अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
गुरुग्राम: अपराध शाखा, सेक्टर-17 की टीम ने आज कूड़ा उठाने और गाडी लगाने को लेकर झगड़े में गोली चला कर हत्या की कोशिश करने के जुर्म में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं। पकड़े गए आरोपितों ने कूड़ा ना उठाने देने व कूड़ा उठाने के लिए पैसे मांगने को लेकर दिया गया था इस वारदात को अंजाम। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपितों के नाम वीरपाल,उम्र 30 साल, योगेश, उम्र 30 साल, आशीष उर्फ़ बबलू उम्र 24 साल , ललित उम्र 34 साल, निवासी गांव मांगर , जिला फरीदाबाद हैं। यह जानकारी आज एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दिए।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि बीते 25 सितंबर को पुलिस कंट्रोल रुम, गुरुग्राम से एक सूचना पुलिस चौकी ग्वाल पहाडी में कचरा प्लांट बंधवाडी मे दो पक्षों के बीच झगडा होने व गोलियां चलने के बारे में मिली थी। इस सूचना पर पुलिस चौकी ग्वाल पहाङी, थाना डी.एल.एफ. फेस-1, पुलिस की टीम बिना किसी देरी के घटना स्थल पर पहुंच गई जहां पर कोई भी घायल हाजिर नही मिला। घटना स्थल को सुरिक्षत रखते हुए घटना स्थल पर सीन ऑफ क्राईम,फिंगर प्रिन्ट व एफ.एस.एल. पुलिस टीमों को बुलवाकर घटना स्थल का निरीक्षण कराया गया व घटनास्थल पर पडे 5 खाली गोली के खोल व हथियार का टूटा हुआ हिस्सा (लकडी व लोहे का) को कब्जा में लिया गया। उनका कहना हैं कि पुलिस टीम आगामी कार्रवाई के लिए Fortis अस्पताल, फरिदाबाद पहुंचे जहां पर झगङे में लगी चोटों के कारण ईलाज के लिए दाखिल हरेन्द्र , निवासी गांव मांगर, जिला फरिदाबाद ने एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसने व उसके भाई मनोज कुमार ने कचरा प्लांट बन्धवाडी में अपने ट्रक से प्लांट मे अंदर कुडा डालने का काम ले रखा है। बीते 25 सितंबर 2020 को सुबह करीब 8 बजे उन्हें पता चला कि मनोज व उसके भाई व अन्य उसके साथियों ने उनकी गाडी (ट्रक) को काम करने से रोक दिया है। यह पता लगने पर वह व उसका भाई मनोज कुमार जब बन्धवाडी कचरा प्लांट पर पहुंचे तो उन्होनें देखा कि वहां पर मनोज, ललित, रोहित, योगेश, वीरपाल, अवतार उर्फ मोनू, बबलू व अन्य जिसका नाम यह नही जानता वहां बन्धवाडी कचरा प्लांट पर मौजुद थे और सभी के हाथों मे लाठी, डंडे व अवैध हथियार ले रखे थे।
जब उन्होनें वहां जाकर उन लोगों से पूछा कि मेरी गाडी को क्यों रोका और काम क्यों नही करने दे रहे हो, तो उन्होनें कहा कि तुम कौन होते हो बन्धवाडी कचरा प्लाट के अंदर काम करने वाले यहां सिर्फ उनकी गाडीयां (ट्रक) चलेगें और अगर तुम्हें गाडियां चलानी है तो तुम्हें हपता देना होगा तब ही तुम्हारी गाडी इस प्लांट में चल सकती है। इस पर उन्होनें उन लोगों से कहा कि ये अपना काम कानूनी तरीके से कर रहे है तो हफ्ता क्यों दे। इस पर योगेश व रोहित ने उसे व उसके भाई को थप्पड मारा तो उन्होनें इस बात का विरोध किया तो ललित व वीरपाल ने लाठी से वार किया। उन लोगों से कहा कि ये दोनों ऐसे नही मानेगे ये गोलिया लगने के बाद मानेगे। फिर यह सुनकर मनोज, ललित, रोहित, योगेश व वीरपाल ने अपने-2 अवैध हथियारों से जान से मारने की नियत सीधी गोली चला दी। इन दोनों भाईयों को 2 गोली सिर मे लगी, बाकी लोगों की गोलीयां उनके शरीर के आस पास से होकर गुजर गई। गोली लगते ही यह व इसका भाई मौके पर ही गिर गए। यह देखकर उपरोक्त सभी लोग अपनी -2 गाडियां लेकर हमें मरा हुआ समझकर मौके से भाग गए। जब कुछ समय बाद इसे होश आया तो उसके और इसके भाई को सिर से काफी खुन बह रहा था। फिर उसने पुलिस और एम्बुलैन्स को फोन कर दिया। इसके बाद ये हस्पताल में ईलाज के लिए आ गए। उनका कहना हैं कि इस शिकायत मिलने के बाद सभी आरोपितों के खिलाफ थाना फेस -1 में भारतीय दंड सहिंता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में अपराध शाखा , सेक्टर -17 ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए सुखराली , गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। इन सभी आरोपितों के नाम वीरपाल , योगेश , आशीष उर्फ़ बबलू व ललित हैं। आरोपितों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि कचरा प्लांट बन्धवाङी में कचरा उठाने के लिए पहले इनकी गाङियां लगी हुई थी बाद में यह टैन्डर उपरोक्त मुकदमे में पीङित व उसके भाई ने ले लिया, जिसकी रंजीश रखते हुए इन्होनें अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उपरोक्त मुकदमे की इस वारदात को अन्जाम दिया।