अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: एमबीडी ग्रुप के प्रमुख एडटेक प्लेटफॉर्म आशोका ने के-12 शिक्षा में अपनी प्रभावी उपस्थिति को प्रमाणित करते हुए 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया है। एमबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन सतीश बाला मल्होत्रा, प्रबंध निदेशिका मोनिका मल्होत्रा कंधारी, संयुक्त प्रबंध निदेशिका सोनिका मल्होत्रा कंधारी और आशोका के सीईओ प्रवीन सिंह की उपस्थिति में इसकी घोषणा की गई। 2022 में 300 स्कूलों से शुरू होकर, आशोका अब 4,000 से अधिक स्कूलों के साथ भागीदारी कर चुका है, जहां 9.5 लाख विद्यार्थी और 80,000 शिक्षक जुड़े हैं। इस ऐतिहासिक सफर में तकनीकी नवाचार और समावेशी शिक्षा के सिद्धांतों को महत्व दिया गया है। आशोका के टूल्स जैसे विजकिड्स, बच्चों में जिज्ञासा जगाते हैं और उन्हें बिना स्क्रीन के कौशल सिखाते हैं। आशोका एआई स्टीम लैब भी छात्रों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शिक्षा प्रदान कर रहा है, जिससे वे न केवल परीक्षा के लिए बल्कि भविष्य के लिए भी तैयार हो रहे हैं। कंपनी ने मिडिल ईस्ट और दक्षिण अफ्रीका में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने का लक्ष्य बनाया है और अगले तीन वर्षों में 20,000 स्कूलों को जोड़ने की योजना बनाई है। श्रीमती मल्होत्रा ने बताया कि, “आशोका हमारे संस्थापक की सोच को साकार कर रहा है, जो शिक्षा में परिवर्तन लाने के लिए समर्पित थे।” आशोका के सीईओ श्री प्रवीन सिंह ने बताया कि उनका उद्देश्य एक संपूर्ण लर्निंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है, जो हर स्कूल की विशेष आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया जा सके। इस प्रेरणादायक राउंडटेबल का समापन शिक्षा के भविष्य और एडटेक की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा के साथ हुआ, जिसमें शिक्षाविदों, प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने अपने विचार साझे किए।
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