अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग पर जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद का माहौल खुशी और गर्व से भर गया। देश की इस विशिष्ट उपलब्धि पर विश्वविद्यालय ने देश के कर्मठ वैज्ञानिकों, विशेष रूप से इसरो को हार्दिक बधाई दी तथा उन सभी वैज्ञानिकों के अटूट प्रयासों की सराहना की है, जिन्होंने चंद्रयान-3 मिशन को संभव बनाया। इस ऐतिहासिक क्षण में शामिल होने के लिए विश्वविद्यालय के डीन छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा विद्यार्थियों तथा कर्मचारियों के लिए विवेकानंद सभागार में चंद्रयान-3 की लैंडिंग के सीधे प्रसारण को देखने की विशेष व्यवस्था की गई थी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कहा कि चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की ऐतिहासिक सफलता पूरे देश के लिए बेहद गर्व और उत्साह का क्षण है। यह सफलता इसके वैज्ञानिक महत्व से कहीं ज्यादा है। यह भारत के वैज्ञानिकों, विशेष रूप से युवाओं द्वारा बड़े सपने देखने और अपनी आकांक्षाओं को हकीकत में बदलने की लगन का परिणाम है। इस महत्वपूर्ण घटना ने विद्यार्थियों को अपनी सोच की सीमाओं को तोड़ने, नवाचार को अपनाने और अपने प्रयासों में उत्कृष्टता लाने के लिए प्रेरित किया है।
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