अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: गांव पलवली में रहने वाले ऑटो ड्राइवर शीशपाल के डेढ़ साल के बच्चे को शुक्रवार आवारा कुत्तों ने नोच लिया था। बच्चे को सेक्टर-16 स्थित मेट्रो अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत गंभीर थी। शीशपाल अस्पताल का बिल चुकाने की स्थिति में नहीं था जिसके बाद सोशल मीडिया पर बच्चे की जान बचाने की गुहार लगाईं गई। शहर के लोगों ने बच्चे की जान बचाने के लिए आगे हाथ बढ़ाये और शनिवार तक 1 लाख 90 हजार की रकम बच्चे के पिता तक पहुंचाई गई।

किसी ने एक हजार तो किसी ने 10 हजार रूपये की मदद की। शहर के पूर्व महापौर देवेंद्र भड़ाना ने भी बच्चे की लहूलुहान तस्वीर देखी तो तुरंत मेट्रो अस्पताल पहुंचे और बच्चे के पिता को 50 हजार रूपये देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर और मदद की जाएगी। शुक्रवार बच्चे की सर्जरी हुई और बच्चा अब खतरे से बाहर है। डाक्टरों के मुताबिक बच्चे की एक सर्जरी तीन महीने बाद होगी। पूर्व मेयर देवेंद्र भड़ाना ने शहर के लोगों ने अपील करते हुए कहा कि सक्षम लोग बच्चे की मदद करें।
उन्होंने कहा कि गरीब भी हमारे समाज का हिस्सा हैं और जरूरतमंदों की मदद करना बहुत ही पुण्य का काम है। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसे हजारों लोग हैं जो अगर गरीबों की मदद करें तो किसी भी गरीब का बच्चा या कोई गरीब बेमौत नहीं मरेगा। बच्चे के माता-पिता ने पूर्व महापौर का आभार जताया और कहा कि आप सबकी मदद के कारण ही मेरे बच्चे को नया जीवन मिला है।

