाएगा और ये एक बहुत अच्छी परंपरा है भाईयों और बहनों, तो इसको मत बदलो, नुकसान आपका ही होगा। मैं कहना चाहती हूं कि आपकी भी परंपरा है पुरानी, 1862 में भी एक वजीर होते थे नरोत्तम , उनका शासन था, लगान वसूलते थे, जनता का हक मारते थे, मदद नहीं करते थे, जब कोई दुखी होता था, संकट आता था किसी पर। आपने उनको उस समय हटा दिया, तो आज की राजनीति में तो और भी महत्वपूर्ण बात है कि आप अपने अनुभव पर चलिए, आप सोच समझ कर अपना वोट डालिए। आप ही देखिए कि 5 सालों में आपके लिए किया क्या? हाँ, ये सच है कि बड़े-बड़े नेता हिमाचल के हैं, लेकिन उन्होंने अपने लिए किया या आपके लिए किया? यहाँ के मुख्यमंत्री हैं, क्या किया है इस पूरे जिले के लिए। शायद अपने दायरे में, अपनी विधानसभा में काम किया, उसके बाहर क्या किया है? यहाँ के युवाओं की क्या स्थिति है – क्या रोजगार बने हैं? यहाँ कितने युवा बैठे हैं, जरा हाथ उठाओ (विशाल जनसभा से पूछते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा), बताओ रोजगार मिला है पिछले 5 सालों में? क्यों नहीं मिला? आपको मालूम है कि 63,000 नौकरियां खाली पड़ी हैं, पद खाली पड़े हैं, सरकारी पद हैं। 63,000 खाली पद हैं, आपको नौकरी नहीं मिल रही है, आपको रोजगार नहीं मिला है, आपने पूछा है क्यों, क्योंकि इनकी नीयत नहीं है।आपके लिए सेना की भर्ती को देखिए, अग्निवीर ले आए। आप कह रहे हैं देश को कि आप देश के लिए शहीद होने के लिए तैयार हैं, आप कह रहे हैं कि आप सरहद पर खड़े होंगे हमारे लिए। लेकिन ये सरकार कह रही है कि आपको ना पेंशन मिलेगी, आपको ना कोई रैंक मिलेगा, 4 साल बाद आप घर लौट जाओ। ये हालात हैं कि हर भर्ती में घोटाला है। चाहे यूनिवर्सिटी के शिक्षकों की भर्ती में घोटाला है, पुलिस की भर्ती में घोटाला है, तो क्या किया है नौजवानों के लिए? वही नौजवान जो इस प्रदेश को बनाने वाले नौजवान हैं, जिनका भविष्य इस प्रदेश से जुड़ा हुआ है, देश से जुड़ा हुआ है।उसी तरह से आप देखिए पिछले 5 सालों में कमर तोड़ महंगाई है। दूध, दही, भाटा, सरसों का तेल, पेट्रोल का तेल के दाम लीजिए, महंगा हो गया। जीएसटी लगा दी, यहाँ सेब के बागबान वाले हैं, आप जानते हैं कि उसकी पैकिंग के गत्ते पर भी जीएसटी बढ़ा दी है। तो हर तरफ से आपको मारा जा रहा है। चाहे महंगाई से या बेरोजगारी से।यहाँ के कर्मचारियों ने इस प्रदेश को बनाया, शायद इस प्रदेश में सबसे ज्यादा कर्मचारी होंगे, पूरे देश भर में से, उनका प्रतिशत देखा जाए। लेकिन आज सरकार क्या कर रही है आपकी पेंशन छीन ली। तो आपकी पेंशन भी छीन ली, आप जिंदगी भर काम करेंगे उस सरकारी नौकरी के लिए। क्यों चाहते हैं लोग सरकारी नौकरी, क्योंकि एक आशा होती है कि एक नौकरी के बाद जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा तो मेरी कोई सुरक्षा होगी, एक सिक्योरिटी होगी, वो भी छीन ली है आपसे।