अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग में दो दिवसीय सिनेमेटोग्राफी एवं फिल्म मेकिंग विषय पर कार्यशाला शुरू हो गई। कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में प्रसिद्ध फिल्म मेकर नवीन चंद शामिल हुए, जिन्होंने विभाग के विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण एवम सिनेमेटोग्राफी की बारीकियों से अवगत करवाया। विभागाध्यक्ष डॉ पवन सिंह ने श्री नवीन चंद का विभाग पहुंचने पर स्वागत किया। कार्यशाला में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी फिल्म निर्देशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति सिनेमेटोग्राफर होता है।
फिल्मकार की कल्पना को सिनेमेटोग्राफर ही कैमरे के माध्यम से साकार करता है। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय कार्यशाला मीडिया विद्यार्थियों के सिनेमाई करियर में काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, क्योंकि छोटा सा किया गया प्रयास कभी नष्ट नहीं होता। इसके लिए जरूरी है कि विद्यार्थी अपने ज्ञान को लगातार अभ्यास के माध्यम से परिष्कृत करते रहें। विभाग के डीन प्रो. अतुल मिश्रा ने कहा कि प्रेक्टिकल ज्ञान मीडिया क्षेत्र की डिमांड है। विभाग विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल ज्ञान देने के उद्देश्य से समय-समय पर ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन करता रहता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को भी चाहिए कि वे अर्जित ज्ञान का उपयोग करें।
कार्यशाला के दौरान नवीन चंद ने बताया कि फिल्म सिनेमेटोग्राफी पूरी तरह से तकनीक के साथ – साथ सृजन आधारित विषय है। इसमें आकर्षक दृश्य उतारने के साथ-साथ सिनेमा व्याकरण की समझ भी जरूरी है। इन्ही बातों को आधार बनाकर अगले दो दिन तक इस कार्यशाला में कैमरा, लैंस, प्रकाश, फ्रेमिंग, रंग-विन्यास, इनडोर – आउटडोर शूटिंग में चुनौतियां इत्यादि विषयों पर विस्तार से संवाद किया जाएगा। पहले दिन की कार्यशाला के दौरान उन्होंने सिनेमेटोग्राफी में स्पेशल इफेक्ट, कैमरा क्रू, प्रकाश व्यवस्था के बारे ने जानकारी दी। उन्होंने मौखिक रूप से दृश्य प्रस्तुत करते हुए छात्रों से उन दृश्यों को कागज पर स्टोरी-बोर्ड के रूप में उतारने को कहा और साथ ही साथ उसका विश्लेषण भी किया और छात्रों के कार्य को सराहते हुए उन्हें सुझाव भी दिए।
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