अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने आज शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के नाम एक करोड़ 10 लाख रूपए की साइबर ठगी करने के सनसनी खेज मामले में 6 आरोपितों को अरेस्ट किए है। पुलिस ने इनके कब्जे से अब तक वारदात में इस्तेमाल की गई 7 मोबाइल,एक डोगल तथा 4394 सिम कार्ड बरामद किए हैं। अरेस्ट किए गए आरोपितों के नाम आकाश प्रवीन , उम्र 35 वर्ष , विशाल रमेश, उम्र 26 वर्ष, अंशुल नंदा, उम्र 19 वर्ष , प्रशांत बब्लू उम्र 20 वर्ष ,थोगाटी बद्रीनाथ , उम्र 24 वर्ष तथा शिवा प्रसाद , उम्र 25 वर्ष है।
पुलिस प्रवक्ता ने आज जानकारी देते हुए बताया कि आरोपित आकाश प्रवीन और विशाल रमेश सुरत गुजरात का, अंशुल नंदा और प्रशांत बब्लू मंडला मध्य प्रदेश का, थोगाटी और शिवा प्रसाद गुंटूर आंध्र प्रदेश के रहने वाला है। आरोपितों को साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने अपने गुप्त सूत्रों व तकनीकी माध्यम से बीते 19 अप्रैल को आरोपित आकाश प्रवीण भाई माडनका, 20 अप्रैल को विशाल रमेंश भाई गिलानी को सूरत गुजरात से, गत 29 अप्रैल को आरोपित अंशुल नंदा व प्रशांत बल्लू विश्वकर्मा को उनके गांव नैनपुर मंडला मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा गया। उनका कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपित आकाश प्रवीण से 1200 रूपए नगद व विशाल रमेश से 1500/ रुपए नकद बरामद किए गए । गत 15 मई को आरोपित थोगाटी बद्रीनाथ को बैंगलोर से व गत 23 मई को शिवा प्रसाद को गुंटूर आंध्र प्रदेश से काबू किया है आरोपित थोगाटी बद्रीनाथ को पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा गया। गाठ 23मई को आरोपित शिवा प्रसाद को गिरफ्तार कर 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। आरोपितों के कब्जे से वारदात में प्रयोग 7 मोबाइल फोन, एक डोगल तथा 4394 सिम कार्ड बरामद किए गए। उनका कहना है कि फरीदाबाद के सेक्टर-81 के रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा साइबर थाना सेन्ट्रल में 1 करोड़ 9 लाख 87 हजार 987 रुपए की शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने के नाम पर ठगी की शिकायत प्राप्त हुई। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह फेसबुक चला रहा था जो एक फेसबुक पर उसके पास एक लिंक आया जिसको क्लिक करने पर उसका नम्बर एक ग्रुप से जोड़ा गया। जो शेयर मार्किट के नाम से था। जिस ग्रुप में काफी लोग जुड़े हुए थे। जो सभी अपना पैसा आरोपितों द्वारा दिए गए बैंक खातों में डालकर लगा रहे थे और काफी मुनाफा कमा रहे थे। जिसको देख कर शिकायतकर्ता ने 1 करोड़ 9 लाख 87 हजार 987 रुपए आरोपितों के खाते से लगवा दिए और ठगी का शिकार हो गया। आमजन साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराए। साइबर टीम द्वारा साइबर अपराधियों के बैंक खातों को फ्रीज करवाकर आपकी रकम आप तक वापस पहुंचाने की संभावना बढ़ जाती है।
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