तो बेरोजगारी है, महंगाई है, तमाम स्कीमें उनकी ऐसी हैं, जिनकी आपकी भलाई नहीं होती, इनके बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों की भलाई होती है। आप बागबान के मालिकों से पूछिए, किसानों से पूछिए। दाम कौन तय कर रहा है, आज फसल का? क्या आप तय कर पा रहे हैं- नहीं कर पा रहे हैं। बड़े-बड़े उद्योगपति हैं, उन्हीं के कोल्ड स्टोरेज  हैं, वही तय करेंगे, दाम। आपसे खरीदेंगे 90 रुपए में और बेच देंगे कितने में ही, जितना उनका जी चाहे। तो ये स्थिति है और जब ऐसी स्थिति है, एक प्रदेश में या एक देश में, तो जनता को जागरूक होने की बहुत ही ज्यादा जरूरत है।आप मंडी की अर्थव्यवस्था को देखिए, आपकी अर्थव्यवस्था खेती, बाग, पानी, सरकारी कर्मचारियों पर निर्भर है। सेब, टमाटर का आपको सही दाम नहीं मिल रहा है, कोई फूड प्रोसेसिंग य़ूनिट यहाँ बनाया नहीं गया। यहाँ के युवाओं के लिए रोजगार नहीं मिला, कोई भी विकास नहीं हुआ, यहाँ की सड़कों का कितना बुरा हाल है। तो आप अपने आपसे पूछिए कि 5 सालों से ऐसी राजनीति चल रही है आपके प्रदेश में, क्या और 5 साल आप इनको देंगे? तो 5 साल और में होगा क्या आपके लिए, तो अपने अनुभव पर चलिए।मैं सिर्फ आपसे इतना आग्रह करना चाहती हूं, जागरूकता से, अपने अनुभव से सोच समझ कर देखिए कि हमारे लिए 5 सालों में किया क्या, दूसरों ने क्या किया और कांग्रेस पार्टी ने क्या किया? कांग्रेस पार्टी आज क्या कह रही है। मैं आपको कुछ चीजें बताना चाहती हूँ, जो कांग्रेस कह रही है कि वो करेगी। फिर आप देखिए कि कांग्रेस के प्रदेशों में जब उन्होंने वादा किया, क्या वो वादे रखे? क्या जब कांग्रेस के प्रधानमंत्री आए, उन्होंने वादा किया कि किसानों का कर्ज माफ हो, तो किया कि नहीं किया- किया न? (जनता ने कहा नहीं किया)बघेल जी बता रहे थे कि अपने प्रदेश में जब ऐसा वादा किया तो सरकार बनते ही तीन घंटे बाद उन्होंने ये काम करना शुरु किया। आज हिमाचल में हम कह रहे हैं कि जब मंत्रिमंडल पहली बार मिलेगा, अगर हमारी सरकार बनेगी, उसी मीटिंग में से ये घोषणा निकलकर आएगी कि पुरानी पेंशन आपको वापस मिलेगी।हम कह रहे हैं कि ये जो 63 हजार खाली पद हैं, इनको भरा जाएगा, इससे ज्यादा एक लाख रोजगार आपको उसी कैबिनेट मीटिंग में तय होकर उसी दिन से मिलना शुरु होगा।5 सालों में हम कह रहे हैं कि कम से कम 5 लाख रोजगार हम बनाकर दिखाएंगे। जो मेरे युवा मित्र हैं यहाँ, आप सब जिन्होंने हाथ उठाया, 680 करोड़ का एक स्टार्ट अप फंड बनाएंगे, जिसमें जीरो प्रतिशत, शून्य प्रतिशत ब्याज पर आपको मदद मिलेगी। आप अपना छोटा कारोबार बनाना चाहते हैं, बिजनेस बनाना चाहते हैं, आपको पैसे मिलेंगे और एकदम शून्य प्रतिशत ब्याज पर मिलेगा, ताकि आप अपने पैरों पर खड़े हो सकें।