
फरीदाबाद : नगर निगम प्रशासन को हल्कें में लेना आज बिल्डरों को महंगा पड़ा। नगर निगम ने गुरुकुल के पास आज पांच निर्माणधीन सोसायटी के इमारतों को सील कर दिया। बतातें हैं कि इन पांच बिल्डरों पर नगर निगम का तक़रीबन 210 करोड़ रूपए बकाया हैं जिसे पिछले कई सालों से बिल्डरों ने बकाया राशि नहीं चुकाया इस कारण से निगम प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की हैं। नगर निगम के अतिरिक्त कमिश्नर पार्थ गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम द्वारा वर्ष 2013 में पांच बिल्डरों को पांच प्लाटों को ऑक्शन के द्वारा दी गई थी जिसका वह लोग तक़रीबन 25 प्रतिशत पैसा नगर निगम में जमा करा दिया था
इसके बाद भी किस्तों में बिल्डरों ने पैसों को दिए। इस तरह से निगम को कूल 45 प्रतिशत रकम दी गईं। उनका कहना हैं कि इन पांचों बिल्डरों पर नगर निगम का अभी 55 प्रतिशत बकाया हैं। उनका कहना हैं कि यह 55 प्रतिशत रकम 170 करोड़ रूपए बनता हैं और 40 करोड़ रूपए अलग से ब्याज का जुड़ गया हैं यानी की इन पांचों बिल्डरों पर कूल 210 करोड़ रूपए अभी बकाया हैं। उनका कहना हैं कि इससे पहले इन बिल्डरों को निगम द्वारा नोटिस दी गई और कई बार इन बिल्डरों के साथ बैठकें की गई पर बिल्डरों ने कोई ठोस जवाव नहीं दिया। इस कारण से आज नगर निगम ने मजबूरन पांचों निर्माणधीन इमारतों को सील कर दिया।
सवाल के जवाव में उनका कहना हैं कि आज के कार्रवाई के अंजाम देने हेतु पांच अलग -अलग टीमें गठित की गई थी जिसमें 10 अर्थमूभर मशीनें थी। जिन्होनें अलग -अलग सोसायटियों को सील की हैं। इस दौरान उनके साथ डियूटी मजिस्टेट के रूप में एनआईटी जॉन के संयुक्त आयुक्त अमरदीप सिंह,बल्लभगढ़ जॉन के संयुक्त आयुक्त अमरदीप जैन, बीडीपीओ अधिशासी अभियंता रमन शर्मा, प्रदीप कुमार, गोच्छी के नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह उपस्थित थे जबकि पुलिस बल के नेतृत्व एनआईटी एसीपी शाकिर हुसैन कर रहे थे।उनका कहना हैं कि इसके वावजूद बिल्डरों ने निगम का पैसा नहीं चुकाया तो दिए गए जमीनों को रिज्यूम करने की प्रिक्रिया शुरू किया जाएगा। बताया गया हैं कि सील किये गए पाँचों इमारतों में पांच सौ से अधिक फ्लैट्स हैं।