अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद:आठवें दिन श्रीरामलला दशहरा समिति द्वारा आयोजित श्रीरामलीला एवं दशहरा मेला, भारी बारिश होने की वजह से आज मंगलवार को ग्रीन फील्ड कॉलोनी के मॉल रोड स्थित सिनेमा साइट पार्क, फरीदाबाद में पानी भर गया, की वजह से आज श्री रामलीला एवं दशहरा मेला नहीं होगी। सोमवार को सातवें दिन को केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने चल रही श्री रामलीला एवं दशहरा मेला, ग्रीन फील्ड में शिरकत की, इस दौरान उनके साथ पार्षद वीरेंद्र भड़ाना, फीवा एवं ग्रीन फील्ड बिल्डर एवं प्रॉपर्टी डीलर्स एसोसिएशन के प्रधान आकाश गुप्ता,उमा शंकर गर्ग, रोहताश चहल, राजवीर नेता जी मौजूद थे।
यहां पर केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को श्री रामलला दशहरा समिति के संयोजक अशोक गोयल, अध्यक्ष अजय गोयल, योगेश बिंदल, प्रतीक आहूजा, सुरेंद्र अग्रवाल, टेकचंद गोयल, विनीत, सहित अन्य पदाधिकारियों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस पावन अवसर पर मुख्य अतिथि केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इतने स्तर श्री रामलीला एवं दशहरा मेला आयोजित करने पर श्रीरामलला दशहरा समिति संरक्षक दीपक गुप्ता, संयोजक अशोक गोयल, अध्यक्ष अजय गोयल सहित पूरे टीम को बहुत -बहुत बधाई दी। और दशहरा पर्व की एडवांस में सभी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उपरोक्त संस्था के अध्यक्ष अजय गोयल ने कहा कि आज मंगलवार को आठवें दिन भारी बारिश की वजह से सिनेमा साइट पार्क , ग्रीन फील्ड में पानी भर गया, और मंच भी बहुत ज्यादा गिला हो गया है। इस कारण से आज मंगलवार को आठवें दिन श्री रामलीला नहीं होगी। सवाल के जवाब में उनका कहना है कि कल सोमवार को सातवें दिन श्री रामलीला की शुरुआत:-
1. शबरी की भक्ति एवं राम मिलन प्रसंग
आज की लीला का प्रारंभ भगवान श्रीराम और भक्त हनुमान जी के मिलन से हुआ। जब हनुमान जी तपस्वी का वेश धरकर श्रीराम से मिले, तो उनकी भक्ति और समर्पण भाव ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
श्री राम जी द्वारा हनुमान जी को गले लगाने का दृश्य इतना भावपूर्ण था कि पूरा पंडाल “जय श्रीराम” और “जय बजरंगबली” के जयकारों से गूंज उठा।
2. हनुमान मिलन प्रसंग
आज की लीला का प्रारंभ भगवान श्री राम और भक्त हनुमान जी के मिलन से हुआ। जब हनुमान जी तपस्वी का वेश धरकर श्रीराम से मिले, तो उनकी भक्ति और समर्पण भाव ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया। श्रीराम जी द्वारा हनुमान जी को गले लगाने का दृश्य इतना भावपूर्ण था कि पूरा पंडाल “जय श्रीराम” और “जय बजरंगबली” के जयकारों से गूंज उठा।
3. किष्किंधा कांड प्रसंग
किष्किंधा कांड का प्रभावशाली मंचन हुआ। बाली–सुग्रीव युद्ध का दृश्य और श्रीराम द्वारा सुग्रीव को मित्र बनाकर किष्किंधा का राज्य पुनः दिलाने की लीला ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। युद्ध दृश्य में कलाकारों के दमदार अभिनय और संवाद अदायगी ने वातावरण को जीवंत कर दिया। इस प्रसंग ने यह संदेश दिया कि सच्चा मित्र वही है, जो कठिन परिस्थितियों में साथ निभाए।
विशेष आकर्षण
रामलीला समिति द्वारा भव्य मंच सज्जा, आधुनिक ध्वनि–प्रकाश संयोजन और कलाकारों की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने दर्शकों को ऐसा अनुभव कराया मानो वे वास्तव में त्रेतायुग के प्रसंगों का साक्षात्कार कर रहे हों।
Related posts
0
0
votes
Article Rating
Subscribe
Login
0 Comments
Oldest
Newest
Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments