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दिल्ली राष्ट्रीय

सर्वसम्मति से एनडीए संसदीय दल के नेता चुने गए पीएम मोदी

एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- चुनाव बांट देता है, दीवार पैदा करता है लेकिन 2019 के चुनाव दीवारों को तोड़ने और दिलों को जोड़ने का काम किया है. 2019 का चुनाव सामाजिक एकता का प्रतीक बन गया. देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है और हम इसके साक्षी हैं. हम रचयिता हैं इसका दावा नहीं कर सकते, हम इसके साक्षी हैं. लंबे अरसे के बाद आम तौर पर हमारे देश में मूड बना कि चुनाव आया है तो वोट दो इसके बदले काम करो नहीं हुआ तो आगे जाओ. लेकिन इस बार देश भागीदार बना है, इस बार देश ने सिर्फ 2014 में हमें बिठाया नहीं बल्कि 2014 से 2019 तक हमें चलाया भी है. देश भी हमारे साथ चला है उसने भी जिम्मेदारियां उठाई हैं. देश को हमने जितना आगे बढ़ाने का काम किया उससे ज्यादा काम सवा सौ करोड़ देशवासियों ने किया है. इसीलिए ये चुनाव प्रो इनकमवेंसी था, हर बार चुनाव में एंटी इनकमवेंसी होती है लेकिन जब विश्वास की डोर मजबूत होती है तब प्रो इनकमवेंसी वोट पैदा होता है.एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- आज एनडीए के भी सभी साथियों ने आशीर्वाद दिया है और आप सब ने मुझे नेता के रूप में चुना है, मैं इसे व्यवस्था का एक हिस्सा मानता हूं. मैं भी आप में से ही एक हूं, आपके बराबर हूं. हमें कंधे से कंधे मिलाकर चलना है, यही एनडीए की ताकत और विशेषता है. लेकिन अगर गलती हो जाए तो एक सिर ऐसा चाहिए कि चोट को झेल ले, इसी लिए आज आपने आज मुझे ये जिम्मेदारी दी है. मैं इसके लिए खुद को सज्ज करूंगा.

एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- ना सिर्फ भरत में बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए भारतीयों ने जिस उमंग के साथ इस विजय उत्सव में हिस्सा लिया है, ये हम सब के लिए गर्व का अवसर है. इस उत्सव को मनाने वाले सभी लोगों के अभिनंदन करता हूं. प्रचंड जनादेश जिम्मेदारियों को भी बढ़ा देता है और जिम्मेदारियों को स्वीकार करने के लिए हम निकले हैं. इसके नई ऊर्जा और उमंग के साथ आगे बढ़ना है. लेकिन भारत के लोकतंत्र को हमें समझना होगा, भारत का लोकतंत्र, मतदाता और नागरिक का जो नीरक्षीर विवेक हैं, उसे किसी मापदंड से मापा नहीं जा सकता है. आज हम कह सकते हैं कि सत्ता, सत्ता का रुतबा भारत के मतदाता को सभी प्रभावित नहीं करता है. बड़े से बड़े सत्ता भाव को भी सर झुकाकर स्वीकार करत है. चाहे हम बीजेपी के सांसद के तौर पर चुन कर आए हों या एनडीए के तौर पर, जनता ने हमें सेवा भाव की वजह से स्वीकार करेंगे. जैसे जैसे सत्ता भाव सिमटता जाएगा सेवा भाव बढ़ता जाएगा.एनडीए संसदीय दल के नेता के तौर पर चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- सेंट्रल हॉल की यह घटना यह असामान्य घटना है, हम आज नए भारत के हमारे संकल्प को एक नी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने के लिए यहां से एक नई यात्रा को शुरू करने वाले हैं. देश की राजनीति में जो बदलाव आया है, आप सबभी ने इसका नेतृत्व किया है और आप इसके साक्षी भी हैं. जो पहली बार चुनकर आए हैं वे विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं,



इसके लिए उन्हें अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं. पूरे विश्व का ध्यान भारत के इस चुनाव पर था, ये विश्व के लिए बहुत बड़ा अजूबा है. इस काम को चुनाव आयोग ने, राज्यों के चुनाव आयोग, सभी छोटे मोटे अधिकारी सुरक्षाबल के कठोर परिश्रम का काल खंड होता है. मैं उन सभी का भी बहुत बगुत धन्यवाद करता हूं.पीएम मोदी के संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद अमित शाह ने कहा- जिस प्रकार से मोदी जी ने पांच साल शासन चलाया उसको देश की जनता ने स्वीकारा है. वो बताता है कि देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी एक्सपेरिमेंट को मन से फिर एक बार स्वीकारा है. जनता के मन में एक टीस थी कि आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई नहीं होती. मोदी जी के आने के बाद जनता को विश्वास हुआ कि अब एक नेता ऐसा आया है जो आतंकवादियों के घर में घुसकर कार्रवाई कर सकता है. 60 के दशक के बाद इस देश के लोकतंत्र को परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण इन तीन नासूरों ने डसा हुआ था.हर जनादेश कहीं न कहीं परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति से ग्रसित था. 2019 के जनादेश ने परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को राजनीति से बाहर निकाल दिया है.पीएम मोदी के संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद अमित शाह ने कहा- नए कार्यकाल के लिए पीएम मोदी को ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं. ये प्रचंड जनादेश जो हमें मिला है वो ऐतिहासिक जनादेश है. भाजपा के 303 सांसद चुनकर आना और एनडीए के 353 सांसद चुनकर आना जनता का अपार समर्थन है. चुनाव अभियान के समय कई सवाल उठाए जाते थे, लेकिन हमारे सभी साथियों को विश्वास था कि हम 50 प्रतिशत की लड़ाई लड़ेंगे और एनडीए को मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत प्राप्त होगा.

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