हर गांव में हम मोबाइल क्लीनिक बनाना चाहते हैं। आपको मालूम होगा कि वीरभद्र सिंह जी के समय में कितने आपके जो प्राईमेरी हैल्थ केयर सेंटर थे, वो बने थे, लेकिन आज के दिन वो ठीक तरह से चल नहीं रहे हैं। हम चाहते हैं कि इनको फिर से ठीक तरह से चलाया जाए और हर गांव तक मोबाइल क्लीनिक जाए।हर विधानसभा में हम 4 अंग्रेजी मीडियम के स्कूल बनाना चाहते हैं। तो आप ही देखिए, ये तो कुछ ही चीजें हैं। हमारे घोषणा पत्र में बहुत ऐसी चीजें हैं, जो हम आपकी भलाई के लिए करना चाहते हैं। आप अपना अनुभव देखिए। कांग्रेस ने मंडी में आईआईटी बनाई, 24 घंटे पानी को उपलब्ध किया। सीवरेज सिस्टम बनाया, सचिवालय बनाया, शासन-प्रशासन के लिए मंडी में एक सेन्ट्रल ज़ोन बनाया। वीरभद्र सिंह जी ने गांव-गांव में पाठशालाएं बनाईं, शिक्षा-साक्षरता में हिमाचल को एकदम टॉप पर पहुंचाया। मंडी में मेडिकल कॉलेज भी बनवाया और आज आपके यहाँ से मुख्यमंत्री हैं, भाजपा की सरकार है, क्या बनाया? कोई ऐसी चीज आपको दिख रही है? कोई आईआईटी, कोई मेडिकल कॉलेज, पाठशालाएं, अस्पताल, कुछ दिख रहा है? कुछ नहीं किया। तो ये वही राजनीति  है, जिसके बारे में मैं बात कर रही थी, स्वार्थ की राजनीति।आपके सामने आकर कोई भी वादा हो सकता है, लेकिन वो जमीन पर नहीं उतरेगा। वो सच्चाई में नहीं बदलेगा। तो आप ही सोचिए कि आगे 5 सालों में आप चाहते क्या हैं? मैं तो कहती हूँ कि सरकार बदल दीजिए, अपना भविष्य बदल दीजिए। आपसे इन्होंने पुराना पेंशन छीना, हम आपको पुराना पेंशन वापस देंगे। आपसे डिग्री छीनी, आपसे रोजगार छीना, हम आपको देना चाहते हैं। सैनिकों के लिए इन्होंने अग्निवीर की स्कीम निकाली, हम आपको रैंक और आपका पेंशन देना चाहते हैं। हम आपको शिक्षित करना चाहते हैं। आपके प्रदेश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। जितने भी यहाँ नेता बैठे हैं और जो हमारे प्रत्याशी हैं, वो आपके प्रति समर्पित हैं। आपके लिए दिन-रात एक करके दिखाएंगे, इसलिए इस चुनाव में अगर आप अपना मन बनाएं और एक बार फिर वही परंपरा रखें, जिनको ये तोड़ना चाहते हैं, कांग्रेस की सरकार बनाएं, तो आपको खुद अनुभव होगा कि एक नई राजनीति, एक अलग राजनीति, जो आपकी भलाई के लिए चलती हो, जो आपके हित में काम करती हो, वो आपको दिखेगी।आप सबने मेरी बातों को बहुत ध्यान से सुना है। तो मैं आशा करती हूँ कि वोटिंग के दिन भी आप मेरी बातों को याद रखेंगे और अपने लिए ही नहीं, अपने बच्चों के भविष्य के लिए और एक ऐसी राजनीति के लिए जो आप ही को आगे बढ़ाना चाहे, उसी के लिए आप वोट देंगे। आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद।

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